सिलीगुड़ी, अपने दो द्विवसीय दौरे में बौद्ध धर्मगुरु कई कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे। व्यवस्थापक मण्डल से जुड़े सोनम लामा ने बताया कि धर्मगुरु दलाई लामा यहां दो दिवसीय दौरे पर आ रहे हैं। पहले दिन सेज्जू मठ और दूसरे दिन कालचक्र मैदान में उनका संबोधन होगा। रात्रि विश्राम वह सेज्जू मठ में ही करेंगे। इस बाबत सभी व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई हैं। उन्होंने बताया कि गुरुवार को सुबह नौ बजे पहले दलाई लामा उपवास मन्दिर जाएंगे। यहा एक घंटे समय बिताने के बाद वह मठ में बने मंच पर आसन ग्रहण करेंगे। इस दौरान पारंपरिक तरीके से उनका स्वागत भी किया जाएगा। मठ के मैदान में 50 हजार से भी ज्यादा अनुयायियों के बैठने की व्यवस्था की गयी है। बौद्ध धर्मगुरू का संबोधन सुनने के लिए भूटान , नेपाल के अलावा तिब्बत,धर्मशाला,गंगटोक,दार्जिलिंग, सहित भारत के अन्य राज्यों से अनुयायी आ रहे हैं। दूसरी ओर कालचक्र मैदान से लगायत पूरे सालूगारा क्षेत्र को तिब्बती झण्डों से पाट दिया गया है। मठ परिसर के द्वार पर रंगोली और कई संदेश लगाए गए हैं। सम्बोधन स्थल से सालूगारा की मुख्य सड़क तक खाने-पीने ,गर्म कपड़ों ,बौद्ध धर्म की परंपरागत सामग्रियों की कई अस्थाई दुकानें लग गई हैं। पूरे रास्तेभर में कई भव्य द्वार बौद्ध धर्मगुरु व उनके अनुयायियों के स्वागत के लिए तैयार हैं। बौद्ध अनुयायी देर रात्रि तक बस, कार आदि वाहनों से जलपाईगुड़ी पहुंचते रहे। उनके अनुयायियों से शहर के ज्यादातर होटल, लॉज , गेस्ट हाउस आदि भरे हुए हैं। इस बीच सेज्जू मठ के आसपास की सड़कों को चमकाने-दमकाने में बीएसएफ के जवानों के अलावा स्थानीय प्रशासनिक मशीनरी भी लगी रही। सड़कों की पैचिंग और साफ-सफाई का कार्य देर शाम तक चला। जलपाईगुड़ी की एडीएम डीटी शेरपा सहित अन्य पुलिस अधिकारियों ने सेज्जू मठ का निरीक्षण किया। दूसरी ओर डीसीसी बुद्धिस्ट एसोसिएशन प्रांगण और अन्य स्थानों पर स्नीपर डॉग की भी सुरक्षा व्यवस्था के लिहाज से मदद ली जा रही है। इस बीच अपने गुरू के आने की खुशी में पूरी रात अनुयायी पारंपरिक गीतों को गुनगुनाते रहे और परम पावन दलाई लामा की लंबी उम्र की कामना करते रहे।
इंसर्ट
त्रिस्तरीय होगी सुरक्षा:
बौद्ध धर्मगुरू दलाई लामा की सुरक्षा त्रिस्तरीय होगी। सुपर कमाण्डो के जवान उनके साथ हेलिकॉप्टर से आएंगे। यही जवान मंच के पास अपना घेरा बनाये रखेंगे। इसके अलावा स्थानीय पुलिस के अधिकारी और जवान पूरे मैदान, मठ परिसर की सुरक्षा व्यवस्था संभालेंगे। इस बाबत पूरे दिन पुलिस महकमा रिहर्सल में लगा रहा और हर प्वाइंट का जायजा लिया।
इंसर्ट
नाश्ते में रोटी-चाय: परम पावन का संबोधन सुनने देश-विदेश से आए अनुयायियों को नाश्ते में रोटी-चाय दी जाएगी। व्यवस्था से जुड़े लोगों ने बताया कि यह बौद्ध परंपरा का अंग है। इस कार्य में मठ के अलावा व्यवस्थापक मंडल से जुड़े अन्य बौद्ध लगे रहेंगे। उधर देश-विदेश से आए बौद्ध अनुयायियों का कहना है कि वह लोग दलाई लामा के दर्शन के लिए आए हैं। उनके संबोधन से शरीर में एक अनोखा संचार होता है। परम पावन के उपदेश हमारे लिए आदर्श हैं। यही वजह है कि हम अपने पूरे परिवार ,दोस्तों ,रिश्तेदारों को साथ लेकर यहां आए हैं।