भाषा
བོད་ཡིག中文English
  • मुख पृष्ठ
  • समाचार
    • वर्तमान तिब्बत
    • तिब्बत समर्थक
    • लेख व विचार
    • कला-संस्कृति
    • विविधा
  • हमारे बारे में
  • तिब्बत एक तथ्य
    • तिब्बत:संक्षिप्त इतिहास
    • तिब्बतःएक अवलोकन
    • तिब्बती राष्ट्रीय ध्वज
    • तिब्बती राष्ट्र गान (हिन्दी)
    • तिब्बत स्वायत्तशासी क्षेत्र
    • तिब्बत पर चीनी कब्जा : अवलोकन
    • निर्वासन में तिब्बती समुदाय
  • केंद्रीय तिब्बती प्रशासन
    • संविधान
    • नेतृत्व
    • न्यायपालिका
    • विधायिका
    • कार्यपालिका
    • चुनाव आयोग
    • लोक सेवा आयोग
    • महालेखा परीक्षक
    • १७ केंद्रीय तिब्बती प्रशासन आधिकारिक छुट्टियां
    • CTA वर्चुअल टूर
  • विभाग
    • धर्म एवं सांस्कृति विभाग
    • गृह विभाग
    • वित्त विभाग
    • शिक्षा विभाग
    • सुरक्षा विभाग
    • सूचना एवं अंतर्राष्ट्रीय संबंध विभाग
    • स्वास्थ विभाग
  • महत्वपूर्ण मुद्दे
    • तिब्बत जो मुद्दे सामना कर रहा
    • चीन-तिब्बत संवाद
    • मध्य मार्ग दृष्टिकोण
  • वक्तव्य
    • परम पावन दलाई लामा द्वारा
    • कशाग द्वारा
    • निर्वासित संसद द्वारा
    • अन्य
  • मीडिया
    • तस्वीरें
    • विडियो
    • प्रकाशन
    • पत्रिका
    • न्यूज़लेटर
  • तिब्बत समर्थक समूह
    • कोर ग्रुप फॉर तिब्बतन कॉज़ – इंडिया
    • भारत तिब्बत मैत्री संघ
    • भारत तिब्बत सहयोग मंच
    • हिमालयन कमेटी फॉर एक्शन ऑन तिबेट
    • युथ लिब्रेशन फ्रंट फ़ॉर तिबेट
    • हिमालय परिवार
    • नेशनल कैंपेन फॉर फ्री तिबेट सपोर्ट
    • समता सैनिक दल
    • इंडिया तिबेट फ्रेंडशिप एसोसिएशन
    • फ्रेंड्स ऑफ़ तिबेट
    • अंतरष्ट्रिया भारत तिब्बत सहयोग समिति
    • अन्य
  • संपर्क
  • सहयोग
    • अपील
    • ब्लू बुक

चीनी पुलिस ने लोकप्रिय तिब्बती लामा के अंतिम संस्कार पर प्रतिबंध लगाया

March 25, 2022

छोकत्रुल दावा रिन्पोछे

छोकत्रुल दावा रिन्पोछे को चीनी शासन का विरोध करने के लिए वर्षों तक जेल में रखा गया था।

rfa.org

रेडियो फ्री एशिया के अनुसार इस साल की शुरुआत में चीनी पुलिस ने उन लोकप्रिय तिब्बती लामा के अंतिम संस्कार को प्रतिबंधित कर दिया था, जिन्होंने भक्तों को ऑनलाइन पोस्ट किए गए धार्मिक नेता की तस्वीरों को हटाने से रोक दिया था।

तिब्बत से मिली एक स्त्रोत ने बताया कि ८६ वर्षीय छोकत्रुल दावा रिनपोछे की ३० जनवरी को तिब्बत की राजधानी ल्हासा में अपने निवास पर मृत्यु हो गई और उसके तुरंत बाद वह ठुकदम में प्रवेश कर गए। इसे यह माना जाता है कि एक मृत शरीर ध्यान चेतना  में कुछ समय के लिए शरीर में बनी रहती है।

आरएफए के सूत्र ने सुरक्षा कारणों से नाम न छापने की शर्त पर कहा, ‘लेकिन चीनी सरकार ने रिनपोछे के निधन को यथासंभव गुप्त रखने की कोशिश की और लोगों को उनकी निधन की खबर ऑनलाइन साझा न करने की चेतावनी दी।’

उन्होंने कहा, ‘इसके अलावा पहले से ही ऑनलाइन में जारी रिनपोछे की तस्वीरें और वीडियो चीनी सरकार द्वारा जल्दी से हटा दिए गए थे।’

तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र में नाग्चु (चीनीः नैकू) काउंटी में गदेन दरग्यलिंग मठ के वरिष्ठ शिक्षक छोकत्रुल दावा रिनपोछे को भारत में निर्वासन में रह रहे तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा के साथ अपने मठ में मामलों पर चर्चा करने के लिए २०१० में सात साल की जेल की सजा सुनाई गई थी।

सूत्र ने कहा, ‘और उनकी रिहाई के बाद उन्हें जीवन भर के लिए चीनी अधिकारियों द्वारा लगातार निगरानी के दायरे में रखा गया।’

स्रोत के अनुसार, जब १३ जनवरी को रिनपोछे का ठुकदम समाप्त हुआ तो चीनी सुरक्षा अधिकारियों को उनके आवास की रक्षा के लिए भेजा गया और भक्तों को उनके सम्मान में प्रार्थना सभा आयोजन करने से रोक दिया, केवल ल्हासा के निवासियों को घर में प्रवेश करने की अनुमति दी गई।

फिर रिनपोछे के छात्रों की कई अपीलों के बाद, चीनी सरकार ने उनके शरीर को ल्हासा से १८ जनवरी को नागचू में गदेन दरग्यलिंग मठ ले जाने की अनुमति दी। हालांकि, केवल दो वाहनों को उन्हें वहां ले जाने की अनुमति दी गई थी।

सूत्र ने कहा, बाद में केवल कुछ तिब्बतियों को उनके अंतिम संस्कार में भाग लेने की अनुमति दी गई, जिसके कारण तिब्बती भक्तों और चीनी पुलिस के बीच झड़प भी हो गई।

उन्होंने कहा कि केवल रिनपोछे के अपने मठ के भिक्षुओं को ही २५ जनवरी को उनके अंतिम संस्कार में शामिल होने की अनुमति दी गई थी और समारोह से पहले सेल फोन की तलाशी ली गई ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई तस्वीर नहीं ली गई हैं।

१९३७ में नागचू में जन्मे छोकत्रुल दावा रिनपोछे को १९६० में तिब्बत पर चीन के कब्जे का विरोध करने के लिए पांच साल की सजा सुनाई गई थी। यह सजा पूरी हुई नहीं कि चीन की सांस्कृतिक क्रांति (१९६६-१९७६) के दौरान फिर से सात साल के लिए जेल में बंद कर दिया गया था।

तिब्बत पर ७० साल पहले जबरन आक्रमण किया गया था और इस स्वतंत्र देश को चीन में शामिल किया गया था। इसके बाद से तिब्बत में रहने वाले तिब्बती अक्सर चीनी अधिकारियों द्वारा भेदभाव और मानवाधिकारों के हनन की शिकायत करते रहे हैं। चीनी सरकार की नीतियों का उद्देश्य तिब्बत की राष्ट्रीय और सांस्कृतिक पहचान को मिटाना है।


विशेष पोस्ट

स्वर्गीय हंगकर रिनपोछे की माता का लंबी बीमारी और दुःख के बाद निधन हो गया।

13 May at 10:44 am

सिक्योंग पेनपा त्सेरिंग ने जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज़ को हार्दिक बधाई दी।

9 May at 11:40 am

परम पावन 14वें दलाई लामा ने परम पावन पोप लियो XIV को हार्दिक शुभकामनाएं दीं

9 May at 10:26 am

दलाई लामा के उत्तराधिकार में चीन के हस्तक्षेप के प्रयासों का यूरोपीय संसद के प्रस्ताव में कड़ा विरोध

8 May at 9:05 am

परम पावन दलाई लामा ने दीर्घायु प्रार्थना में भाग लिया

7 May at 9:10 am

संबंधित पोस्ट

सिक्योंग पेनपा त्सेरिंग ने टीसीसीसी तिब्बती भाषा एवं संस्कृति स्कूल में तिब्बतियों को संबोधित किया

2 days ago

सिक्योंग पेनपा त्सेरिंग ने बेलेविले-ट्रेंटन तिब्बती समुदाय का पहला आधिकारिक दौरा किया

2 days ago

सूचना एवं अंतर्राष्ट्रीय संबंध विभाग ने अपर टीसीवी स्कूल में 11वें पंचेन लामा के जबरन गायब होने की 30वीं वर्षगांठ मनाई

4 days ago

सिक्योंग पेनपा त्सेरिंग ने कनाडाई संसद सदस्य य्वोन बेकर से मुलाकात की

4 days ago

सांसद तेनपा यारफेल और फुरपा दोरजी ग्यालधोंग ने नेपाल में दोथांग नोरज़िनलिंग का दौरा किया

5 days ago

हमारे बारे में

महत्वपूर्ण मुद्दे
तिब्बत जो मुद्दे सामना कर रहा
मध्य मार्ग दृष्टिकोण
चीन-तिब्बत संवाद

सहयोग
अपील
ब्लू बुक

CTA वर्चुअल टूर

तिब्बत:एक तथ्य
तिब्बत:संक्षिप्त इतिहास
तिब्बतःएक अवलोकन
तिब्बती:राष्ट्रीय ध्वज
तिब्बत राष्ट्र गान(हिन्दी)
तिब्बत:स्वायत्तशासी क्षेत्र
तिब्बत पर चीनी कब्जा:अवलोकन
निर्वासन में तिब्बती समुदाय

केंद्रीय तिब्बती प्रशासन
संविधान
नेतृत्व
न्यायपालिका
विधायिका
कार्यपालिका
चुनाव आयोग
लोक सेवा आयोग
महालेखा परीक्षक
१७ केंद्रीय तिब्बती प्रशासन आधिकारिक छुट्टियां

केंद्रीय तिब्बती विभाग
धार्मीक एवं संस्कृति विभाग
गृह विभाग
वित्त विभाग
शिक्षा विभाग
सुरक्षा विभाग
सूचना एवं अंतर्राष्ट्रीय संबंध विभाग
स्वास्थ विभाग

संपर्क
भारत तिब्बत समन्वय केंद्र
एच-10, दूसरी मंजिल
लाजपत नगर – 3
नई दिल्ली – 110024, भारत
दूरभाष: 011 – 29830578, 29840968
ई-मेल: [email protected]

2021 India Tibet Coordination Office • Privacy Policy • Terms of Service