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३० सितंबर, २०२२
धर्मशाला। चीनी अधिकारियों ने २८ सितंबर २०२२ को सिचुआन प्रांत में शामिल खाम कर्ज़ (चीनी: गांज़ी) के डार्टसेडो (चीनी: कांगडिंग) काउंटी स्थित एक वृद्धाश्रम में कथित तौर पर जाने और भोजन और खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराने के आरोप में गिरफ्तार एक तिब्बती व्यक्ति की पीट-पीट कर हत्या कर दी। निर्वासन में सक्रिय एक मीडिया संस्थान ने सूचना दी है कि चीनी पुलिस ने कथित तौर पर उस व्यक्ति को बुरी तरह पीटा, जिसके परिणामस्वरूप अगले दिन उसकी मृत्यु हो गई।
२७ सितंबर २०२२ की सुबह वृद्धाश्रम से लौटने के बाद कुछ पुलिस अधिकारियों ने न्गोडुप छेरिंग को अचानक गिरफ्तार कर लिया। तिब्बत टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, उन्हें घंटों तक स्थानीय पुलिस स्टेशन में पीटा गया और पूछताछ की गई।
न्गोडुप के वृद्धाश्रम जाने और बुजुर्गों को भोजन और अन्य चीजों को पहुंचाने की घटना को पुलिस ने बुजुर्गों की देखभाल के लिए जिम्मेदार सरकारी अधिकारियों के खिलाफ देखा है। इसके अलावा, पुलिस ने न्गोडुप का उपहास उड़ाया और दावा किया कि चूंकि सरकारी अधिकारी नियमित रूप से बुजुर्गों को भोजन और अन्य आवश्यकताएं प्रदान कर रहे हैं, इसलिए किसी ‘बाहरी’ को मदद करने की कोई आवश्यकता नहीं है। आरोपी द्वारा ‘चेहरे पर अनुचित भाव’ प्रदर्शित करने का आरोप लगाते हुएअधिकारियों ने उसे बुरी तरह से पीटा,जिससे वह खड़े होने में भी अक्षम हो गया। अगले दिन सुबह थाने में उसकी मौत हो गई।
तिब्बत टाइम्स की रिपोर्ट मेंइस बारे में और कोई जानकारी नहीं है कि क्या न्गोडुप का शव परिवार को सौंप दिया गया है या नहीं। न्गोडुप छेरिंग अपने परिवार के पालन-पोषण के लिए और जीविका के लिए टैक्सी चलाता था। उसके परिवार में उसकी७८वर्षीया मां ल्हाकी, उनकी पत्नी युत्सो और दो बच्चे शामिल हैं।
सेर्थर में धार्मिक साधना करते गिरफ्तार किए गए पांच में से एक तिब्बती की मौत
कर्ज़े (गांज़ी) तिब्बती स्वायत्त प्रिफेक्चर के सेर्थर (चीनी: सेडा) काउंटीमें धार्मिक गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में चीनी पुलिस ने २६ अगस्त, २०२२ को ५२ वर्षीय चुकधर (तिब्बती:) को हिरासत में लेकर इतनी कठोर यातना दी कि उनकी मृत्यु हो गई। तिब्बत टाइम्स और सीटीए के सुरक्षा विभाग ने इस खबर की पुष्टि की है।
गिरफ्तार किए गए अन्य तिब्बतियों में गेलो, छेदो, भामो और कोरी हैं, जिन्हें कर्ज़े काउंटी जेल में रखा गया है। रिपोर्ट के अनुसार, पांचों तिब्बतियों को कथित तौर पर २४ अगस्त को एक धार्मिक समारोह का आयोजन करने और संगसोल (जुनिपर को जलाने), बौद्ध मणि पत्थरों को ढेर करने और सार्वजनिक रूप से प्रार्थना करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि उनकी उदारता, जिम्मेदारी और वफादारी के लिए उनके शहर में ‘नोबल फाइव’ के नाम से जाना जाता है।पांचों का यह समूह स्थानीय तिब्बतियों के अनुरोध पर अक्सर शहर की धार्मिक गतिविधियों और प्रार्थना सेवाओं का आयोजन करता है।
यह भी बताया गया है कि गिरफ्तार आरोपियों को अपने परिवारों से मिलने से वंचित कर दिया गया और २५ अगस्त को इन लोगों को भोजन और खाने की चीजें भी नहीं दी गई थी। २६ अगस्त कोचुकधर के परिवार को सूचित किया गया कि जेल में उनका निधन हो गया है और वे आकर उनका शव ले जाएं। अधिकारियों ने कहा कि चुकधर के शव परिवार को तभी सौंपा जाएगा, जब उनका परिवार एक आधिकारिक पत्र पर हस्ताक्षर कर देगा, जिसमें लिखा होगा कि उनकी मौत पुलिस प्रताड़ना के कारण नहीं हुई है। चुकधर के परिवार का कहना है कि वह पूरी तरह से स्वस्थ थे, जबकिअधिकारियों ने कहा कि उनकी ‘मृत्यु अचानक’ हुई है।
सूत्र ने तिब्बत टाइम्स को बताया, ‘सेर्थर काउंटी पुलिस ने मृतक के परिवार को १,००,००० युआन (लगभग १४,११३ डॉलर)) और हर साल परिवार के प्रत्येक सदस्य को लिए अतिरिक्त १०,००० युआन का मुआवजा देने का आश्वासन दिया है। सूत्र ने कहा कि लेकिन उन्हें अभी तक मुआवजा नहीं मिला है। असल में यह परिवार को हिरासत से शव ले जाने के लिए राजी करने के लिए सिर्फ एक झूठा वादा है।‘
रिपोर्ट के अनुसार, पांच तिब्बतियों को २४ अगस्त को गिरफ्तार किया गया था और उन्हें एक सप्ताह के लिए सेर्थर काउंटी जेल में रखा गया था। ३१अगस्त को उन्हें कर्ज़े काउंटी जेल में स्थानांतरित करने का मतलब है कि उन्हें सजा भी सुनाई जा सकती है। हाल तक, कैदियों को उनके अपने काउंटी जेलों में ही रखा जा रहा था, सिवाय उन कैदियों को जिन्हें सजा सुनाई जानी है। लेकिन अब आरोपियों को अधिकारी अपनी काउंटी की जेल में केवल कुछ दिनों के लिए रखते हैं और फिर उन्हें कहीं और स्थानांतरित कर दिया जाता है।
चुकधर कर्ज़े तिब्बती स्वायत्त प्रिफेक्चर के सेर्थर काउंटी के अबो काइल रिघो तिब्बती गांव-खाकोर टाउनशिप (चीनी: केगुओ) के रहनेवाले थे। वह अपने परिवार के एकमात्र कमाने वाले सदस्य थे। उनके परिवार में ७१वर्षीय पिता थुपवो, ७५ वर्षीया मां,पत्नी और बच्चे हैं।