वाशिगटन, रायटर्स। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने शिनजियांग, तिब्बत, हांगकांग के लिए चिंता प्रकट की है।  बाइडन और राष्ट्रपति शी चिनपिंग (Xi Jinping) ने तिब्बत, हांगकांग और शिनजियांग को लेकर बातचीत की। व्हाइट हाउस के एक बयान में कहा गया कि तीन घंटे से अधिक समय की इस बैठक में अमेरिकी राष्ट्रपति ने शिनजियांग, तिब्बत और हांगकांग में चीनी रूख के साथ-साथ मानवाधिकारों को लेकर भी चिंता प्रकट की है। वहीं, चीन लगातार धमकी देने से बाज नहीं आ रहा है। चीन की तरफ से साफ कहा गया है कि अगर ताइवान की आजादी चाहने वालों ने रेड लाइन क्रॉस की तो चीन बड़े कदम उठाने को लेकर बाध्य होगा।

दोनों देशों ने ऊर्जा- जलवायु के मुद्दों पर काम करने के लेकर लिया संकल्प

इसके साथ ही व्हाइट हाउस की तरफ से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि अमेरिका, ताइवान से संबंधित ‘वन चाइना’ नीति के लिए प्रतिबद्ध है। व्हाइट हाउस ने कहा, दोनों देशों ने ऊर्जा -जलवायु मुद्दों पर मिलकर काम करने का संकल्प लिया है।

फिर से चीन ने ताइवान को लेकर दी धमकी

उधर, चीनी राज्य मीडिया ने कहा कि राष्ट्रपति शी. जिनपिंग इसके बदले में अमेरिकी राष्ट्रपति से कहा कि ताइवान की आजादी चाहने वालों के खिलाफ निर्णायक उपाय करने होंगे। अगर अलगाववादियों ने रेड लाइन को पार किया तो चीन को कड़े कदम उठाने होंगे। चीन की तरफ से कहा गया है कि अमेरिका को भी इसके लिए कठोर कदम उठाने होंगे। बता दें कि चीन स्वशासित ताइवान का अपना होने का दावा करता है। वहीं बीजिंग ने संकल्प लिया है कि यदि आवश्यक हुआ तो बल द्वारा भी द्वीप को चीनी नियंत्रण में लाया जाएगा। बैठक में दोनों नेताओं ने संघर्ष से बचने के लिए दुनिया के प्रति अपनी जिम्मेदारी पर बल दिया।