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जिनेवा। केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के सिक्योंग पेनपा त्सेरिंग ने ०३ नवंबर को जिनेवा स्थित संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त (ओएचसीएचआर) के कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र के अमेरिकी मिशन में चार्ज डी’अफ़ेयर्स बेंजामिन डब्ल्यू मोएलिंग और जिनेवा, स्विट्जरलैंड में अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों से भी मुलाकात की।
सिक्योंग ने डॉ. माइकल वैन वॉल्ट वैन प्राग के साथ ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट, जिनेवा (आईएचआईडी) में लगभग २० छात्रों के एक समूह से भी बात की। दोनों ने ‘२१वीं सदी में कूटनीति: तिब्बत की राजनीतिक और कानूनी स्थिति की जांच’ विषय पर बात की। इंटरेक्शन का आयोजन स्टूडेंट इनिशिएटिव ऑन एशिया (एसआईए) द्वारा किया गया था।
बातचीतके दौरान डॉ. वैन प्राग ने समझाया कि तिब्बत ऐतिहासिक रूप से कभी भी चीन का हिस्सा नहीं रहा है और चीनी सरकार के इस दावे का कि तिब्बत चीन का हिस्सा है, इतिहास में कोई साक्ष्य नहीं है। सिक्योंग पेनपा त्सेरिंग ने निर्वासन में तिब्बती लोकतंत्र के विकास के बारे में बात की और केंद्रीय तिब्बती प्रशासन की संरचना और कार्यों पर एक संक्षिप्त परिचय दिया। वार्ता के बाद प्रश्नोत्तर सत्र का आयोजन किया गया।
दोपहर में सिक्योंग ने स्विस-तिब्बती मैत्री संघ के फ्रांसीसी-भाषी सदस्यों से मुलाकात की। बैठक के दौरान सिक्योंग ने भविष्य की योजनाओं और गतिविधियों पर चर्चा की और समूह के सवालों का जवाब दिया।