भाषा
བོད་ཡིག中文English
  • मुख पृष्ठ
  • समाचार
    • वर्तमान तिब्बत
    • तिब्बत समर्थक
    • लेख व विचार
    • कला-संस्कृति
    • विविधा
  • हमारे बारे में
  • तिब्बत एक तथ्य
    • तिब्बत:संक्षिप्त इतिहास
    • तिब्बतःएक अवलोकन
    • तिब्बती राष्ट्रीय ध्वज
    • तिब्बती राष्ट्र गान (हिन्दी)
    • तिब्बत स्वायत्तशासी क्षेत्र
    • तिब्बत पर चीनी कब्जा : अवलोकन
    • निर्वासन में तिब्बती समुदाय
  • केंद्रीय तिब्बती प्रशासन
    • संविधान
    • नेतृत्व
    • न्यायपालिका
    • विधायिका
    • कार्यपालिका
    • चुनाव आयोग
    • लोक सेवा आयोग
    • महालेखा परीक्षक
    • १७ केंद्रीय तिब्बती प्रशासन आधिकारिक छुट्टियां
    • CTA वर्चुअल टूर
  • विभाग
    • धर्म एवं सांस्कृति विभाग
    • गृह विभाग
    • वित्त विभाग
    • शिक्षा विभाग
    • सुरक्षा विभाग
    • सूचना एवं अंतर्राष्ट्रीय संबंध विभाग
    • स्वास्थ विभाग
  • महत्वपूर्ण मुद्दे
    • तिब्बत जो मुद्दे सामना कर रहा
    • चीन-तिब्बत संवाद
    • मध्य मार्ग दृष्टिकोण
  • वक्तव्य
    • परम पावन दलाई लामा द्वारा
    • कशाग द्वारा
    • निर्वासित संसद द्वारा
    • अन्य
  • मीडिया
    • तस्वीरें
    • विडियो
    • प्रकाशन
    • पत्रिका
    • न्यूज़लेटर
  • तिब्बत समर्थक समूह
    • कोर ग्रुप फॉर तिब्बतन कॉज़ – इंडिया
    • भारत तिब्बत मैत्री संघ
    • भारत तिब्बत सहयोग मंच
    • हिमालयन कमेटी फॉर एक्शन ऑन तिबेट
    • युथ लिब्रेशन फ्रंट फ़ॉर तिबेट
    • हिमालय परिवार
    • नेशनल कैंपेन फॉर फ्री तिबेट सपोर्ट
    • समता सैनिक दल
    • इंडिया तिबेट फ्रेंडशिप एसोसिएशन
    • फ्रेंड्स ऑफ़ तिबेट
    • अंतरष्ट्रिया भारत तिब्बत सहयोग समिति
    • अन्य
  • संपर्क
  • सहयोग
    • अपील
    • ब्लू बुक

चीनी अधिकारियों ने सार्वजनिक रूप से प्रार्थना करने पर पांच तिब्बतियों को यातनाएं दीं, एक की मौत

September 22, 2022

(चार अन्य लोग जेल में हैं और उन्हें अपने परिवार से मिलने की अनुमति नहीं है)

rfa.org / सांग्याल कुंचोक

२१सितंबर, २०२२

निर्वासन में रह रहे दो तिब्बती सूत्रों ने आरएफए को बताया कि तिब्बत में चीनी अधिकारियों ने सार्वजनिक रूप से धूप जलाने और प्रार्थना करने के आरोप में कथित तौर पर पांच तिब्बतियों को गिरफ्तार कर उन्‍हें प्रताड़ित किया है औरउनमें से एक को मार दिया है।

 

चीन के उत्तर-पश्चिमी सिचुआन प्रांत में सेर्टर काउंटी (चीनी: सेडा) में पांच तिब्बतियों ने २४ अगस्त को निर्वासित तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा के लंबे जीवन के लिए धूप जलाई और प्रार्थना की थी। इनकी पहचान चुगधर, घेलो, छेदो, भामो और कोरी के रूप में की गई।

पुलिस ने कुछ ही समय बाद उन सबको गिरफ्तार कर लिया।हालांकि सूत्रों ने कहा कि धार्मिक गतिविधियों से किसी कानून का उल्लंघन नहीं हुआ था। आरएफएको भी इसमें किसी तरह के आरोप नहीं दिखे हैं।

निर्वासन में रह रहे एक तिब्बतीने सुरक्षा कारणों से नाम न छापने का अनुरोध करते हुए आरएफए की तिब्बती सेवा को बताया, ‘गिरफ्तार किए गए तिब्बतियों को उनके क्षेत्र के स्थानीय तिब्बतियों द्वारा धार्मिक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए नियुक्त किया गया था।‘

लेकिन सरता और गोलोग क्षेत्रों में धार्मिक गतिविधियों पर चीनी अधिकारियों के बढ़ते दबदबे के तहत चीनी सरकार द्वारातिब्बतियों को अपने घर के सामने प्रार्थना झंडे भी फहराने की अनुमति नहीं है। सूत्र ने कहा कि वे तिब्बतियों को संग-सोल (एक अगरबत्ती जलाने की रस्म) करने से भी मना करते हैं। उनका कहना है कि यह पर्यावरण के लिए हानिकारक है।‘

निर्वासन में रहने वाले एक अन्य तिब्बती ने सुरक्षा कारणों से नाम उजागर न करने का अनुरोधकरते हुए आरएफए को बताया कि,‘चुगधर की मृत्यु कर्ज़े (गांज़ी) तिब्बती स्वायत्त प्रि‍फेक्‍चर की एक जेल में हुई, जबकि अन्य चार हिरासत में हैं।

दूसरे सूत्र ने कहा,‘चुगधर ५२साल के थे और उनके परिवार में उनके माता-पिता हैं। चीनी पुलिस इस बात से इनकार करती रही कि उन्होंने उसे मौत के घाट उतारा।‘

दूसरे सूत्र ने कहा,‘पुलिस ने उनके परिवार को कहा कि अगर वे चुगधर का शव अपने साथ ले जाते हैं तो उन्‍हें १,००,००० युआन (१४,००० अमेरिकी डॉलर से अधिक) की अंतरिम सहायता दी जाएगी और परिवार के प्रत्‍येक सदस्‍य को १०,००० अतिरिक्त वार्षिक मदद दी जाएगी। लेकिन यह शव उठवाने की चीनी पुलिस की बस एक चाल थी, क्योंकि उनके परिवार को कभी भी वह पैसा नहीं मिला, जिसका उनसे वादा किया गया था।‘

पहले सूत्र ने कहा कि चुगधर की मौत का आधिकारिक कारण संदिग्ध है।

पहले सूत्र ने कहा,‘चुगधर एक स्वस्थ व्यक्ति थे, लेकिन उन्हें जेल में तब तक बेरहमी से प्रताड़ित किया गया जब तक कि उनकी मृत्यु नहीं हो गई। उनके परिवार को चीनी अधिकारियों ने २६ अगस्त को तलब कियाऔर सूचित किया कि उनकी मृत्यु अचानक हो गई। उन्होंने परिवार को जेल से उसका शव लेने के लिए कहा।‘

पहले सूत्र ने कहा, ‘जब चुगधर के पिता और परिवार के अन्य सदस्य उसका शव लेने गएतो चीनी पुलिस ने उन्हें एक दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया, जिसमें कहा गया था कि चीनी पुलिस का उसकी मौत से कोई लेना-देना नहीं है।‘

 

पहले सूत्र के अनुसार, अन्य चार तिब्बतियों को पहले एक सप्ताह के लिए सेर्टर काउंटी की एक जेल में हिरासत में रखा गया और फिर ३१अगस्त को कार्दज़े की एक जेल में स्थानांतरित कर दिया गया।

पहले सूत्र ने कहा,‘उन पर अभी भी मुकदमा चल रहा है लेकिन उनके परिवारों को डर है कि उन्हें जल्द ही दोषी ठहराया जाएगा। उनके परिवार के सदस्यों को भी उनसे मिलने की बिल्कुल भी अनुमति नहीं है। ये तिब्बती निर्दोष हैं क्योंकि वे केवल धार्मिक गतिविधियाँ कर रहे थे।‘

चीनी अधिकारियों ने तिब्बत और पश्चिमी चीन के तिब्बती आबादी वाले क्षेत्रों पर अपनी कड़ी पकड़ बना रखी है। वहां परतिब्बतियों की राजनीतिक गतिविधियों और सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान की शांतिपूर्ण अभिव्यक्ति को प्रतिबंधित किया गया है और तिब्बतियों को अनायास ही कारावास की मनमानी सजा दी जाती है,यातनाएं दी जाती हैं और उनकी न्यायेतर हत्या तक कर दी जाती है।‘


विशेष पोस्ट

सिक्योंग पेनपा त्सेरिंग ने वाराणसी में केंद्रीय उच्च तिब्बती अध्ययन संस्थान का दौरा किया, नामांकन में गिरावट पर चिंता व्यक्त की

11 Aug at 9:40 am

चिली में सार्वजनिक व्याख्यान “तिब्बत की प्रतिध्वनियाँ: निर्वासन में संस्कृति और परंपरा के माध्यम से पहचान को बनाए रखना” के माध्यम से तिब्बती संस्कृति और वकालत पर प्रकाश डाला गया

10 Aug at 10:51 am

सिक्योंग पेनपा त्सेरिंग ने जनसम्पर्क के साथ मैनपाट फेंडेलिंग तिब्बती बस्ती का दौरा समाप्त किया

7 Aug at 9:32 am

सिक्योंग पेनपा त्सेरिंग ने ओडिशा फुंटसोकलिंग तिब्बती बस्ती का दौरा किया, तिब्बती महिला संघ की 15वीं आम सभा में भाग लिया

4 Aug at 11:17 am

सिक्योंग पेनपा त्सेरिंग ने भंडारा में नोर्ग्येलिंग तिब्बती बस्ती के निवासियों को संबोधित किया

1 Aug at 10:50 am

संबंधित पोस्ट

सुरक्षा कालोन डोल्मा ग्यारी ने संयुक्त राज्य अमेरिका में आधिकारिक कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न किया, डोखम चुशी गंगड्रुक सम्मेलन में भाग लिया

6 hours ago

सतौन में तिब्बतियों ने करुणा वर्ष कार्यक्रम के तहत 79वें भारतीय स्वतंत्रता दिवस का जश्न मनाने के लिए मिठाइयाँ वितरित कीं

7 hours ago

लुधियाना में करुणा वर्ष के उपलक्ष्य में तिब्बती व्यापारी संघ के गोटन समारोह को उपाध्यक्ष ने संबोधित किया

1 day ago

बजट नियमों की समीक्षा के लिए संसद और काशाग की संयुक्त समिति की बैठक

1 day ago

कुल्लू मनाली के तिब्बती समुदाय ने करुणा वर्ष के उपलक्ष्य में पर्यावरण सफाई अभियान शुरू किया

1 day ago

हमारे बारे में

महत्वपूर्ण मुद्दे
तिब्बत जो मुद्दे सामना कर रहा
मध्य मार्ग दृष्टिकोण
चीन-तिब्बत संवाद

सहयोग
अपील
ब्लू बुक

CTA वर्चुअल टूर

तिब्बत:एक तथ्य
तिब्बत:संक्षिप्त इतिहास
तिब्बतःएक अवलोकन
तिब्बती:राष्ट्रीय ध्वज
तिब्बत राष्ट्र गान(हिन्दी)
तिब्बत:स्वायत्तशासी क्षेत्र
तिब्बत पर चीनी कब्जा:अवलोकन
निर्वासन में तिब्बती समुदाय

केंद्रीय तिब्बती प्रशासन
संविधान
नेतृत्व
न्यायपालिका
विधायिका
कार्यपालिका
चुनाव आयोग
लोक सेवा आयोग
महालेखा परीक्षक
१७ केंद्रीय तिब्बती प्रशासन आधिकारिक छुट्टियां

केंद्रीय तिब्बती विभाग
धार्मीक एवं संस्कृति विभाग
गृह विभाग
वित्त विभाग
शिक्षा विभाग
सुरक्षा विभाग
सूचना एवं अंतर्राष्ट्रीय संबंध विभाग
स्वास्थ विभाग

संपर्क
भारत तिब्बत समन्वय केंद्र
एच-10, दूसरी मंजिल
लाजपत नगर – 3
नई दिल्ली – 110024, भारत
दूरभाष: 011 – 29830578, 29840968
ई-मेल: [email protected]

2021 India Tibet Coordination Office • Privacy Policy • Terms of Service