दैनिक जागरण, 11 मार्च 2016

DHARAMSALA, INDIA – MARCH 10: Members of the Tibetan Youth Congress take part in a demonstration to mark the 55th anniversary of the failed uprising in the Tibetan capital Lhasa in 1959 on March 10, 2014 in Dharamsala, India. The group demonstrated in support of the 127 people who have self-immolated to protest China’s policy towards Tibet and pressed China to allow independent media into Tibet. (Photo by Shyam Sharma/Hindustan Times via Getty Images)
संवाद सहयोगी, नैनीतालः आजादी आंदोलन की बरसी पर तिब्बती समुदाय ने आजादी के समर्थन मैं रैली निकाली। तिब्बती समुदाय ने चीन से तिब्बत का कब्ज़ा छोड़ने व अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से तिब्बत में चीन सेना की ओर से हो रहे मानवाधिकर रोकने की मांग की। साथ ही पंचेन लामा की रिहाई के लिए आवाज बुलंद की। रैली की वजह से तिब्बती व भोटिया बाजार दिनभर बंद रहे।
गुरुवार को हाथों में तिब्बत का झंडा लिए तिब्बती समुदाय के लोग मल्लीताल तिब्बती बाजार में एकत्रित हुए। हस दौरान भारत तिब्बत मैत्री अमर रहे, तिब्बत की आजादी-भारत की सुरक्षा, हमें चाहिए आजादी जैसे नारे लगाए गए। तिब्बती महिला संगठन व तिब्बती युवा कांग्रसे के बैनर तले आयोजित कार्यक्रम में अध्यक्ष संगमो ने कहा कि अब तक तिब्बत की आजदाी के लिए 151 तिब्बती आत्मदाह कर चुके हैं। रैली मल्लीताल बाजार से माल रोड होते हुए तल्लीताल डांठ व वापस तिब्बती बाजार में संपन्न हुई।