
धर्मशाला। ‘हिमाचल प्रदेश वन क्रीड़ा एवं ड्यूटी मीट’ की २५वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में धर्मशाला स्थित मुख्य वन संरक्षक कार्यालय ने तिब्बती प्रदर्शन कला संस्थान (टीआईपीए) के कलाकारों को २९ सितंबर से ०१ अक्तूबर, २०२४ तक आयोजित उद्घाटन एवं समापन समारोह में प्रस्तुति देने के लिए आमंत्रित किया। इस प्रदर्शन में संस्थान के कलात्मक निदेशक के नेतृत्व में तिब्बती लोक नृत्यों का चयन किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित अन्य गणमान्य व्यक्ति एवं स्थानीय लोगों के साथ मुख्य अतिथि हिमाचल राज्य वानिकी विभाग के सीपीएस अधिकारी सुरेंद्र सिंह ठाकुर थे।
इसी समय, कांगड़ा जिला प्रशासन ने राज्य की सांस्कृतिक विविधता का जश्न मनाने तथा जिले में पर्यटकों के मनोरंजन के लिए कांगड़ा कार्निवल का बड़े पैमाने पर आयोजन किया।
टीपा कलाकारों ने उद्घाटन समारोह में २८ सितंबर को और फिर ०१ अक्तूबर की शाम को प्रसिद्ध भारतीय कलाकारों और स्थानीय कलाकारों के साथ मंच साझा करते हुए सांस्कृतिक प्रदर्शन किए। कार्यक्रमों में हजारों दर्शकों ने भाग लिया और पूरे उत्साह के साथ कलाकारों का उत्साहवर्धन किया।
प्रदर्शनों में हजारों दर्शक शामिल हुए और जोश से जयकारे लगाए। उपस्थित लोगों में जिला प्रशासन के अधिकारी, स्थानीय निवासी और आने वाले पर्यटक शामिल थे। निर्वासित तिब्बती प्रशासन के मुख्यालय के पास आयोजित इन कार्यक्रमों ने तिब्बत की विशिष्ट सांस्कृतिक विरासत को उजागर करने का अवसर प्रदान किया, साथ ही हिमाचल प्रदेश सरकार और राज्य में निवास कर रहे तिब्बती समुदाय के बीच घनिष्ठ संबंधों को बढ़ावा दिया।