भाषा
བོད་ཡིག中文English
  • मुख पृष्ठ
  • समाचार
    • वर्तमान तिब्बत
    • तिब्बत समर्थक
    • लेख व विचार
    • कला-संस्कृति
    • विविधा
  • हमारे बारे में
  • तिब्बत एक तथ्य
    • तिब्बत:संक्षिप्त इतिहास
    • तिब्बतःएक अवलोकन
    • तिब्बती राष्ट्रीय ध्वज
    • तिब्बती राष्ट्र गान (हिन्दी)
    • तिब्बत स्वायत्तशासी क्षेत्र
    • तिब्बत पर चीनी कब्जा : अवलोकन
    • निर्वासन में तिब्बती समुदाय
  • केंद्रीय तिब्बती प्रशासन
    • संविधान
    • नेतृत्व
    • न्यायपालिका
    • विधायिका
    • कार्यपालिका
    • चुनाव आयोग
    • लोक सेवा आयोग
    • महालेखा परीक्षक
    • १७ केंद्रीय तिब्बती प्रशासन आधिकारिक छुट्टियां
    • CTA वर्चुअल टूर
  • विभाग
    • धर्म एवं सांस्कृति विभाग
    • गृह विभाग
    • वित्त विभाग
    • शिक्षा विभाग
    • सुरक्षा विभाग
    • सूचना एवं अंतर्राष्ट्रीय संबंध विभाग
    • स्वास्थ विभाग
  • महत्वपूर्ण मुद्दे
    • तिब्बत जो मुद्दे सामना कर रहा
    • चीन-तिब्बत संवाद
    • मध्य मार्ग दृष्टिकोण
  • वक्तव्य
    • परम पावन दलाई लामा द्वारा
    • कशाग द्वारा
    • निर्वासित संसद द्वारा
    • अन्य
  • मीडिया
    • तस्वीरें
    • विडियो
    • प्रकाशन
    • पत्रिका
    • न्यूज़लेटर
  • तिब्बत समर्थक समूह
    • कोर ग्रुप फॉर तिब्बतन कॉज़ – इंडिया
    • भारत तिब्बत मैत्री संघ
    • भारत तिब्बत सहयोग मंच
    • हिमालयन कमेटी फॉर एक्शन ऑन तिबेट
    • युथ लिब्रेशन फ्रंट फ़ॉर तिबेट
    • हिमालय परिवार
    • नेशनल कैंपेन फॉर फ्री तिबेट सपोर्ट
    • समता सैनिक दल
    • इंडिया तिबेट फ्रेंडशिप एसोसिएशन
    • फ्रेंड्स ऑफ़ तिबेट
    • अंतरष्ट्रिया भारत तिब्बत सहयोग समिति
    • अन्य
  • संपर्क
  • सहयोग
    • अपील
    • ब्लू बुक

निर्वासित तिब्बतियों की किताबें प्रकाशित करने के आरोप में तिब्बती भिक्षु गिरफ्तार

February 5, 2024

दो सूत्रों ने आरएफए को बताया कि कीर्ति मठ के पूर्व लाइब्रेरियन लोबसांग थाबखे को अज्ञात स्थान पर रखा गया है।
rfa.org/ पेलबार

रेडियो फ्री एशिया को पता चला है कि चीनी पुलिस ने जून २०२३ में निर्वासित तिब्बती समुदाय की पुस्तकों को पुनः प्रकाशित करने और क्षेत्र के बाहर के लोगों से संपर्क करने के आरोप में एक तिब्बती बौद्ध भिक्षु को गिरफ्तार किया था।

तिब्बत के अंदर के दो सूत्रों ने सुरक्षा कारणों से नाम न छापने की शर्त पर बताया कि दक्षिण-पश्चिम चीन के सिचुआन प्रांत में न्गाबा काउंटी में कीर्ति मठ के लाइब्रेरियन के रूप में काम करने वाले ५४ वर्षीय लोबसांग थाबखे को गिरफ्तार करने के बाद से अज्ञात स्थान पर रखा गया है।

एक सूत्र ने आरएफए को बताया कि थाबखे को गिरफ्तारी से पहले चीनी पुलिस ने पूछताछ के लिए उन्हें कई बार बुलाया था।

एक अन्य सूत्र ने कहा, ‘उनके खिलाफ जो प्राथमिक आरोप लगाया गया था वह यह था कि उन्होंने कीर्ति मठ में पुस्तकालय के प्रभारी होने के दौरान तिब्बती निर्वासित समुदाय द्वारा लिखी गई पुस्तकों को प्रकाशित और प्रसारित किया था और उन्होंने तिब्बत के बाहर के लोगों के साथ संवाद किया था।’

आरएफए ने न्गाबा पुलिस स्टेशन से संपर्क किया, लेकिन वहां के एक अधिकारी ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि थाबखे कौन हैं।

थाबखे न्गाबा के मेरुमा टाउनशिप के मूल निवासी हैं जो २००८ से कई विरोध- प्रदर्शनों और तिब्बत समर्थक राजनीतिक गतिविधियों का स्थल रहा है।

१९५९ के हुई तिब्बती जनक्रांति की सालगिरह पर २००८ में हुए विरोध- प्रदर्शन पर चीनी दमन में ४०० से अधिक तिब्बती मारे गए थे। इसके साथ ही चीनी अधिकारियों ने तिब्बत के अंदर बड़े विरोध- प्रदर्शनों को दबा दिया था। इसके बाद से तिब्बत में चीनी दमन का विरोध करने के लिए १५८  तिब्बतियों ने आत्मदाह कर लिया है।

चीनी अधिकारी तिब्बत के अंदर तिब्बतियों के लिए क्षेत्र के बाहर के लोगों से संपर्क करना और निर्वासित तिब्बती समुदाय या तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा के साथ संपर्क करने को अवैध मानता है। दलाई लामा को चीन ‘अलगाववादी’ मानता है।

हालांकि, दलाई लामा और निर्वासित तिब्बती सरकार ‘मध्यम मार्ग’ दृष्टिकोण की वकालत करते हैं जो चीनी संविधान के दायरे में तिब्बती लोगों के लिए वास्तविक स्वायत्तता की मांग करता है। मध्यम मार्ग दृष्टिकोण तिब्बती सांस्कृतिक, भाषाई और धार्मिक पहचान के संरक्षण पर भी जोर देता है।


विशेष पोस्ट

तिब्बत पर विश्व सांसदों का नौवां सम्मेलन टोक्यो घोषणा-पत्र, टोक्यो कार्य योजना और परम पावन १४वें दलाई लामा के ९०वें जन्मदिन के सम्मान में प्रस्ताव पारित करने के साथ संपन्न

5 Jun at 9:29 am

दीर्घायु प्रार्थना समारोह में शामिल हुए परम पावन दलाई लामा

4 Jun at 10:59 am

तिब्बत पर विश्व सांसदों के नौवें सम्मेलन के लिए दुनिया भर के सांसद टोक्यो पहुंचे

3 Jun at 3:17 pm

परमपावन दलाई लामा ने तिब्बत पर 9वें विश्व सांसद सम्मेलन को संदेश भेजा

3 Jun at 7:22 am

स्वर्गीय हंगकर रिनपोछे की माता का लंबी बीमारी और दुःख के बाद निधन हो गया।

13 May at 10:44 am

संबंधित पोस्ट

पूर्व तिब्बती राजनीतिक कैदी जामयांग जिनपा ने जिनेवा में तिब्बतियों के एक समूह को संबोधित किया

6 days ago

सूचना एवं अंतर्राष्ट्रीय संबंध विभाग ने तिब्बत के कार्यालयों के प्रतिनिधियों के लिए प्रोटोकॉल प्रशिक्षण आयोजित किया

1 week ago

मार्टिन स्कॉर्सेसे के साथ कुंडुन की स्क्रीनिंग ट्रिबेका फिल्म फेस्टिवल में परम पावन 14वें दलाई लामा को सम्मानित करती है

1 week ago

कालोन नोर्ज़िन डोल्मा ने जापान में तिब्बत के कार्यालयों के प्रतिनिधियों की वार्षिक बैठक की अध्यक्षता की

1 week ago

धर्म और संस्कृति विभाग ने तिब्बती डिजिटल लाइब्रेरी की सामग्री और कैटलॉग वर्गीकरण पर तीन दिवसीय सत्र का आयोजन किया

1 week ago

हमारे बारे में

महत्वपूर्ण मुद्दे
तिब्बत जो मुद्दे सामना कर रहा
मध्य मार्ग दृष्टिकोण
चीन-तिब्बत संवाद

सहयोग
अपील
ब्लू बुक

CTA वर्चुअल टूर

तिब्बत:एक तथ्य
तिब्बत:संक्षिप्त इतिहास
तिब्बतःएक अवलोकन
तिब्बती:राष्ट्रीय ध्वज
तिब्बत राष्ट्र गान(हिन्दी)
तिब्बत:स्वायत्तशासी क्षेत्र
तिब्बत पर चीनी कब्जा:अवलोकन
निर्वासन में तिब्बती समुदाय

केंद्रीय तिब्बती प्रशासन
संविधान
नेतृत्व
न्यायपालिका
विधायिका
कार्यपालिका
चुनाव आयोग
लोक सेवा आयोग
महालेखा परीक्षक
१७ केंद्रीय तिब्बती प्रशासन आधिकारिक छुट्टियां

केंद्रीय तिब्बती विभाग
धार्मीक एवं संस्कृति विभाग
गृह विभाग
वित्त विभाग
शिक्षा विभाग
सुरक्षा विभाग
सूचना एवं अंतर्राष्ट्रीय संबंध विभाग
स्वास्थ विभाग

संपर्क
भारत तिब्बत समन्वय केंद्र
एच-10, दूसरी मंजिल
लाजपत नगर – 3
नई दिल्ली – 110024, भारत
दूरभाष: 011 – 29830578, 29840968
ई-मेल: [email protected]

2021 India Tibet Coordination Office • Privacy Policy • Terms of Service