
नई दिल्ली। ऑल पार्टी इंडियन पार्लियामेंटरी फोरम फॉर तिब्बत (तिब्बत के लिए सर्वदलीय भारतीय संसदीय मंच) ने तिब्बत के लिए संसदीय स्तर पर पक्षधरता अभियान चलाने पर चर्चा करने और उसे मजबूत करने के लिए नई दिल्ली के संविधान सदन में एक बैठक बुलाई। बैठक की अध्यक्षता एपीआईपीएफटी के संयोजक और लोकसभा सदस्य श्री भर्तृहरि महताब ने की और सह-अध्यक्षता एपीआईपीएफटी के सह-संयोजक और लोकसभा सदस्य श्री तापिर गाओ ने की।
बैठक में राज्य, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तिब्बत मुद्दे के बारे में निरंतर जागरुकता सुनिश्चित करने और संसदीय भागीदारी को मजबूत करने को लेकर चर्चा की गई। चर्चा का प्रमुख मुद्दा तिब्बत के मुद्दे को प्रासंगिक बनाए रखने और तिब्बती मुक्ति साधना के लिए कूटनीतिक और राजनीतिक समर्थन बढ़ाने के लिए आवश्यक रणनीतिक पहलों को शुरू करना था।
बैठक में ओडिशा से भाजपा के लोकसभा सांसद श्री भर्तृहरि महताब, अरुणाचल प्रदेश से भाजपा के लोकसभा सांसद श्री तापिर गाओ, ओडिशा से भाजपा के लोकसभा सांसद और एपीआईपीएफटी के पूर्व संयोजक श्री सुजीत कुमार, जम्मू-कश्मीर से भाजपा के लोकसभा सांसद श्री गुलाम अली, नगालैंड से भाजपा की लोकसभा सांसद श्रीमती एस. फागनन कोन्याक, पश्चिम बंगाल से भाजपा के लोकसभा सांसद श्री डॉ. जयंत कुमार रॉय, असम से भाजपा के लोकसभा सांसद श्री कामाख्या प्रसाद तासा, सिक्किम से एसकेएम के लोकसभा सांसद श्री इंद्र हंग सुब्बा, नगालैंड से कांगेस के लोकसभा सांसद श्री सुपोंगमेरेन एस. जमीर, ओडिशा से भाजपा के लोकसभा सांसद श्री डॉ. प्रदीप कुमार पाणिग्रही, मिजोरम से जेडपीएम के लोकसभा सांसद श्री रिचर्ड वनलालहमंगइहा, तेलंगाना से कांग्रेस की लोकसभा सांसद श्रीमती डॉ. कदियम काव्या और मणिपुर से कांग्रेस के लोकसभा सांसद श्री अल्फ्रेड के. आर्थर शामिल हुए।
बैठक में पिछले सत्र की चर्चाओं पर संक्षिप्त जानकारी दी गई, ताकि २५ अप्रैल को उपस्थित न होने वाले विशिष्ट सांसदों को जानकारी दी जा सके। जिन सांसदों को जानकारी दी गई, उनमें ओडिशा से भाजपा के लोकसभा सांसद और एपीआईपीएफटी के पूर्व संयोजक श्री सुजीत कुमार, जम्मू-कश्मीर से भाजपा के राज्यसभा सांसद श्री गुलाम अली खटाना, नगालैंड से भाजपा की लोकसभा सांसद श्रीमती एस. फागनन कोन्याक, ओडिशा से भाजपा के लोकसभा सांसद डॉ. प्रदीप कुमार पाणिग्रही और पश्चिम बंगाल से भाजपा के लोकसभा सांसद श्री डॉ. जयंत कुमार रॉय शामिल हैं।
नई दिल्ली स्थित परम पावन दलाई लामा ब्यूरो के प्रतिनिधि जिग्मे जुंगने ने भारत-तिब्बत समन्वय स्टाफ और आईटीसीओ, नई दिल्ली की समन्वयक ताशी देकि, संसदीय समन्वयक फुंटसोक ग्यात्सो, लेखाकार मिग्मर सामछो और कार्यक्रम अधिकारी न्गवांग चोडेन के साथ मिलकर सभी सम्मानित संसद सदस्यों को स्मृति चिन्ह के रूप में परम पावन १४वें दलाई लामा की पुस्तक ‘वॉयस फॉर द वॉइसलेस: ओवर सेवन डिकेड्स ऑफ स्ट्रगल विद चाइना फॉर माई लैंड, माई पीपल’ भेंट की।
यह बैठक तिब्बती मुद्दे को लेकर भारत की निरंतर एकजुटता और तिब्बत में न्याय और मानवाधिकारों के प्रति भारतीय सांसदों की अटूट प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।

