दैनिक जागरण, 1 जनवरी 2012
गया, जागरण संवाददाता। तिब्बतियों के आध्यात्मिक गुरु दलाईलामा ने कहा है कि भारतीयों में यह गुण है कि वे अहिंसा के मार्ग को अपनाते हैं। बोध गया वह जगह है जहां से बौद्ध धर्म की शिक्षा पूरे विश्व में फैली। भारत में सहिष्णुता की परंपरा रही है। इसलिए भगवान बुद्ध का शिष्य होने के नाते मैं भी भारतीय हूं। दलाईलामा शनिवार को बिहार में बोधगया के महाबोधि मंदिर में पत्रकारों से बात कर रहे थे। वह यहां पूजा के सिलसिले में आए हैं।
उन्होंने तिब्बत के भविष्य पर कहा कि सच्चाई में ताकत होती है। एक न एक दिन प्रयास सफल होगा। उन्होंने कहा कि एक-दूसरे की भावनाओं को समझना जरूरी है। सभी में मानवता का भाव होना चाहिए। मैं भगवान बुद्ध का दूत हूं और प्रेम, शांति व धैर्य का संदेश फैलाने आया हूं।