भाषा
བོད་ཡིག中文English
  • मुख पृष्ठ
  • समाचार
    • वर्तमान तिब्बत
    • तिब्बत समर्थक
    • लेख व विचार
    • कला-संस्कृति
    • विविधा
  • हमारे बारे में
  • तिब्बत एक तथ्य
    • तिब्बत:संक्षिप्त इतिहास
    • तिब्बतःएक अवलोकन
    • तिब्बती राष्ट्रीय ध्वज
    • तिब्बती राष्ट्र गान (हिन्दी)
    • तिब्बत स्वायत्तशासी क्षेत्र
    • तिब्बत पर चीनी कब्जा : अवलोकन
    • निर्वासन में तिब्बती समुदाय
  • केंद्रीय तिब्बती प्रशासन
    • संविधान
    • नेतृत्व
    • न्यायपालिका
    • विधायिका
    • कार्यपालिका
    • चुनाव आयोग
    • लोक सेवा आयोग
    • महालेखा परीक्षक
    • १७ केंद्रीय तिब्बती प्रशासन आधिकारिक छुट्टियां
    • CTA वर्चुअल टूर
  • विभाग
    • धर्म एवं सांस्कृति विभाग
    • गृह विभाग
    • वित्त विभाग
    • शिक्षा विभाग
    • सुरक्षा विभाग
    • सूचना एवं अंतर्राष्ट्रीय संबंध विभाग
    • स्वास्थ विभाग
  • महत्वपूर्ण मुद्दे
    • तिब्बत जो मुद्दे सामना कर रहा
    • चीन-तिब्बत संवाद
    • मध्य मार्ग दृष्टिकोण
  • वक्तव्य
    • परम पावन दलाई लामा द्वारा
    • कशाग द्वारा
    • निर्वासित संसद द्वारा
    • अन्य
  • मीडिया
    • तस्वीरें
    • विडियो
    • प्रकाशन
    • पत्रिका
    • न्यूज़लेटर
  • तिब्बत समर्थक समूह
    • कोर ग्रुप फॉर तिब्बतन कॉज़ – इंडिया
    • भारत तिब्बत मैत्री संघ
    • भारत तिब्बत सहयोग मंच
    • हिमालयन कमेटी फॉर एक्शन ऑन तिबेट
    • युथ लिब्रेशन फ्रंट फ़ॉर तिबेट
    • हिमालय परिवार
    • नेशनल कैंपेन फॉर फ्री तिबेट सपोर्ट
    • समता सैनिक दल
    • इंडिया तिबेट फ्रेंडशिप एसोसिएशन
    • फ्रेंड्स ऑफ़ तिबेट
    • अंतरष्ट्रिया भारत तिब्बत सहयोग समिति
    • अन्य
  • संपर्क
  • सहयोग
    • अपील
    • ब्लू बुक

दस लाख तिब्बती बच्चों को उनके माता-पिता से जबरन अलग किया गया : संयुक्त राष्ट्र

February 15, 2023


bitterwinter.org /१५ फरवरी, २०२३

नवंबर में संयुक्त राष्ट्र के तीन विशेष दूतों ने चीन को लिखा। कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिलने पर उन्होंने इसे सार्वजनिक करने का फैसला किया
मास्सिमो इंट्रोविग्ने

जब कनाडाई लोगों को पता चला कि बच्चों को उनके परिवारों से जबरन अलग कर दिया जाता है और आवासीय स्कूलों में भेज दिया जाता है तो वहां विरोध की ज्‍वाला भड़क उठी और मुकदमों के मामले अचानक बढ़ गए। ये स्‍कूल अक्सर उनके माता-पिता से सैकड़ों मील दूर होते हैं, जहां उनकी संस्कृति और भाषा को मिटाकर एक नई, विदेशी पहचान देने की कोशिश की जाती है। कनाडा के ईसाई बोर्डिंग स्कूलों में स्वदेशी पहचान, भाषा और धर्म से वंचित फर्स्ट नेशन के बच्चों के साथ यही हुआ था।

हालांकि, प्रदर्शनकारी शायद इस बात से अनभिज्ञ थे कि जो कभी कनाडा में हुआ, वही आज चीन में चल रहा है और दस लाख तिब्बती बच्चे इसके शिकार हुए हैं। तीन विशेष रि‍पोर्टियरों ने सबसे पहले चीन को दिनांक ११ नवंबर, २०२२ को एक गोपनीय पत्र लिखा। हालांकि वे कहते हैं कि वे चीनी अधिकारियों के साथ संपर्क में बने रहे, लेकिन उन्हें कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिला। इसलिए उन्होंने पत्र और एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की। उनका दावा है कि तिब्बती लोगों को सांस्कृतिक, धार्मिक और भाषाई रूप से आत्मसात करने के उद्देश्य से चीनी सरकार द्वारा लागू आवासीय स्कूल प्रणाली की नीतियों के कारण तिब्बती अल्पसंख्यक समुदाय के लगभग दस लाख बच्चे प्रभावित हुए हैं।

संयुक्त राष्ट्र के तीनों विशेष रि‍पोर्टियरों ने कहा कि वे इस बात से बहुत परेशान हैं कि हाल के वर्षों में तिब्बती बच्चों के लिए अनिवार्य आवासीय विद्यालय प्रणाली बड़े पैमाने पर अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार मानकों के विपरीत कार्य करती है। इसका उद्देश्य तिब्बतियों को बहुसंख्यक हान संस्कृति में विलीन कर लेना है।

दस लाख तिब्बती बच्चों यानी तिब्बत के अधिकांश बच्चों को उनके माता-पिता के विरोध के बावजूद जबरन अलग कर दिया गया है और तिब्बत और चीन के दूर-दराज के स्थानों में आवासीय स्कूलों में भेज दिया गया है। वहां का ‘शैक्षिक सामग्री’ और माहौल बहुसंख्यक हान संस्कृति वाला है। इसमें पाठ्य-पुस्तक की सामग्री, विशेष रूप से मंदारिन चीनी (पुटोंघुआ) भाषा का उपयोग करते हुए, लगभग पूरी तरह से हान छात्रों के अनुभव को दर्शाती है।

संयुक्त राष्ट्र के विशेष रि‍पोर्टियरों ने कहा है कि इसके परिणामस्वरूप तिब्बती बच्चे अपनी मूल भाषा से दूर होते जा रहे हैं और तिब्बती भाषा में अपने माता-पिता और दादा-दादी के साथ आसानी से संवाद करने की क्षमता खो रहे हैं। यह उनकी पहचान को आत्मसात करने और पहचान को खत्‍म करने की राह को आसान करता है।

तिब्बती ग्रामीण स्कूल जो शिक्षण की भाषा के रूप में तिब्‍बती का उपयोग करते थे, अब बंद हो गए हैं। विशेष रिपोर्टियरों ने आगे कहा कि इन ग्रामीण स्‍कूलों को टाउनशिप या काउंटी स्तर के स्कूलों में बदल दि‍या गया है जो विशेष कर शिक्षण और संचार के लि‍ए लगभग पुतोंगहुआ का उपयोग करते हैं और आमतौर पर बच्चों को इसे समझने के लिए अलग से प्रयास करने की आवश्यकता होती है। इस नीति के उद्देश्य को लेकर विशेष रिपोर्टियरों को कोई भ्रम नहीं है। यह तिब्बतियों की अगली पीढ़ी का हान चीनी संस्कृति में ‘पूरी तरह आत्मसात’ करने और उनकी तिब्बती सांस्कृतिक, धार्मिक और भाषाई विरासत को मटियामेट कर देना भर है। कई अन्‍य लोगों ने इसे सांस्कृतिक संहार का नाम दिया है।


विशेष पोस्ट

हिमाचल प्रदेश में मानसून की बारिश से हुए नुकसान पर दुख व्यक्त किया गया

9 Sep at 10:50 am

केंद्रीय तिब्बती प्रशासन ने 65वां तिब्बती लोकतंत्र दिवस मनाया

3 Sep at 10:45 am

पैंसठवें तिब्बती लोकतंत्र दिवस पर निर्वासित तिब्बती संसद का वक्तव्य

2 Sep at 10:32 am

परम पावन दलाई लामा लद्दाख में डेढ़ महीने से अधिक के प्रवास के बाद सुरक्षित धर्मशाला लौटे

2 Sep at 9:56 am

तिब्बती लोकतंत्र दिवस की पैंसठवीं वर्षगांठ पर कशाग का वक्तव्य

2 Sep at 9:38 am

संबंधित पोस्ट

फ्रांस में तिब्बत ब्यूरो ने वु लान महोत्सव में भाग लिया और परम पावन की चार प्रमुख प्रतिबद्धताओं पर प्रदर्शनी आयोजित की

10 hours ago

स्पीकर खेनपो सोनम तेनफेल ने नेपाल की अंतरिम प्रधान मंत्री सुशीला कार्की को बधाई दी

1 day ago

“तिब्बत के लिए एक दिन” थीम पर अहिंसा की आवाज़ें: महात्मा गांधी और परम पावन 14वें दलाई लामा की साझा विरासत पर दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम

1 day ago

जिनेवा में तिब्बत कार्यालय ने तिब्बती सप्ताहांत स्कूल भाषा शिक्षकों के लिए दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया

1 day ago

धर्मशाला में भिक्षुओं और भिक्षुणियों के लिए 10वीं आधुनिक विज्ञान कार्यशाला शुरू

1 day ago

हमारे बारे में

महत्वपूर्ण मुद्दे
तिब्बत जो मुद्दे सामना कर रहा
मध्य मार्ग दृष्टिकोण
चीन-तिब्बत संवाद

सहयोग
अपील
ब्लू बुक

CTA वर्चुअल टूर

तिब्बत:एक तथ्य
तिब्बत:संक्षिप्त इतिहास
तिब्बतःएक अवलोकन
तिब्बती:राष्ट्रीय ध्वज
तिब्बत राष्ट्र गान(हिन्दी)
तिब्बत:स्वायत्तशासी क्षेत्र
तिब्बत पर चीनी कब्जा:अवलोकन
निर्वासन में तिब्बती समुदाय

केंद्रीय तिब्बती प्रशासन
संविधान
नेतृत्व
न्यायपालिका
विधायिका
कार्यपालिका
चुनाव आयोग
लोक सेवा आयोग
महालेखा परीक्षक
१७ केंद्रीय तिब्बती प्रशासन आधिकारिक छुट्टियां

केंद्रीय तिब्बती विभाग
धार्मीक एवं संस्कृति विभाग
गृह विभाग
वित्त विभाग
शिक्षा विभाग
सुरक्षा विभाग
सूचना एवं अंतर्राष्ट्रीय संबंध विभाग
स्वास्थ विभाग

संपर्क
भारत तिब्बत समन्वय केंद्र
एच-10, दूसरी मंजिल
लाजपत नगर – 3
नई दिल्ली – 110024, भारत
दूरभाष: 011 – 29830578, 29840968
ई-मेल: [email protected]

2021 India Tibet Coordination Office • Privacy Policy • Terms of Service