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धर्मशाला। मेक्सिको में तिब्बत समर्थक समूह-तिब्बत एमएक्स- ने तिब्बत पर आक्रमण और कब्जे के बाद से सीसीपी द्वारा मारे गए तिब्बतियों के सम्मान में ऑफ्रेंडा मनाया। मैक्सिकन समाज में उनके ‘डे ऑफ द डेड’ बहुत ही महत्वपूर्ण अवकाश होता है। इस दिन हर साल मरने वाले रिश्तेदारों और दोस्तों की तस्वीरों के साथ वेदियां तैयार की जाती हैं; उन्हें याद करने और उनकी स्मृति को जीवित रखने के लिए भोजन, रोटी, पेय और फूल चढ़ाए जाते हैं।
चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के साथ मेक्सिको सरकार की मिलीभगत और चुप्पी के विरोध में और तिब्बत में क्रूर मानवाधिकारों के उल्लंघन के बारे में नागरिकों को सूचित करने के लिए मेक्सिको सिटी में विदेश मंत्रालय की इमारत के सामने ‘डे ऑफ द डेड’ ऑफ्रेंडा प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है। इस वर्ष का ऑफ्रेंडा आदरणीय पाल्डेन ग्याल्त्सो, डॉ. अल्फ्रेडो मार्टिनेज मोरेनो और तिब्बत एमएक्स स्वयंसेवकों मार्था पोंस और नैन्सी फ्लोर्स को समर्पित किया गया था, जिनका इस वर्ष निधन हो गया। इन्होंने जीवित रहते हुए तिब्बती मुद्दों के लिए प्रयास करने में अपना जीवन समर्पित कर दिया था।
इस श्रद्धांजलि कार्यक्रम को बड़ी संख्या में वहां से आते-जाते लोगों ने देखा। हालांकि, बड़ी संख्या में लोग उस स्थिति से अनजान थे जिससे तिब्बती लोग गुजर रहे है। वे लोग यह जानकर आश्चर्यचकित थे कि तिब्बत में तिब्बती ध्वज या परम पावन दलाई लामा की तस्वीर रखना अलगाववादी होने का आरोपी बनने के लिए पर्याप्त है और ऐसा करनेवाले को कड़ी सजा भुगतनी पड़ती है।
इस कार्यक्रम में सड़क कलाकारों का एक रॉक समूह भी शामिल हुआ और तिब्बत एमएक्स को उपस्थित लोगों को तिब्बत और चीनी सरकार के शत्रुतापूर्ण व्यवहार के बारे में सूचित करने को कहा। ‘ऑफ्रेंडा’ के दौरान वहां आए हजारों लोगों को इस बारे में सूचित किया गया।
तिब्बत एमएक्स मेक्सिको में तिब्बत समर्थक समूह है और १२ से अधिक वर्षों से इस पारंपरिक डेड ऑफ्रेंडा दिवस का आयोजन कर रहा है।