तिब्बत के नये सिक्यांग श्री पेम्पा सेरिंग ने आज तिब्बती सर्वोच्च न्याधीश के समक्ष शपथ ली और परम पवन दलाई लामा जी के आशीर्वाद के साथ निर्वासित तिब्बत सरकार का कमान संभाला ।

Fifth directly elected Sikyong Penpa Tsering (R), takes the oath of office and secrecy before the Chief Justice Commissioner of the Central Tibetan Administration, Mr Sonam Norbu Dagpo, (L) at the swearing-in ceremony at the Tibetan Supreme Justice Commission, Dharamsala, on 27 May 2021. Photo/Tenzin Phende/CTA.


Sikyong Penpa Tsering of Central Tibetan Administration delivers his inaugural address. Photo/Tenzin Phende/CTA
सिक्योंग पेन्पा त्सेरिंग का उद्घाटन भाषण।
आज प्रातः शपथ ग्रहण के बाद परम पावन दलाई लामा की आभासी उपस्थिति में आयोजित उद्घाटन समारोह में उनका आशीर्वाद पाकर हम अपने को बहुत धन्य अनुभव कर रहे हैं। यह अत्यंत महत्वपूर्ण बात है कि हम सभी तिब्बती परम पावन के मार्गदर्शन में चलते हैं। हमारी कार्यपालिका यह सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास करेगी कि हम परम पावन दलाई लामा द्वारा दिखाए गए मार्ग का अनुसरण करें और उसके अनुसार कार्य करें। सबसे पहले मैं तिब्बत के लोगों के रक्षक प्रतीक परम पावन दलाई लामा और धर्म के अन्य सभी प्रतिष्ठित धारकों के प्रति अपना सम्मान और श्रद्धा अर्पित करता हूं। साथ ही मैं तिब्बत के भीतर और बाहर रहनेवाले अपने सभी तिब्बती भाइयों-बहनों और सभी स्वतंत्रता और सत्य प्रेमी तिब्बत समर्थकों को शुभकामनाएं देता हूं। मैं इस अवसर पर अमेरिकी कांग्रेस की अध्यक्ष नैन्सी पेलोसी, विदेश विभाग, ताइवान के विदेश मंत्री, तिब्बत के संसदीय मित्रों के साथ ही दुनिया भर से तिब्बत समर्थक समूहों, संगठनों और व्यक्तियों से मिले असंख्य हार्दिक बधाई पत्रों के लिए उनका धन्यवाद देना चाहूंगा।
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- इस अवसर पर मैं तिब्बती लोगों द्वारा 16वें काशाग के लिए पांचवें कालोन ट्रिपा/सिक्योंग और निर्वासित 17वीं तिब्बती संसद के चुनाव के सफल संचालन का उल्लेख करना चाहूंगा। यहां यह बताने की जरूरत नहीं है कि निर्वासित तिब्बतियों के बीच लोकतांत्रिक राजनीति केवल परम पावन दलाई लामा की उदारता के कारण है।
- इस चुनाव के दौरान तिब्बत से 77% पंजीकृत मतदाताओं की भागीदारी और समग्र चुनाव प्रक्रिया के शांतिपूर्ण संचालन को लोकतांत्रिक राजनीति में विजयी कदम के रूप में देखा जा सकता है और यह जीत प्रशासन और आम जनता के संयुक्त प्रयास के कारण है।
- इस चुनाव में आम जनता ने जो विश्वास जताया है और उम्मीदें पाल रखी हैं, उनको पूरा करने के लिए मैं चीन-तिब्बत संघर्ष का स्थायी समाधान खोजने और तिब्बती लोगों के कल्याण की जिम्मेदारी को पूरा करने के लिए अपनी पूरी ऊर्जा लगाने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराता हूं। मैंने अपनी आभासी प्रस्तुतियों के दौरान जिन विचारों को प्रचारित किया है और जो बातें मेरे घोषणा-पत्र में कही गई हैं, वे कई वर्षों की सार्वजनिक सेवा के दौरान प्राप्त अनुभवों के आधार पर हैं और तिब्बत, चीन और विश्व स्तर पर लगातार बदलती परिस्थितियों का सावधानीपूर्वक अध्ययन और समीक्षा करने के बाद प्रस्तुत किए गए हैं। मैंने उन नीतियों और कार्यक्रमों को तहे दिल से पेश करने की कोशिश की है, जिनकी जरूरत है, जो किया जाना चाहिए और जो किया जा सकता है। सर्वोच्च न्याय आयोग के कार्यालय के लिखित निर्देश के अनुसार, मैंने आज सुबह सर्वोच्च न्याय आयुक्त के समक्ष जो शपथ ली है, उसके अनुसार मैं चार्टर पर विश्वास करता हूं और उससे बंधा रहूंगा और चार्टर के प्रावधानों का किसी तरह के स्वार्थ, पूर्वाग्रह, भय और पक्षपात से रहित होकर न्यायपूर्ण तरीके से किसी दिखावे से परे अच्छे इरादे से जिम्मेदारी पूर्वक अनुपालन करूंगा।
चीन-तिब्बत संघर्ष का समाधान
- काशाग की मुख्य जिम्मेदारी संकटग्रस्त तिब्बत और तिब्बती लोगों के सामने आने वाली कठिन चुनौतियों से राहत पाना है। हम परम पावन दलाई लामा द्वारा समर्थित मध्यम मार्ग पर दृढ़ता से चलेंगे, जिसे तिब्बत के अंदर और बाहर के तिब्बतियों का बड़े पैमाने पर समर्थन प्राप्त है और जिसका अनुमोदन निर्वासित तिब्बती संसद द्वारा सर्वसम्मति से किया गया है। इसके आधार पर हम चीन सरकार के साथ बातचीत के जरिए चीन-तिब्बत संघर्ष का पारस्परिक रूप से लाभकारी, अहिंसक समाधान खोजने का प्रयास करेंगे। हमें उम्मीद है कि यह मध्यम मार्ग दुनिया भर में संघर्षों को सुलझाने में एक अच्छा उदाहरण स्थापित करेगा।
- जब तक इस तरह का स्थायी समाधान नहीं मिल जाता, हम तिब्बत में रहनेवाले तिब्बतियों की आवाज का प्रतिनिधित्व करते रहेंगे और हर एक तिब्बती के संसाधन को एकत्रित करके अपने लिए वैश्विक समर्थन को और मजबूत करेंगे। हम पर्यावरण के विनाश और तिब्बत के भीतर तिब्बती राष्ट्रीय पहचान के संरक्षण से संबंधित बुनियादी मुद्दों पर नजर रखेंगे और इसका गहन अध्ययन करेंगे। हम चीनी सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों में बड़ी गलतियों को इंगित करने से पीछे नहीं हटेंगे और गलत नीतियों को सुधारने, वापस लेने या संशोधित करने के लिए दबाव डालने का प्रयास करेंगे। इसी तरह हम तिब्बत में रहनेवाले तिब्बतियों और निर्वासित तिब्बतियों के बीच अधिक से अधिक संपर्क बढ़ाने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे और परम पावन दलाई लामा की चीन यात्रा की इच्छा को साकार करने की दिशा में काम करेंगे।
- भविष्य में यदि हमें बदलती परिस्थितियों के अनुरूप अपने दृष्टिकोण में नवीनता लाने की आवश्यकता होगी, तो हम संबंधित निकायों से परामर्श करेंगे और लोकतांत्रिक मानदंडों के अनुसार निर्णय लेंगे।
- भारत, अमेरिका और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ संबंधों को बनाए रखने के लिए हमारी कार्यपालिका उचित विचार, लगन और दृढता का सहारा लेगा।
- चीनी सरकार ने इस महीने की 21 तारीख को एक श्वेत पत्र जारी किया है, जिसका शीर्षक ‘1951 के बाद तिब्बत की मुक्ति, विकास और समृद्धि’ है। मैं आज केवल इतना कह सकता हूं कि हम श्वेत पत्र में किए गए दावों को सत्यापित करने के लिए लोगों को भेजने के लिए तैयार हैं।
लोकतांत्रिक राजनीति का सशक्तिकरण
निर्वासित तिब्बतियों के चार्टर की प्रस्तावना में निर्वासन में आने के बाद से तिब्बतियों को परम पावन दलाई लामा की लंबे समय से पोषित दृष्टि के अनुरूप शासन को लोकतांत्रिक प्रणाली की ओर ले जाने और उसके बाद के घटनाक्रमों के विकास को रेखांकित किया गया है। सत्ता का तीन अंगों के बीच सार्थक विभाजन समझ और संतुलन को दिखाता है जो मजबूत और जीवंत लोकतंत्र का आधार है। इसलिए, चार्टर के सार के अनुसार, काशाग सर्वोच्च न्याय आयोग को उचित सम्मान और गरिमा प्रदान करेगा और न्यायपालिका के प्रभावी कामकाज के लिए हर संभव सहायता प्रदान करेगा।
क. निर्वासित तिब्बती संसद के प्रति जिम्मेदार रहेगी और विधान के सभी कार्यक्रमों का समर्थन करेगी।
ख. तीनों स्वायत्त निकायों को उनकी स्वतंत्र स्थिति बनाए रखते हुए उनके प्रगतिशील कामकाज के लिए आवश्यक सहायता प्रदान करेगी।
ग. मीडिया की स्वतंत्रता और गरिमा को कायम रखते हुए उसे सार्थक चौथा स्तंभ बनने में मदद करेगी।
घ. गैर-सरकारी संगठनों के साथ उनके क्षेत्र, धार्मिक परंपरा या राजनीतिक स्थिति पर ध्यान न देते हुए हमारे प्रयासों को मजबूत करने के लिए काम करेगी।
ङ. सभी सार्वजनिक उपक्रमों से संबंधित सभी जमीनी संगठनों के साथ पारदर्शिता बनाए रखें और आम जनता के प्रति जिम्मेदार और जवाबदेह रहेगी।
कार्यपालिका के कार्य
- कार्यपालिका का पहला काम सभी मंत्रियों और अधिकारियों को यह स्पष्ट करना है कि हम यहां लोगों की सेवा करने के लिए हैं और उन्हें इस प्राथमिक उद्देश्य से विचलित न होने के लिए निर्देशित किया जाएगा।
- काशाग नीतियों और कार्यक्रमों को लागू करने के लिए हमारे संयुक्त प्रयास में वांछित परिणामों को हासिल करने के लिए सिविल सेवकों के अनुभव को उचित महत्व देगा।
- परम पावन दलाई लामा और मठों के प्रमुखों के मार्गदर्शन के अनुसार, कार्यपालिका सभी मठ संस्थाओं को हरसंभव सहायता प्रदान करेगी चाहे वे तिब्बती धर्म और संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन से संबद्ध हों या नहीं।
- औचित्यपूर्ण शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से विद्यालयों के एकीकरण और छात्रों के अध्ययन के लिए उचित सुविधाएं प्रदान करने में छात्रों की रुचि को प्रमुखता दी जाएगी।
- तिब्बती समुदायों के विकास और उचित कामकाज के लिए गरीबों और जरूरतमंदों का विशेष ध्यान रखा जाएगा। कार्यक्रम की प्रकृति के आधार पर कार्यक्रमों के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए ऊपर से नीचे की ओर का कार्यक्रम या नीचे से ऊपर की ओर जाता कार्यक्रम शुरू किया जाएगा।
- लोगों के शारीरिक और मानसिक दोनों स्वास्थ्य के महत्व को बनाए रखते हुए समुचित स्वास्थ्य देखभाल और बीमारों और वृद्धों को उचित चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने पर जोर दिया जाएगा।
- प्रशासन और आम जनता की वित्तीय निरंतरता को बनाए रखने के लिए उद्यम की सुविधा, कौशल और स्टार्ट-अप को बढ़ावा देने के लिए बस्ती के वर्तमान और पूर्व सदस्यों के बीच व्यापक सहयोग के अलावा सुनियोजित कार्यक्रमों को प्रोत्साहित किया जाएगा।
- समुदाय के व्यापक हित को देखते हुए तिब्बती बुद्धिजीवियों और युवाओं की क्षमता और योग्यता का समुचित उपयोग करने के लिए कई कार्यक्रम तैयार किए जाएंगे।
- सिक्योंग मुख्य रूप से चीन-तिब्बत संघर्ष को सुलझाने, सरकारों तक पहुंचने और प्रशासन और जनता के बीच घनिष्ठ संबंध बनाने पर काम करेंगे।
- मंत्री अपने पोर्टफोलियो के अनुसार, अपना काम पूरा करेंगे और जैसा कि कहा गया है, परम पावन दलाई लामा के प्रति जिम्मेदारियों को निभाने में किसी प्रकार की हिचकिचाहट नहीं दिखाएंगे।
- अच्छी तरह से निर्धारित कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने और उनके प्रभावी कार्यान्वयन के लिए समुदाय के बीच व्यापक समझ का होना अनिवार्य है। इसलिए, जनसांख्यिकीय जनगणना जल्द से जल्द शुरू की जाएगी।
अपील और अनुरोध
- उच्च स्तर पर लड़े गए लोकतांत्रिक चुनावों में मतभेद होना स्वाभाविक है। हालांकि, व्यक्तिगत पूर्वाग्रहों को सार्वजनिक स्तर पर मतभेद का मुद्दा नहीं बनाया जाना चाहिए और इसी तरह, सार्वजनिक मामलों में मतभेदों के आधार पर व्यक्तिगत द्वेष नहीं पालना चाहिए। हमें अपने सच्चे प्रतिद्वंद्वी को खोजना चाहिए और पहचानना चाहिए। हमने अपना देश खो दिया और राजनीतिक शरणार्थी हैं। हम सभी चीन-तिब्बत संघर्ष को सुलझाने के सामूहिक लक्ष्य को लेकर चलते हैं। समुदाय के भीतर मुद्दों और विवादों को हल करने के लिए हमारे पास मानदंड, नियम और विनियम निर्धारित हैं। कार्यपालिका न केवल अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार का सम्मान करेगी और उचित राय सुनेगी बल्कि उचित प्रतिक्रिया भी देगी। मैं आम जनता से बेहतर सहयोग और जिम्मेदारी के लिए दिल से अनुरोध करता हूं।
- जैसा कि मैंने पहले कहा है, यदि हम कानून के शासन को बनाए रखते हुए समान न्याय के तत्वों, हममें से प्रत्येक के सहकारी प्रयास और प्रगतिशील भविष्य के उद्देश्य से आगे बढ़ने के उद्देश्य को पूरा करने के चरण में पहुंच जाते हैं, तो हम चीन-तिब्बत संघर्ष को हल करने और अपने समुदाय के कल्याण के लिए अपनी जिम्मेदारी को पूरा करने की सही दिशा में आगे बढ़ने को लेकर आश्वस्त हो सकते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए आज से हम संघर्ष की राह में एक नया अध्याय शुरू करने की दिशा में कदम बढ़ाएंगे।
- इस महीने की 23 तारीख को तिब्बत के गोलोग क्षेत्र को भीषण भूकंप ने हिला कर रख दिया था। हम उन सभी तिब्बतियों के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त करते हैं जो प्राकृतिक आपदा के कारण घायल हुए हैं या अपनी संपत्ति खो चुके हैं।
- प्रशासन को प्राथमिकता के तौर पर यह देखना होगा कि भारत और नेपाल में तिब्बती समुदायों के भीतर कोविड -19 के प्रसार को रोकने के लिए और क्या किया जा सकता है। हम केंद्र और स्थानीय दोनों स्तरों पर कोविड टास्क फोर्स की संरचना की समीक्षा करेंगे और हर संभव उपचारात्मक उपाय करेंगे। मैं दो दिनों में इस पर बयान जारी करूंगा और प्रशासन द्वारा उपचारात्मक उपायों और दिशा-निर्देशों के बारे में बताऊंगा।
- संक्षेप में, मैं इस अवसर पर दुनिया भर की सभी स्वतंत्रता-प्रेमी सरकारों, संसदों और तिब्बत समर्थकों और विशेष रूप से भारत और अमेरिका को तिब्बत और तिब्बती लोगों के प्रति अब तक दर्शाए गए प्यार और समर्थन के लिए धन्यवाद देता हूं। आपका समर्थन तिब्बत में और निर्वासन में हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। इसलिए, मैं आपसे अपील करता हूं कि जब तक कोई स्थायी समाधान नहीं मिल जाता, तब तक आप हमारे प्रति अपना समर्थन बनाएं रखें
- अंत में, परम पावन दीर्घायु हों और उनकी सभी मनोकामनाएं सहजता से पूरी हों। वह दिन जल्द आए, जब तिब्बत में रहनेवाले तिब्बती और निर्वासित तिब्बती आपस में फिर से मिलें और आनन्दित हों।
पेन्पा त्सेरिंग
सिक्योंग
27 मई 2021