भाषा
བོད་ཡིག中文English
  • मुख पृष्ठ
  • समाचार
    • वर्तमान तिब्बत
    • तिब्बत समर्थक
    • लेख व विचार
    • कला-संस्कृति
    • विविधा
  • हमारे बारे में
  • तिब्बत एक तथ्य
    • तिब्बत:संक्षिप्त इतिहास
    • तिब्बतःएक अवलोकन
    • तिब्बती राष्ट्रीय ध्वज
    • तिब्बती राष्ट्र गान (हिन्दी)
    • तिब्बत स्वायत्तशासी क्षेत्र
    • तिब्बत पर चीनी कब्जा : अवलोकन
    • निर्वासन में तिब्बती समुदाय
  • केंद्रीय तिब्बती प्रशासन
    • संविधान
    • नेतृत्व
    • न्यायपालिका
    • विधायिका
    • कार्यपालिका
    • चुनाव आयोग
    • लोक सेवा आयोग
    • महालेखा परीक्षक
    • १७ केंद्रीय तिब्बती प्रशासन आधिकारिक छुट्टियां
    • CTA वर्चुअल टूर
  • विभाग
    • धर्म एवं सांस्कृति विभाग
    • गृह विभाग
    • वित्त विभाग
    • शिक्षा विभाग
    • सुरक्षा विभाग
    • सूचना एवं अंतर्राष्ट्रीय संबंध विभाग
    • स्वास्थ विभाग
  • महत्वपूर्ण मुद्दे
    • तिब्बत जो मुद्दे सामना कर रहा
    • चीन-तिब्बत संवाद
    • मध्य मार्ग दृष्टिकोण
  • वक्तव्य
    • परम पावन दलाई लामा द्वारा
    • कशाग द्वारा
    • निर्वासित संसद द्वारा
    • अन्य
  • मीडिया
    • तस्वीरें
    • विडियो
    • प्रकाशन
    • पत्रिका
    • न्यूज़लेटर
  • तिब्बत समर्थक समूह
    • कोर ग्रुप फॉर तिब्बतन कॉज़ – इंडिया
    • भारत तिब्बत मैत्री संघ
    • भारत तिब्बत सहयोग मंच
    • हिमालयन कमेटी फॉर एक्शन ऑन तिबेट
    • युथ लिब्रेशन फ्रंट फ़ॉर तिबेट
    • हिमालय परिवार
    • नेशनल कैंपेन फॉर फ्री तिबेट सपोर्ट
    • समता सैनिक दल
    • इंडिया तिबेट फ्रेंडशिप एसोसिएशन
    • फ्रेंड्स ऑफ़ तिबेट
    • अंतरष्ट्रिया भारत तिब्बत सहयोग समिति
    • अन्य
  • संपर्क
  • सहयोग
    • अपील
    • ब्लू बुक

तिब्बत में दूरसंचार के लिए प्रताड़ना

April 15, 2025

-By Human Rights Watch,

क्या आपने कभी किसी दूसरे देश में किसी को फ़ोन या ईमेल किया है? किसी मित्र, रिश्तेदार या शायद किसी सहकर्मी को?

यह पूरी तरह से एक मूर्खतापूर्ण प्रश्न लगता है। आज की अत्यधिक जुड़ी दुनिया में, जहां संचार अविश्वसनीय रूप से सस्ता और आसानी से उपलब्ध है, ये ऐसी चीज़ें हैं जो लोग बिना सोचे-समझे दिन में अनगिनत बार करते हैं।

हालांकि, अगर आप तिब्बती हैं तो आपको इसके बारे में बहुत सावधानी से सोचना होगा। वर्षों से चीन सरकार ने तिब्बती क्षेत्रों में लोगों को राजनीतिक रूप से प्रेरित फ़ोन और इंटरनेट से संबंधित अपराधों के लिए गिरफ़्तार किया है।

चीन के बाहर के लोगों, यहां तक कि रिश्तेदारों से भी संपर्क करना, सिर्फ़ एक ऐसी गतिविधि है जो आपको अधिकारियों द्वारा उत्पन्न परेशानी में डाल सकती है। दूसरा है आपके फ़ोन पर ऐसी तस्वीरें या टेक्स्ट होना जो सरकार को पसंद नहीं है। इसे तथाकथित तौर पर प्रतिबंधित सामग्री माना जाता है। तीसरा है ऐसी सामग्री सार्वजनिक करना जो अधिकारियों को नापसंद हो। चाहे यह सिर्फ़ एक मज़ेदार वीडियो ही क्यों न हो।

ऐसी चीज़ें- जो दुनिया के ज़्यादातर हिस्सों में मामूली बातें हैं- चीनी शासन के तहत तिब्बत में गिरफ़्तारी, हिरासत और यातना का कारण बन सकती हैं।

तिब्बतियों को हर बार अपने फोन को छूने से पहले इन खतरों को ध्यान में रखना पड़ता है। क्योंकि वहां मोबाइल फोन अनिवार्य रूप से सरकार द्वारा निगरानी में रखा जानेवाला डिवाइस है।

दुनिया भर में लोग मोबाइल फोन के बारे में यही कहते हैं और आम तौर पर इसमें कुछ सच्चाई भी है। लेकिन तिब्बत में आपके सेल फोन के ज़रिए निगरानी उन्नत स्तर की है।

अधिकारी सामूहिक तौर पर फ़ोन की तलाशी लेते हैं और सभी को अनिवार्य रूप से सरकार द्वारा निगरानी किया जानेवाला फ़ोन ऐप इंस्टॉल करने होते हैं।

तिब्बत में दूरसंचार-संबंधित कथित ‘अपराधों’ के लिए गिरफ़्तारियों और मुकदमों का पूरा पैमाना अज्ञात है। चीनी अधिकारी राजनीतिक अपराधों के लिए आधिकारिक डेटा का खुलासा नहीं करते हैं। एक नई एचआरडब्ल्यू रिपोर्ट में ६० से ज़्यादा मामले पाए गए, लेकिन यह निश्चित रूप से सिर्फ़ हिमशैल का एक सिरा है।

कुछ मामलों से, ख़ास तौर पर ‘प्रतिबंधित सामग्री’ की व्यापक परिभाषा के इर्द-गिर्द आपको यह अंदाज़ा हो जाता है कि स्थिति कितनी क्रूर है।

कई ऐसे मामले भी आए, जिनमें ‘प्रतिबंधित सामग्री’ के लिए गिरफ़्तार किए गए लोगों के पास निर्वासित आध्यात्मिक धर्मगुरु दलाई लामा जैसे तिब्बती धार्मिक हस्तियों के संदर्भों के अलावा कुछ भी नहीं था या उन्होंने कुछ साझा नहीं किया था।

एक मामले में एक व्यक्ति को ८० वर्षीय बौद्ध भिक्षुओं के जन्मदिन का जश्न मनाने के लिए एक वीचैट समूह बनाने के लिए गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने कहा कि ‘अनुमति के बिना’ इस तरह का चैट समूह बनाना अवैध है।

चीनी अधिकारी तिब्बतियों के अधिकारों का मज़ाक उड़ा रहे हैं। वे तिब्बतियों को न तो स्वतंत्र रूप से अपनी बात कहने देते हैं और न ही उन तक जानकारी पहुंचने देते हैं। वे तिब्बतियों से उनके प्रियजनों के संपर्क में रहने के मूल अधिकार को भी छीन रहे हैं।

दुनिया के अधिकांश हिस्सों में वैश्विक संचार तेजी से फैल रहा है। दूसरों के संपर्क में रहना पहले कभी इतना आसान नहीं रहा।

चीन में चीजें विपरीत दिशा में जा रही हैं, क्योंकि सरकार तेजी से पूरी आबादी को बंद करने और नियंत्रित करने की कोशिश कर रही है।

ह्यूमन राइट्स वॉच की मूल रिपोर्ट यहां पढ़ें।


विशेष पोस्ट

स्वर्गीय हंगकर रिनपोछे की माता का लंबी बीमारी और दुःख के बाद निधन हो गया।

13 May at 10:44 am

सिक्योंग पेनपा त्सेरिंग ने जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज़ को हार्दिक बधाई दी।

9 May at 11:40 am

परम पावन 14वें दलाई लामा ने परम पावन पोप लियो XIV को हार्दिक शुभकामनाएं दीं

9 May at 10:26 am

दलाई लामा के उत्तराधिकार में चीन के हस्तक्षेप के प्रयासों का यूरोपीय संसद के प्रस्ताव में कड़ा विरोध

8 May at 9:05 am

परम पावन दलाई लामा ने दीर्घायु प्रार्थना में भाग लिया

7 May at 9:10 am

संबंधित पोस्ट

तिब्बत नहीं, जिज़ांग: चीन के मनमाने नामकरण के मतलब क्या है

2 weeks ago

चीन ने हालिया श्वेत पत्र में तिब्बत का नाम ही मिटा दिया

4 weeks ago

तिब्बत में भूकंप: प्राकृतिक नहीं, मानव निर्मित आपदा

4 months ago

कैलाश शिखर के पास चीन नया बॉर्डर गेम खेल रहा!

1 year ago

नास्तिक चीन को दलाई लामा के पुनर्जन्म मामले में कोई दखल नहीं देना चाहिए

1 year ago

हमारे बारे में

महत्वपूर्ण मुद्दे
तिब्बत जो मुद्दे सामना कर रहा
मध्य मार्ग दृष्टिकोण
चीन-तिब्बत संवाद

सहयोग
अपील
ब्लू बुक

CTA वर्चुअल टूर

तिब्बत:एक तथ्य
तिब्बत:संक्षिप्त इतिहास
तिब्बतःएक अवलोकन
तिब्बती:राष्ट्रीय ध्वज
तिब्बत राष्ट्र गान(हिन्दी)
तिब्बत:स्वायत्तशासी क्षेत्र
तिब्बत पर चीनी कब्जा:अवलोकन
निर्वासन में तिब्बती समुदाय

केंद्रीय तिब्बती प्रशासन
संविधान
नेतृत्व
न्यायपालिका
विधायिका
कार्यपालिका
चुनाव आयोग
लोक सेवा आयोग
महालेखा परीक्षक
१७ केंद्रीय तिब्बती प्रशासन आधिकारिक छुट्टियां

केंद्रीय तिब्बती विभाग
धार्मीक एवं संस्कृति विभाग
गृह विभाग
वित्त विभाग
शिक्षा विभाग
सुरक्षा विभाग
सूचना एवं अंतर्राष्ट्रीय संबंध विभाग
स्वास्थ विभाग

संपर्क
भारत तिब्बत समन्वय केंद्र
एच-10, दूसरी मंजिल
लाजपत नगर – 3
नई दिल्ली – 110024, भारत
दूरभाष: 011 – 29830578, 29840968
ई-मेल: [email protected]

2021 India Tibet Coordination Office • Privacy Policy • Terms of Service