धर्मशाला। निर्वासित तिब्बती संसद की डिप्टी स्पीकर डोल्मा छेरिंग तेखांग ने २७ फरवरी, २०२४ को त्सुगलगखांग में तिब्बत संग्रहालय द्वारा आयोजित ‘ज्वलंत प्रश्न- तिब्बती आत्मदाह की ओर क्यों बढ़ रहे हैं?’ नामक प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। आत्मदाह करने वालों के सम्मान में दीप जलाया गया। चित्र प्रदर्शनी के उद्घाटन के बाद डिप्टी स्पीकर ने मीडिया के सवालों का जवाब दिया और तिब्बत में स्थिति की तात्कालिकता पर प्रकाश डाला जो तिब्बतियों को कठोर नीति के विरोध में आत्मदाह करने के लिए मजबूर कर रहा है। उन्होंने चीन और तिब्बत की वास्तविक स्थिति पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान आकर्षित करने का भी प्रयास किया। प्रदर्शनी आत्मदाह करनेवाले तिब्बतियों की आकांक्षाओं पर प्रकाश डालती है। प्रदर्शनी में तिब्बत के तीन प्रांतों में आत्मदाह स्थलों को प्रदर्शित करने वाला एक नक्शा लगाया गया है। यह प्रदर्शनी तिब्बत में पहले तिब्बती आत्मदाह की १५वीं वर्षगांठ का भी प्रतीक है। सबसे पहले २७ फरवरी २००९ को कीर्ति मठ के टेपी ने आत्मदाह किया था।
डिप्टी स्पीकर ने तिब्बती आत्मदाह पर आधारित प्रदर्शनी का उद्घाटन किया
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