
धर्मशाला: केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के संस्कृति एवं धर्म विभाग ने आज सुबह धर्मशाला स्थित थेकचेन चोलिंग मंदिर के प्रांगण में अपनी दूसरी तिब्बती कला एवं शिल्प प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। यह कार्यक्रम 24 से 25 सितंबर 2025 तक दो दिनों तक चलेगा।
कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि परम पावन दलाई लामा कार्यालय के सचिव यांगतेन रिनपोछे ने किया, जिनके साथ धर्म एवं संस्कृति विभाग के सचिव धोंडुल दोरजी भी मौजूद थे।
इस उत्सव में विभिन्न कलाकारों और संगठनों ने भाग लिया, जिनमें से प्रत्येक ने पारंपरिक और समकालीन तिब्बती कला रूपों की विविधता का प्रदर्शन किया। इसने आगंतुकों को थंगका चित्रकला, पारंपरिक तिब्बती वेशभूषा, मणि पत्थर की नक्काशी और रेत मंडला के माध्यम से तिब्बत की विविध कलात्मक विरासत की झलक दिखाई। आधुनिक कलाकृतियाँ, पुस्तकें और अन्य तिब्बती कलाकृतियाँ भी प्रदर्शित की गईं, जो विरासत और नवीनता का मिश्रण थीं।
इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य तिब्बती कला एवं शिल्प के बारे में जागरूकता पैदा करना था, साथ ही कलाकारों और शिल्पकारों को अपने काम को व्यापक दर्शकों के सामने प्रस्तुत करने के लिए एक मंच प्रदान करना था।
यह आयोजन अमेरिकी सरकार के वित्तीय सहयोग से सफल रहा।