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चीन में कोरोना वायरस से संक्रमण की बढ़ती संख्या के बारे में तिब्बत में चल रही ऑनलाइन चर्चाओं पर चीनी अधिकारियों ने रोक लगा दी है। सरकारी मीडिया और अन्य स्रोतों के अनुसार, लोगों द्वारा ऐसा करने पर अधिकारियों ने अफवाहें फैलाने और गलत सूचना फैलाने का आरोप लगाकर तिब्बत के चमडो प्रांत में सात लोगों को हिरासत में लिया है।
हिरासत में लिए गए लोगों में से एक चमडो के गोनजो (चीन में गोंगजे) का निवासी है। उसका नाम चेन है, ऐसा पता चला है। पीपुल्स डेली में प्रकाशित 5 फरवरी की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि चेन ने 29 जनवरी को एक टिप्पणी ऑनलाइन पोस्ट की थी, जिसमें कहा गया था कि ‘मुख्य भूमि चीन के लोग इस काउंटी में गुप्त रूप से आ रहे थे, जिससे चमडो के लोगों में घबराहट व्याप्त हो रही है।‘
पीपुल्स डेली ने कहा कि सार्वजनिक सुरक्षा अधिकारियों ने तुरंत ‘स्थिति को स्पष्ट किया’ और चेन को हिरासत में ले लिया। उसे 10 दिनों हिरासत में रहने और 500 युआन (लगभग 72 अमेरिकी डॉलर) के जुर्माने की सजा सुनाई गई। हालांकि इस रिपोर्ट में यह नहीं खुलासा किया गया है कि चेन तिब्बती मूल का है या चीनी हान मूल का।
इस बीच त्से नाम से पहचाने जाने वाले एक शख्स को लोकप्रिय वीचैट सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक संदेश पोस्ट करने के लिए चमडो के टेंगचेन (डिंगकिंग) काउंटी में हिरासत में लिया गया। इसमें त्ये ने संक्रमण के खिलाफ पाठकों से 10 बार एक विशेष प्रार्थना का जाप करने और इसे 10 अन्य लोगों को इस भेजने का अनुरोध किया था।
पीपल्स डेली मे कहा गया है, टेंगचेन काउंटी पब्लिक सिक्योरिटी ब्यूरो ने कानून के अनुसार इस व्यक्त िको सात दिनों की प्रशासनिक हिरासत की सजा दी है।ष्
काउंटी के पब्लिक सिक्योरिटी ब्यूरो के एक नोटिस के हवाले से सरकार नियंत्रित इस अखबार ने कहा कि लोगों से कहा गया है कि नागरिकों से आग्रह किया गया है कि वे किसी भी तरह की अफवाह न बनाएं, न ही अफवाहों पर ध्यान दें और न ही उसे फैलाएं। साथ ही साइबर स्पेस को हमेशा स्वच्छ और सदभावपूर्ण बनाए रखें।
आरएफए की तिब्बती सेवा से बात करते हुए एक चामडो निवासी ने अखबार की रिपोर्ट सच बताया और कहा कि “कथित गलत सूचना फैलाने के आरोप में कुल सात लोगों को हिरासत में लिया गया है।”
संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है
इस बीच, चीन के तिब्बती-आबादी वाले क्षेत्रों में कोरोना वायरस संक्रमणों की संख्या सप्ताहांत में बढ़ने की पुष्ट िहुई है। सरकारी मीडिया ने कहा है कि सिचुआन के कार्देज तिब्बती स्वायत्त प्रान्त में कुल 23 मामले और गांसु के कनल्हो तिब्बती स्वायत्त प्रान्त में छह नए मामले दर्ज किए गए हैं।
सिचुआन के न्गाबा तिब्बती स्वायत्त प्रान्त में संक्रमण का एक मामला आया है। वहीं, पड़ोसी किंग्हाई प्रीफेक्चर के त्संगज तिब्बती स्वायत्त प्रान्त में तीन नए मामले और और किंग्हाई की प्रांतीय राजधानी शीनिंग संक्रमण का एक मामला पुष्ट हुआ है।
तिब्बत की क्षेत्रीय राजधानी ल्हासा में एक सूत्र ने आएफए को बताया कि ल्हासा में 5 फरवरी को एक चाय की दुकान के मालिक ने 28 जनवरी के सरकारी आदेश की अवहेलना करते हुए अपनी दुकान खोली तो उसपर सरकारी प्रतिबंधका उल्लंघन करने के जुर्म में कानून के अनुसार जुर्माना लगाया गया था।ष् सरकार ने 28 जनवरी को आदेश दिया था कि सभी डिस्को, साइबर कैफे, चाय की दुकानों और फिल्म थिएटरों को बंद रखा जाएगा।
उधर, इस बीच पहले से ही संक्रमण से आक्रांत हो रहे तिब्बती भिक्षु वायरस के प्रसार पर अंकुश लगाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। वे गांसु के सांगचू (जेहे) काउंटी में लाबरंग मठ में दान इकट्ठा कर रहे हैं और कार्देज के तावु (डूफू) काउंटी में हजारों फेस मास्क वितरित किया है।
बीजिंग स्थित तिब्बती लेखक वोएसर ने अपने फेसबुक पेज पर शेड्रुप तेम्फेल चोएलिंग मठ के एक भिक्षु को यह कहते हुए बताया है कि ‘हम कम से कम तावु में रहने वाले लोगों की यह सेवा तो कर ही सकते हैं।‘
भिक्षु ने कहा, ‘हम केवल आशा कर सकते हैं कि हम इस महामारी के (आगे प्रसार) को रोकने में कुछ मदद कर सकेंगे।‘