भाषा
བོད་ཡིག中文English
  • मुख पृष्ठ
  • समाचार
    • वर्तमान तिब्बत
    • तिब्बत समर्थक
    • लेख व विचार
    • कला-संस्कृति
    • विविधा
  • हमारे बारे में
  • तिब्बत एक तथ्य
    • तिब्बत:संक्षिप्त इतिहास
    • तिब्बतःएक अवलोकन
    • तिब्बती राष्ट्रीय ध्वज
    • तिब्बती राष्ट्र गान (हिन्दी)
    • तिब्बत स्वायत्तशासी क्षेत्र
    • तिब्बत पर चीनी कब्जा : अवलोकन
    • निर्वासन में तिब्बती समुदाय
  • केंद्रीय तिब्बती प्रशासन
    • संविधान
    • नेतृत्व
    • न्यायपालिका
    • विधायिका
    • कार्यपालिका
    • चुनाव आयोग
    • लोक सेवा आयोग
    • महालेखा परीक्षक
    • १७ केंद्रीय तिब्बती प्रशासन आधिकारिक छुट्टियां
    • CTA वर्चुअल टूर
  • विभाग
    • धर्म एवं सांस्कृति विभाग
    • गृह विभाग
    • वित्त विभाग
    • शिक्षा विभाग
    • सुरक्षा विभाग
    • सूचना एवं अंतर्राष्ट्रीय संबंध विभाग
    • स्वास्थ विभाग
  • महत्वपूर्ण मुद्दे
    • तिब्बत जो मुद्दे सामना कर रहा
    • चीन-तिब्बत संवाद
    • मध्य मार्ग दृष्टिकोण
  • वक्तव्य
    • परम पावन दलाई लामा द्वारा
    • कशाग द्वारा
    • निर्वासित संसद द्वारा
    • अन्य
  • मीडिया
    • तस्वीरें
    • विडियो
    • प्रकाशन
    • पत्रिका
    • न्यूज़लेटर
  • तिब्बत समर्थक समूह
    • कोर ग्रुप फॉर तिब्बतन कॉज़ – इंडिया
    • भारत तिब्बत मैत्री संघ
    • भारत तिब्बत सहयोग मंच
    • हिमालयन कमेटी फॉर एक्शन ऑन तिबेट
    • युथ लिब्रेशन फ्रंट फ़ॉर तिबेट
    • हिमालय परिवार
    • नेशनल कैंपेन फॉर फ्री तिबेट सपोर्ट
    • समता सैनिक दल
    • इंडिया तिबेट फ्रेंडशिप एसोसिएशन
    • फ्रेंड्स ऑफ़ तिबेट
    • अंतरष्ट्रिया भारत तिब्बत सहयोग समिति
    • अन्य
  • संपर्क
  • सहयोग
    • अपील
    • ब्लू बुक

जबरन गायब कर दिए गए पीड़ितों के अंतरराष्ट्रीय दिवस पर डीआईआईआर (सूचना व अंतरराष्ट्रीय संबंध विभाग) का बयान

August 30, 2023

tibet.net

धर्मशाला।जबरन गायब कर दिए गए पीड़ितों के ४०वें अंतरराष्ट्रीयदिवस के अवसर पर केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के सूचना और अंतरराष्ट्रीय संबंध विभाग(डीआईआईआर)उन सभी तिब्बतियों को याद करता है जिन्हें तिब्बत के अंदर गायब होने के लिए मजबूर किया गया है और पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना (पीआरसी) से जोरदार आग्रह करता है कि उन्हें तुरंत रिहा किया जाए।

किसी भी व्यक्ति का जबरन गायब होना मानवता के खिलाफ एक अपराध है।चाहे वह अल्पकालिक या दीर्घकालिक हो। साथ ही इसमें जीवन का अधिकार, यातना से मुक्त होने का अधिकार, मनमानी हिरासत से मुक्त होने का अधिकार, कानून के समक्ष मान्यता का अधिकार और निष्पक्ष सुनवाई का अधिकार जैसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संरक्षित अधिकारों की सीमाओं का उल्लंघन भी शामिल है।

प्रोटेक्‍ट ऑल पर्संस फ्रॉम इंफोर्स्‍ड डिसैपिएरेंस (सभी व्यक्तियों को जबरन गायब होने से बचाने के लिए)परअंतरराष्ट्रीय सम्‍मेलन के पहले अनुच्छेद में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार संस्‍था यह निर्धारित करता है कि किसी भी परिस्थिति में किसी भी व्यक्ति को जबरन गायब नहीं किया जाएगा। और न ही इसे उचित ठहराया जा सकता है। संयुक्त राष्ट्र के चार्टर सदस्यों में से एक चीन को चार्टर के तहत अपने कर्तव्यों को पूरा करने में संयुक्त राष्ट्र को सभी सहायता प्रदान करने की आवश्यकता है। इसमें संबंधित उपकरणों और सम्मेलनों के अनुसार कार्य करना भी शामिल है, भले ही उन्होंने उन पर हस्ताक्षर किए हों और उनकी पुष्टि की हो।

तिब्‍बत पर चीनी कब्जे के बाद तिब्बतियों को अक्सर लंबे समय तक के लिए हिरासत में रखा गया है। साथ ही गिरफ्तार किए गए लोगों की कुशलता और उनके ठिकाने के बारे में उनके परिवार और रिश्तेदारों को कोई जानकारी नहीं दी गई है। इससे गंभीर चिंता पैदा हो रही है। इसके अलावा, हिरासत में रहने के दौरान गिरफ्तार किए गए लोगों को अक्सर गंभीर रूप से प्रताड़ित किया जाता है और उनके साथ दुर्व्यवहार किया जाता है। इसके परिणामस्वरूप गंभीर स्वास्थ्य जटिलताएं पैदा होती हैं और अंततः खराब स्वास्थ्य स्थितियों के कारण कैदी की मृत्यु हो जाती है।

दुनिया में सबसे उल्लेखनीय जबरन गायब किए जाने के मामलों में से एक तिब्बत के ११वें पंचेन लामा जेछुन तेनजिन गेधुन येशी ट्रिनले फंटसोक पाल सांगपो का है। इनका अपहरण उस समय कर लिया गया था,जब वह केवल छह साल के थे। चीनी अधिकारियों ने उन्हें और उनके परिवार को तब से लोगों की आंखों से ओझल कर रखा है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा पीआरसी से उनकी रिहाई की बार-बार कीअपील और मांग के बावजूद२८ साल बाद भी पंचेन लामा की कुशलता, उनके ठिकाने के बारे में संदेह है। वह जीवित भी हैं या नहीं, इस बारे में भीअभी कोई जानकारी नहीं है।

पीआरसी की जबरन गायब करने के तरीके का दोहरा असर होता है। इसमें तिब्बती पीड़ितों के दिमाग और शरीर के साथ-साथ उनके परिवारों और रिश्तेदारों में भी आतंक पैदा किया जाता है और साथ ही गैर कानूनी गिरफ्तारी और हिरासत को उचित ठहराने के लिए कैदियों को यातनाएं देकर उनसे जबरन बयान दिलवाया जाता है।अवैध रूप से गिरफ्तार किए गए अधिकांश तिब्बतियों- लामा, मठवासी, समुदाय के नेता, लेखक और कवि, बुद्धिजीवी, गायक, खानाबदोश और छात्र – को कथित ‘अपराधों’की सुनवाई के लिए चीनी अदालतों में लाए जाने से पहले चीनी कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा महीनों तक गायब रखाजाता है।

डीआईआईआर ने १० अगस्त को संयुक्त राष्ट्र के तीन स्वतंत्र विशेषज्ञों द्वारा पीआरसी सरकार से नौ तिब्बती पर्यावरण मानवाधिकार कार्यकर्ताओंके बारे में विश्वसनीय जानकारी प्रदान करने के लिए किए गए आह्वान की पुष्टि कीऔर उनकी तत्काल रिहाई की मांग की गई थी। इन कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया था और लंबी जेल की सजा सुनाई गई थी।

जहां तक चीनी आपराधिक प्रक्रिया कानून में जबरन गायब होने के बारे में प्रावधान है, इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकार्य ऐसे प्रक्रियात्मक सुरक्षा उपायों से बदलना अनिवार्य है, जो ‘खतरनाक सरकारी सुरक्षा’ और ‘आतंकवाद’ के संदिग्धों के लिए हैं। इसके साथ ही गायब किए गए तिब्बती राजनीतिक कैदियों को चीन द्वारा तुरंत रिहा किया जाना चाहिए और उनके परिवारों को उनके ठिकाने और कारावास की शर्तों के बारे में सूचित किया जाना चाहिए।


विशेष पोस्ट

तिब्बत पर विश्व सांसदों का नौवां सम्मेलन टोक्यो घोषणा-पत्र, टोक्यो कार्य योजना और परम पावन १४वें दलाई लामा के ९०वें जन्मदिन के सम्मान में प्रस्ताव पारित करने के साथ संपन्न

5 Jun at 9:29 am

दीर्घायु प्रार्थना समारोह में शामिल हुए परम पावन दलाई लामा

4 Jun at 10:59 am

तिब्बत पर विश्व सांसदों के नौवें सम्मेलन के लिए दुनिया भर के सांसद टोक्यो पहुंचे

3 Jun at 3:17 pm

परमपावन दलाई लामा ने तिब्बत पर 9वें विश्व सांसद सम्मेलन को संदेश भेजा

3 Jun at 7:22 am

स्वर्गीय हंगकर रिनपोछे की माता का लंबी बीमारी और दुःख के बाद निधन हो गया।

13 May at 10:44 am

संबंधित पोस्ट

केंद्रीय तिब्बती प्रशासन ने नेचुंग ओरेकल को श्रद्धांजलि अर्पित की।

14 hours ago

क्याब्जे जोनंग ग्यालत्सब रिनपोछे परम पावन के जन्मदिन समारोह में भाग लेने और तिब्बती धार्मिक सम्मेलन में भाग लेने के लिए धर्मशाला पहुंचे

14 hours ago

तेजु धरग्येलिंग ने अरुणाचल प्रदेश के मंत्रियों, विधायकों और प्रशासनिक अधिकारियों को परम पावन के आगामी जन्मदिन समारोह में शामिल होने के लिए आधिकारिक निमंत्रण दिया

14 hours ago

ताकलुंग क्याबगोन गाजी त्रिज़िन शबद्रुंग तेनज़िन ग्युर्मे चोए-की वांगचुक रिनपोछे का धर्मशाला आगमन

15 hours ago

प्रतिनिधि थिनले चुक्की ने जिनेवा में परम पावन के 90वें जन्मदिन के पूर्व-उत्सव में भाग लिया

1 day ago

हमारे बारे में

महत्वपूर्ण मुद्दे
तिब्बत जो मुद्दे सामना कर रहा
मध्य मार्ग दृष्टिकोण
चीन-तिब्बत संवाद

सहयोग
अपील
ब्लू बुक

CTA वर्चुअल टूर

तिब्बत:एक तथ्य
तिब्बत:संक्षिप्त इतिहास
तिब्बतःएक अवलोकन
तिब्बती:राष्ट्रीय ध्वज
तिब्बत राष्ट्र गान(हिन्दी)
तिब्बत:स्वायत्तशासी क्षेत्र
तिब्बत पर चीनी कब्जा:अवलोकन
निर्वासन में तिब्बती समुदाय

केंद्रीय तिब्बती प्रशासन
संविधान
नेतृत्व
न्यायपालिका
विधायिका
कार्यपालिका
चुनाव आयोग
लोक सेवा आयोग
महालेखा परीक्षक
१७ केंद्रीय तिब्बती प्रशासन आधिकारिक छुट्टियां

केंद्रीय तिब्बती विभाग
धार्मीक एवं संस्कृति विभाग
गृह विभाग
वित्त विभाग
शिक्षा विभाग
सुरक्षा विभाग
सूचना एवं अंतर्राष्ट्रीय संबंध विभाग
स्वास्थ विभाग

संपर्क
भारत तिब्बत समन्वय केंद्र
एच-10, दूसरी मंजिल
लाजपत नगर – 3
नई दिल्ली – 110024, भारत
दूरभाष: 011 – 29830578, 29840968
ई-मेल: [email protected]

2021 India Tibet Coordination Office • Privacy Policy • Terms of Service