दैनिक भास्कर ११ दिसम्बर 2012
धनबाद। तिब्बतियों के जीवन में 10 दिसंबर का विशेष महत्व है। आज के दिन तिब्बती शरणार्थी तिब्बत की आजादी के लिए प्रार्थना करते हैं और दलाई लामा को मिले नोबेल शांति पुरस्कार दिए जाने की खुशी मनाते है। पुराना बाजार तिब्बती रिफ्यूजी स्वेटर मार्केट की ओर से आज प्रार्थना सभा आयोजित कर तिब्बत की आजादी और उसकी खोई अस्मिता की वापसी की प्रार्थना की गई।
प्रार्थना के पूर्व रिफ्यूजी परिवारों की ओर से आज शहर में जुलूस भी निकाला गया और आमजनों को तिब्बत की हालत की जानकारी दी गई। आज ही के दिन वर्ष 1989 में धर्म गुरु दलाई लामा को नोबेल शांति पुरस्कार दिया गया था। इस खुशी में शरणार्थियों ने आज लड्डू का भी वितरण किया। जुलूस की अगुवाई स्वेटर विक्रेता संध के अध्यक्ष थोक में, एस गयालसो, छेवाग टाशी और लो देन छेरी कर रहे थे।