
वाशिंगटन डीसी। सिक्योंग पेन्पा शेरिंग २२ से २५ जुलाई तक वाशिंगटन डीसी के आधिकारिक दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने ‘तिब्बत समाधान अधिनियम (रिज़ॉल्व तिब्बत ऐक्ट)’ को समर्थन देकर कांग्रेस से पारित करने के लिए अमेरिकी सांसदों का व्यक्तिगत रूप से आभार व्यक्त किया।
अमेरिकी सांसदों के साथ बैठक के अलावा सिक्योंग ने तिब्बत से संबंधित मुद्दों पर अमेरिकी विदेश मंत्रालय और व्हाइट हाउस के अधिकारियों के साथ बैठकें कीं। सिक्योंग ने ब्रूकिंग्स इंस्टीट्यूशन में बंद कमरे में आयोजित विशेषज्ञ गोलमेज सम्मेलन में भी भाग लिया, जिसका संचालन इंस्टीट्यूशन के चीन केंद्र के निदेशक रयान हास ने किया। अन्य कार्यक्रमों में यूएसएआईडी अधिकारियों और कांग्रेस के कर्मचारियों के साथ बैठकें शामिल थीं।
‘तिब्बत-चीन विवाद के समाधान को बढ़ावा देने वाले अधिनियम’ पर हस्ताक्षर हो जाने के उपलक्ष्य में कैपिटल विज़िटर सेंटर में एक स्वागत समारोह आयोजित किया गया। तिब्बती राजनीतिक नेता सिक्योंग पेन्पा शेरिंग ने विधेयक के प्रायोजकों के प्रति तिब्बती लोगों की ओर से आभार प्रकट किया। स्वागत समारोह में स्पीकर एमेरिटा नैन्सी पेलोसी के अलावा चेयरमैन माइकल मैककॉल, सांसद जिम मैकगवर्न और सांसद जो विल्सन भी शामिल हुए। स्वागत समारोह में तिब्बती लोगों द्वारा अमेरिका को धन्यवाद देने वाला एक वीडियो भी दिखाया गया और उपस्थित लोगों ने उसका आनंद लिया।
सिक्योंग ने कैपिटल एरिया तिब्बती कम्युनिटी सेंटर में ‘तिब्बत समाधान अधिनियम (रिज़ॉल्व तिब्बत ऐक्ट)’ के कानून बनने के सामुदायिक समारोह में भी भाग लिया और सभा को संबोधित किया। अपने भाषण में सिक्योंग ने कहा, ‘तिब्बतियों के लिए जश्न मनाना बहुत दुर्लभ है। पहले भी ऐसे कई मौके आए, जब तिब्बतियों ने जश्न मनाया था। इनमें एक समय वह था, जब परम पावन को नोबेल शांति पुरस्कार, यूएस कांग्रेसनल गोल्ड मेडल और कई संस्थानों और संगठनों या अन्य स्थानों से मान्यताएं मिली थीं। उन्होंने आगे कहा कि यह पहली बार तिब्बतियों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण दिन बनकर आया है। इस दिन को हम अमेरिकी सरकार द्वारा ‘तिब्बत समाधान अधिनियम (रिज़ॉल्व तिब्बत ऐक्ट)’ जैसे कानून पारित करने के निर्णय के कारण मना रहे हैं। यह कानून तिब्बत पर चीन के दावे के हर पहलू को चुनौती देता है।’
‘तिब्बत समाधान अधिनियम (रिज़ॉल्व तिब्बत ऐक्ट)’ को चरणबद्ध ढंग से आगे बढ़ने की प्रक्रिया के मद्देनजर सिक्योंग पेन्पा शेरिंग ने आभार व्यक्त करते हुए कहा, ‘मैं स्पीकर एमेरिटा नैन्सी पेलोसी को धन्यवाद देना चाहता हूं। यह बिल २०२२ में स्पीकर के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान उनके कार्यालय से आया था। उस समय, इंटरनेशनल कैंपेन फ़ॉर तिब्बत (आईसीटी) के अध्यक्ष के रूप में रिचर्ड गेरे, सिक्योंग के रूप में मैं और तिब्बत और आईसीटी के कार्यालय की टीम ने स्पीकर पेलोसी और कांग्रेसी जिम मैकगवर्न से मुलाकात की थी। इस बैठक के दौरान हमने तीन बुनियादी मुद्दों पर रणनीति बनाई थी। ये मुद्दे थे, वाशिंगटन डीसी में तिब्बत पर विश्व संसदीय सम्मेलन का आयोजन करना था। इस तरह का पिछला सम्मेलन १९९७ में और जून २०२२ में आयोजित किया गया था। लगभग उसी समय तेनज़िन नामग्याल टेथोंग, एलेन बोर्क, चीनी इतिहासकार प्रोफेसर लाओ और प्रोफेसर माइकल द्वारा तिब्बत की ऐतिहासिक स्थिति पर गवाही हुई थी। उस गवाही के आधार पर, इस ‘तिब्बत समाधान अधिनियम’ को प्रतिनिधि सभा में सांसद जिम मैकगवर्न और चेयरमैन मैककॉल जबकि सीनेट में सीनेटर टॉड यंग और सीनेटर जेफ मार्कले द्वारा प्रायोजित किया गया था। सीनेट में सीनेटर कार्डिन ने विदेश संबंध समिति के अध्यक्ष के रूप में इसका समर्थन किया था। हम उनके समर्थन के लिए बहुत आभारी हैं।’
सिक्योंग ने आगे कहा, ‘जैसा कि स्पीकर पेलोसी ने धर्मशाला का दौरा करते समय कहा था कि तिब्बती लोगों के कारण ही यह विधेयक पारित हो पाया। इसलिए, मैं अमेरिका में सभी तिब्बतियों, तिब्बत समर्थक समूहों, तिब्बती संघों, तिब्बती पक्ष की वकालत करनेवालों, विशेष रूप से तिब्बत की युवा पीढ़ी को धन्यवाद देना चाहता हूं जो इस साल मार्च में कैपिटोल हिल पर इसके समर्थन में इकट्ठा हुए थे। मुझे यह भी पता है कि कांग्रेस के कर्मचारियों से भी बहुत सारे इनपुट और समर्थन मिले हैं। उन कर्मचारियों में से कई सारे यहां मौजूद हैं। ये लोग ही इस विधेयक के वास्तुकार रहे हैं।’