
चेक गणराज्य के प्रधान मंत्री पेट्र फियाला और निर्वासित तिब्बत सरकार के सिक्यांग पेंपा छेरिंग
tibet.net
धर्मशाला। नवंबर २०२१ में चेक गणराज्य के नए प्रधानमंत्री को बधाई देने वाले सिक्योंग पेनपा त्सेरिंग के पत्र के जवाब में चेक गणराज्य सरकार के कार्यालय ने चेक प्रधानमंत्री पेट्र फियाला की ओर से सिक्योंग पेन्पा त्सेरिंग को धन्यवाद देते हुए एक पत्र भेजा है। प्रधानमंत्री ने परम पावन दलाई लामा और पूर्व चेक राष्ट्रपति वैक्लेव हावेल के बीच आजीवन मित्रता के परिणामस्वरूप बने तिब्बतियों और चेक गणराज्य के बीच गहरे संबंध पर भी जोर दिया।
दिनांक १९ जनवरी २०२२ को चेक गणराज्य की सरकार के कार्यालय ने लिखा:
‘चेक गणराज्य के प्रधानमंत्री पेट्र फियाला की ओर से मैं उनकी नियुक्ति के अवसर पर भेजे गए बधाई-पत्र के लिए आपको तहे दिल से धन्यवाद देना चाहता हूं।’
‘प्रधानमंत्री पेट्र फियाला परम पावन दलाई लामा और हमारे पूर्व राष्ट्रपति वैक्लेव हावेल की आजीवन मित्रता से बने मैत्रीपूर्ण संबंध को बहुत महत्व देते हैं। हमारी सरकार को स्वतंत्रता, लोकतंत्र, मानवाधिकार और कानून के शासन के हमारे सबसे पोषित मूल्यों को बढ़ावा देने के आधार पर दोनों राजनेताओं की विरासत का पालन करने पर गर्व है। इन सिद्धांतों के अनुरूप, हमारी नई सरकार हिंद-प्रशांत क्षेत्र में समान विचारधारा वाले लोकतांत्रिक देशों के साथ अपने सहयोग को गहरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।’
‘अपने पत्र में आपने उल्लेख किया है कि कैसे हमारे देश ने तिब्बत के लोगों को स्वतंत्रता की राह पर चलने के लिए प्रेरित किया है। हमें इस प्रतिष्ठा को स्वीकार करने में बहुत गर्व का अनुभव हो रहा है और हम उन सभी को प्रेरणा देते रहना चाहते हैं जो स्वतंत्रता और मानवाधिकारों के लिए शांति से लड़ना चाहते हैं। क्योंकि हम जानते हैं कि स्वतंत्रता की लड़ाई कितनी लंबी और कठिन हो सकती है।’
‘मैं इस चुनौतीपूर्ण समय में आपके स्वास्थ्य, ऊर्जा, साहस और दृढ़ता की कामना करते हुए अपना पत्र समाप्त करता हूं।’