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चिकित्सा सहायता न देने के कारण तिब्बती राजनीतिक कैदी की घर पर मौत

May 7, 2020

राजनीतिक कैदी छोइकयी।

rfa.org

तिब्बती सूत्रों ने बताया कि तिब्बती राजनीतिक कैदी द्वारा बार-बार चिकित्सा सुविधा की मांग किए जाने के बावजूद अधिकारियों द्वारा उसे इलाज नहीं कराने के कारण गुरुवार को कैदी की चीन के सिचुआन प्रांत स्थित उसके घर पर मौत हो गई। जेल में कठोर प्रताड़ना के परिणामस्वरूप उनका स्वास्थ्य बिगड़ गया था।

निर्वासन में रह रहे एक तिब्बती सूत्र ने बताया कि चोएक्यी नामके राजनीतिक कैदी एक भिक्षु भी थे। उन्हें निर्वासित आध्यात्मिक धर्मगुरु दलाई लामा के 80वें जन्मदिन के अवसर पर उनके नाम का टी- शर्ट बनाने के आरोप में चार साल की सजा दी गई थी। उन्हें सिचुआन प्रांत की मियांयांग जेल में रखा गया था और 18 जनवरी, 2019 को रिहा कर दिया गया था।

एक सूत्र ने वहां के स्थानीय स्रोतों से मिली जानकारी को नाम उजागर न करने की शर्त पर बताते हुए कहा कि, ष्कैद में रहने के दौरान चीनी पुलिस ने उसे गंभीर रूप से प्रताड़ित किया, जिससे उसके जिगर और गुर्दे खराब हो गए।ष्

एक अन्य सूत्र ने बताया कि 19 जून, 2015 की गिरफ्तारी के अगले ही दिन चोएक्यी की बहन क्यिडजोम और क्यिडजोम के बेटे द्रकपा को भी पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया। उन्होंने कहा कि पूछताछ के दौरान उन्हें पीटा गया और 15 दिनों तक जेल में रखा गया।

एक सूत्र ने कहा कि रिहाई के बाद सिचुआन के सेथार (चीनी सेडा) काउंटी में अपने घर गई चोएक्यी की बहन ने कई बार यात्रा करने की अनुमति मांगी लेकिन अधिकारियों ने उसे हर बार मना कर दिया। सेथार ऐतिहासिक रूप से पूर्वी तिब्बत के खाम क्षेत्र का ही एक हिस्सा है।

सूत्र ने कहा कि उनका परिवार उनके चिकित्सा खर्चों का भुगतान कर सकता था, लेकिन अधिकारियों ने स्थानीय अस्पतालों में उन्हें भर्ती होने या इलाज कराने की अनुमति ही नहीं दी। इसके बाद उनकी मौत ही हो गई।”

तिब्बत के एक अन्य सूत्र ने कहा, ष्मरीज चोएक्यी को ल्हासा के एक अस्पताल में चिकित्सा उपचार कराने के लिए ल्हासा जाने की सलाह दी गई और भिक्षु चोएक्यी यात्रा के लिए बहुत इच्छुक भी थे। लेकिन अधिकारियों ने उन्हें पर जाने की अनुमति नहीं दी।ष्

29 अप्रैल को तिब्बती लेखक और पूर्व राजनीतिक कैदी जेट्सांग तामिक चेइकेई से मिलने सेथार के न्येटो गांव स्थित उनके घर गए जहां उन्होंने चोएक्यी के स्वास्थ्य को बड़ी तेजी से खराब होते हुए महसूस किया। ऑस्ट्रेलिया में रहने वाले एक तिब्बती शोधकर्ता दोरजी त्सेरिंग ने चोएक्यी से मिलने की विवरण देते हुए जेट्सांग के एक लेख को पढ़कर इस बारे में बताया।

त्सेरिंग ने टामिक के लिखित विवरण के हवाले से कहा, ष्वह कमजोर हो गए थे और यहां तक कि उनके मुंह से एक शब्द भी बोलना उनके लिए बहुत मुश्किल हो रहा था।ष्

स्विट्जरलैंड में निर्वासन में रह रहे पूर्व राजनीतिक कैदी गॉल जिग्मे ने स्थानीय स्रोतों के हवाले से बताया कि ष्चोएक्यी के परिवार ने अब परंपरा और स्थानीय लोगों के रीति-रिवाजों के अनुसार उनके लिए एक स्मारक सेवा की व्यवस्था की है।ष्


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