दैनिक जागरण, 28 मार्च, 2012
वाशिंगटन। चीन सरकार से नाराज तिब्बतियों द्वारा आत्मदाह की घटनाओं के बाद अमेरिकी संसद सीनेट की एक समिति ने तिब्बत से संबद्ध विधेयक को मंजूरी दी है। विधेयक में चीन से तिब्बती क्षेत्र में प्रतिबंधों को कम करने और कैदियों को रिहा करने की अपील की गई है।
सीनेट ने मंगलवार के प्रस्ताव में कहा कि वह मरने वाले प्रदर्शनकारियों के प्रति शोक प्रकट करती है। वह तिब्बतियों का दमन करने वाली नीतियों पर अफसोस जताती है और चीन से मनमाने ढंग से गिरफ्तार किए गए लोगों को रिहा करने की अपील करती है।
सीनेट फॉरेन रिलेशंस कमेटी ने ईरान, सूडान और सीरिया से जुड़े कई विधेयकों को मंजूरी दी। समिति ने लीबिया और ट्यूनीशिया सहित कई देशों के राजदूतों के नामों को पर भी अपनी मुहर लगाई। समिति ने विधेयकों और नामांकनों को सीनेट को भेज दिया है। इसे भविष्य में मंजूरी मिलने की उम्मीद है।
प्रस्ताव में विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन से तिब्बत मामले में चीन से बात करने और क्षेत्र में पत्रकारों तथा राजनयिकों की बेरोक-टोक आवाजाही की अपील की गई है। चीन के धार्मिक और राजनीतिक दबाव के खिलाफ 2011 से अब तक 29 तिब्बतियों ने आत्मदाह किया है। इनमें अधिकतर बौद्ध भिक्षु थे।