21 अक्तूबर, 2012 दैनिक जागरण
बीजिंग। एक और तिब्बती ने चीनी प्रशासन के विरोध में और तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा की वापसी के नारे लगाते हुए आत्मदाह कर लिया है।
फ्री तिब्बत नाम के एक अधिकार समूह ने कहा कि 27 वर्षीय ल्हामो क्येब की मौत शनिवार को उत्तरपश्चिम चीन के गंसू प्रांत में एक मठ के पास हुई। एक प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार, उसने खुद को आग लगाई और शिआहें प्रांत के भोरा मठ की ओर भागा। तभी वहां पास खड़े सुरक्षा बल के लोग उसके पीछे भागे और लपटें बुझाने की कोशिश करने लगे। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि क्येब ने उन्हें ऐसा करने से रोका और धक्का दे दिया। फिर वह मठ की ओर भागा लेकिन जमीन पर गिर गया। समूह के अनुसार, मार्च 2011 से अब तक 60 तिब्बती नागरिक हिमालयी क्षेत्र में चीनी शासन के खिलाफ खुद को आग लगा चुके हैं। प्रांत की सरकार और पुलिस को फोन किए जाने पर कोई जवाब नहीं मिला।
प्रांतीय सरकार में ड्यूटी पर तैनात व्यक्ति ने कहा कि उसे इस घटना की कोई जानकारी नहीं है। चीनी अधिकारी नियमित रूप से तिब्बत के दमन वाले दावों से इन्कार करते रहे हैं। हालांकि उन्होंने आत्मदाह के कुछ मामलों को स्वीकार किया है लेकिन आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा को इन कार्यो को प्रोत्साहन देने का दोषी बताते रहे हैं।