भाषा
བོད་ཡིག中文English
  • मुख पृष्ठ
  • समाचार
    • वर्तमान तिब्बत
    • तिब्बत समर्थक
    • लेख व विचार
    • कला-संस्कृति
    • विविधा
  • हमारे बारे में
  • तिब्बत एक तथ्य
    • तिब्बत:संक्षिप्त इतिहास
    • तिब्बतःएक अवलोकन
    • तिब्बती राष्ट्रीय ध्वज
    • तिब्बती राष्ट्र गान (हिन्दी)
    • तिब्बत स्वायत्तशासी क्षेत्र
    • तिब्बत पर चीनी कब्जा : अवलोकन
    • निर्वासन में तिब्बती समुदाय
  • केंद्रीय तिब्बती प्रशासन
    • संविधान
    • नेतृत्व
    • न्यायपालिका
    • विधायिका
    • कार्यपालिका
    • चुनाव आयोग
    • लोक सेवा आयोग
    • महालेखा परीक्षक
    • १७ केंद्रीय तिब्बती प्रशासन आधिकारिक छुट्टियां
    • CTA वर्चुअल टूर
  • विभाग
    • धर्म एवं सांस्कृति विभाग
    • गृह विभाग
    • वित्त विभाग
    • शिक्षा विभाग
    • सुरक्षा विभाग
    • सूचना एवं अंतर्राष्ट्रीय संबंध विभाग
    • स्वास्थ विभाग
  • महत्वपूर्ण मुद्दे
    • तिब्बत जो मुद्दे सामना कर रहा
    • चीन-तिब्बत संवाद
    • मध्य मार्ग दृष्टिकोण
  • वक्तव्य
    • परम पावन दलाई लामा द्वारा
    • कशाग द्वारा
    • निर्वासित संसद द्वारा
    • अन्य
  • मीडिया
    • तस्वीरें
    • विडियो
    • प्रकाशन
    • पत्रिका
    • न्यूज़लेटर
  • तिब्बत समर्थक समूह
    • कोर ग्रुप फॉर तिब्बतन कॉज़ – इंडिया
    • भारत तिब्बत मैत्री संघ
    • भारत तिब्बत सहयोग मंच
    • हिमालयन कमेटी फॉर एक्शन ऑन तिबेट
    • युथ लिब्रेशन फ्रंट फ़ॉर तिबेट
    • हिमालय परिवार
    • नेशनल कैंपेन फॉर फ्री तिबेट सपोर्ट
    • समता सैनिक दल
    • इंडिया तिबेट फ्रेंडशिप एसोसिएशन
    • फ्रेंड्स ऑफ़ तिबेट
    • अंतरष्ट्रिया भारत तिब्बत सहयोग समिति
    • अन्य
  • संपर्क
  • सहयोग
    • अपील
    • ब्लू बुक

निर्वासित तिब्बती नेता ने वाशिंगटन की पहली आधिकारिक यात्रा पूरी की

April 29, 2022

सीटीए के सिक्योंग पेन्पा छेरिंग, अमेरिकी निचले सदन की स्पीकर नैन्सी पेलोसी और आईसीटी के चेयरमैन रिचर्ड गेर

सिक्योंग पेन्पा त्सेरिंग ने प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैन्सी पेलोसी और अन्य अमेरिकी सांसदों से मुलाकात की।

rfa.org

निर्वासित तिब्बती नेता पेन्पा त्सेरिंग ने गुरुवार को प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैन्सी पेलोसी और अन्य सांसदों के साथ बैठक और शुक्रवार शाम को निर्धारित सार्वजनिक वार्ता के साथ वाशिंगटन डीसी की अपनी पहली आधिकारिक यात्रा पूरी कर ली।

सिक्योंग त्सेरिंग (भारत स्थित निर्वासित तिब्बती सरकार- केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के निर्वाचित प्रमुख)ने मंगलवार को अमेरिकी विदेश विभाग में तिब्बती मुद्दों के लिए विशेष समन्वयक उज़रा ज़ेया के साथ बातचीत के साथ अपनी यात्रा शुरू की। विभाग ने त्सेरिंग के स्‍वागत में दोपहर के भोजन की भी मेजबानी की जिसमें चेक गणराज्य, डेनमार्क, कनाडा, इंग्‍लैंड और अन्य देशों के राजदूतों ने भाग लिया।

गुरुवार को पेलोसी के साथ त्सेरिंग की बैठक में भाग लेने वालों में इंटरनेशनल कंपेन फॉर तिब्बत (आईसीटी) बोर्ड के चेयरमैन रिचर्ड गेर,कार्यवाहक अध्यक्ष भुचुंग त्सेरिंग,तिब्बत के ताशिलहुनपो मठ की भारत स्थित शाखा के मठाधीश ज़ि‍ग्यब रिनपोछे,अमेरिकी सांसद जिम मैकगवर्न और निर्वासित तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा के प्रतिनिधि नमग्याल चोएडुप शामिल थे।

बैठक के बाद आरएफए से बात करते हुए चोएडुप ने बताया कि इस सप्ताह हुई त्‍सेरिंग की वाशिंगटन की यात्रा उनकी पहली यात्रा थी। भारत के धर्मशाला स्थित निर्वासित तिब्बती संसद के पूर्व स्पीकर त्सेरिंग ने ११ अप्रैल, २०२१ को सिक्योंग पद के लिए दुनिया भर के तिब्बती समुदायों में चुनाव लड़ा था।

चोएडुप ने गुरुवार की बातचीत को ‘निर्णायक और रचनात्मक’ बतायाऔर तिब्बतियों को निरंतर अमेरिकी समर्थन के लिए पेलोसी के प्रति आभार जताया। चोएडुप ने कहा, ‘बैठक में चीन-तिब्बत संघर्ष को कैसे हल किया जाए, इस बारे में भविष्य की कार्रवाई को लेकर सामूहिक निर्णयों पर भी चर्चा हुई।’

पूर्व में एक स्वतंत्र राष्ट्र रहे तिब्बत पर आक्रमण किया गया था और ७० से अधिक वर्षों पहले बल द्वारा चीन में शामिल किया गया था। उसके बाद से  तिब्बती अक्सर चीनी अधिकारियों द्वारा भेदभाव और मानवाधिकारों के हनन की शिकायत करते रहते हैं। चीन की नीतियों का उद्देश्य तिब्बत की राष्ट्रीय और सांस्कृतिक पहचान को मिटाना है।

आईसीटी बोर्ड के अध्यक्ष रिचर्ड गेर ने गुरुवार को आरएफए से बात करते हुए कहा, ‘हम उन मिथकों या आख्यानों को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं जो चीनी सरकार कई दशकों से तिब्बत को चीन का हिस्सा होने के बारे में पेश कर रही है,जो सच नहीं है।’

गेर ने कहा, ‘हम चीनऔर परम पावन दलाई लामा के बीच वास्तविक संवाद शुरू कराने पर जोर देने की कोशिश कर रहे हैं।’

दलाई लामा और भारत स्थित निर्वासित तिब्बत सरकार के केंद्रीय तिब्बती प्रशासन ने बीजिंग के साथ बातचीत के लिए ‘मध्यम मार्ग’ दृष्टिकोण का प्रस्ताव दिया है जो अब तिब्बत को चीन के हिस्से के रूप में स्वीकार करता है लेकिन तिब्बती भाषा, धार्मिक और सांस्कृतिक अधिकारों के लिए अधिक स्वतंत्रता का आग्रह करता है।

पूर्व में निर्वासित आध्यात्मिक नेता दलाई लामा के दूतों और उच्च स्तरीय चीनी अधिकारियों के बीच २००२ से नौ दौर की वार्ता हुई,लेकिन २०१० में यह रुक गई और फिर कभी नहीं हुई।

हाउस फॉरेन अफेयर्स कमेटी के रैंकिंग सदस्य और टेक्सास के प्रतिनिधि माइकल मैककॉल ने कहा, ‘दलाई लामा के समर्थक सांसद दलाई लामा को वीडियो द्वारा अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए देखना पसंद करेंगे।’

मैककॉल ने कहा, ‘अमेरिकी लोग तिब्बती लोगों और दलाई लामा के साथ खड़े हैं जो हमारे समय के सबसे महान आध्यात्मिक नेताओं में से एक हैं।’

पेन्पा त्सेरिंग ने शुक्रवार शाम को अपनी वाशिंगटन यात्रा का समापन जॉर्ज वाशिंगटन विश्वविद्यालय में तिब्बत-चीन संवाद पर पैनल चर्चा और डीसी-क्षेत्र के तिब्बती समुदाय के साथ एक सार्वजनिक वार्ता के साथ किया। कनाडा में बैठकों में जाने से पहले वे फ़िलाडेल्फ़िया और न्यूयॉर्क में तिब्बत समुदायों के बीच  दौरा करेंगे।


विशेष पोस्ट

स्वर्गीय हंगकर रिनपोछे की माता का लंबी बीमारी और दुःख के बाद निधन हो गया।

13 May at 10:44 am

सिक्योंग पेनपा त्सेरिंग ने जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज़ को हार्दिक बधाई दी।

9 May at 11:40 am

परम पावन 14वें दलाई लामा ने परम पावन पोप लियो XIV को हार्दिक शुभकामनाएं दीं

9 May at 10:26 am

दलाई लामा के उत्तराधिकार में चीन के हस्तक्षेप के प्रयासों का यूरोपीय संसद के प्रस्ताव में कड़ा विरोध

8 May at 9:05 am

परम पावन दलाई लामा ने दीर्घायु प्रार्थना में भाग लिया

7 May at 9:10 am

संबंधित पोस्ट

स्वर्गीय हंगकर रिनपोछे की माता का लंबी बीमारी और दुःख के बाद निधन हो गया।

1 week ago

सिक्योंग पेनपा त्सेरिंग ने जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज़ को हार्दिक बधाई दी।

2 weeks ago

परम पावन 14वें दलाई लामा ने परम पावन पोप लियो XIV को हार्दिक शुभकामनाएं दीं

2 weeks ago

दलाई लामा के उत्तराधिकार में चीन के हस्तक्षेप के प्रयासों का यूरोपीय संसद के प्रस्ताव में कड़ा विरोध

2 weeks ago

परम पावन दलाई लामा ने दीर्घायु प्रार्थना में भाग लिया

2 weeks ago

हमारे बारे में

महत्वपूर्ण मुद्दे
तिब्बत जो मुद्दे सामना कर रहा
मध्य मार्ग दृष्टिकोण
चीन-तिब्बत संवाद

सहयोग
अपील
ब्लू बुक

CTA वर्चुअल टूर

तिब्बत:एक तथ्य
तिब्बत:संक्षिप्त इतिहास
तिब्बतःएक अवलोकन
तिब्बती:राष्ट्रीय ध्वज
तिब्बत राष्ट्र गान(हिन्दी)
तिब्बत:स्वायत्तशासी क्षेत्र
तिब्बत पर चीनी कब्जा:अवलोकन
निर्वासन में तिब्बती समुदाय

केंद्रीय तिब्बती प्रशासन
संविधान
नेतृत्व
न्यायपालिका
विधायिका
कार्यपालिका
चुनाव आयोग
लोक सेवा आयोग
महालेखा परीक्षक
१७ केंद्रीय तिब्बती प्रशासन आधिकारिक छुट्टियां

केंद्रीय तिब्बती विभाग
धार्मीक एवं संस्कृति विभाग
गृह विभाग
वित्त विभाग
शिक्षा विभाग
सुरक्षा विभाग
सूचना एवं अंतर्राष्ट्रीय संबंध विभाग
स्वास्थ विभाग

संपर्क
भारत तिब्बत समन्वय केंद्र
एच-10, दूसरी मंजिल
लाजपत नगर – 3
नई दिल्ली – 110024, भारत
दूरभाष: 011 – 29830578, 29840968
ई-मेल: [email protected]

2021 India Tibet Coordination Office • Privacy Policy • Terms of Service