भाषा
བོད་ཡིག中文English
  • मुख पृष्ठ
  • समाचार
    • वर्तमान तिब्बत
    • तिब्बत समर्थक
    • लेख व विचार
    • कला-संस्कृति
    • विविधा
  • हमारे बारे में
  • तिब्बत एक तथ्य
    • तिब्बत:संक्षिप्त इतिहास
    • तिब्बतःएक अवलोकन
    • तिब्बती राष्ट्रीय ध्वज
    • तिब्बती राष्ट्र गान (हिन्दी)
    • तिब्बत स्वायत्तशासी क्षेत्र
    • तिब्बत पर चीनी कब्जा : अवलोकन
    • निर्वासन में तिब्बती समुदाय
  • केंद्रीय तिब्बती प्रशासन
    • संविधान
    • नेतृत्व
    • न्यायपालिका
    • विधायिका
    • कार्यपालिका
    • चुनाव आयोग
    • लोक सेवा आयोग
    • महालेखा परीक्षक
    • १७ केंद्रीय तिब्बती प्रशासन आधिकारिक छुट्टियां
    • CTA वर्चुअल टूर
  • विभाग
    • धर्म एवं सांस्कृति विभाग
    • गृह विभाग
    • वित्त विभाग
    • शिक्षा विभाग
    • सुरक्षा विभाग
    • सूचना एवं अंतर्राष्ट्रीय संबंध विभाग
    • स्वास्थ विभाग
  • महत्वपूर्ण मुद्दे
    • तिब्बत जो मुद्दे सामना कर रहा
    • चीन-तिब्बत संवाद
    • मध्य मार्ग दृष्टिकोण
  • वक्तव्य
    • परम पावन दलाई लामा द्वारा
    • कशाग द्वारा
    • निर्वासित संसद द्वारा
    • अन्य
  • मीडिया
    • तस्वीरें
    • विडियो
    • प्रकाशन
    • पत्रिका
    • न्यूज़लेटर
  • तिब्बत समर्थक समूह
    • कोर ग्रुप फॉर तिब्बतन कॉज़ – इंडिया
    • भारत तिब्बत मैत्री संघ
    • भारत तिब्बत सहयोग मंच
    • हिमालयन कमेटी फॉर एक्शन ऑन तिबेट
    • युथ लिब्रेशन फ्रंट फ़ॉर तिबेट
    • हिमालय परिवार
    • नेशनल कैंपेन फॉर फ्री तिबेट सपोर्ट
    • समता सैनिक दल
    • इंडिया तिबेट फ्रेंडशिप एसोसिएशन
    • फ्रेंड्स ऑफ़ तिबेट
    • अंतरष्ट्रिया भारत तिब्बत सहयोग समिति
    • अन्य
  • संपर्क
  • सहयोग
    • अपील
    • ब्लू बुक

नई पाठ्यपुस्तक तिब्बती इतिहास और संस्कृति का चीनीकरण करके देशभक्ति सिखाती है

February 23, 2019

तिब्बतनरिव्यू.नेट, 23 फरवरी, 2019

तिब्बती स्वायत्त क्षेत्र (टीएआर) के ग्यांगजे काउंटी में प्राथमिक और मध्य विद्यालयों के लिए एक नई पाठ्यपुस्तक शुरू की गई है जिसे तिब्बत के इतिहास और संस्कृति का चीनीकरण करके नए संस्करण के रूप में तिब्बती छात्रों के देशभक्ति सिखाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। चीन के आधिकारिक globaltimes.cn ने 21 फरवरी को अपनी रिपोर्ट में कहा है कि इसके अलावा, टीएआर में यह काउंटी पहला होगा जहां  नैतिक शिक्षा के साथ क्षेत्रीय इतिहास और भूगोल के साथ नैतिक शिक्षा पाठ्यपुस्तक की शुरुआत की गई है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि छात्र नई पाठ्यपुस्तक के माध्यम से इस सेमेस्टर से देशभक्ति की शिक्षा लेना शुरू करेंगे।

रिपोर्ट में कहा गया है कि नई पाठ्यपुस्तक, जिसका शीर्षक है मीलीजियांगज़ी, जिसका अर्थ है सुंदर ग्यांगजे काउंटी। यह पाठ्यपुस्तक शंघाई के अधिकारियों द्वारा लिखी गई है, जिन्हें तिब्बत और काउंटी के शिक्षा अधिकारियों की सहायता के लिए भेजा गया था।

शिनमिन इवनिंग न्यूज का हवाला देते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि नई पाठ्यपुस्तक को अंतिम सेमेस्टर के अंत में स्कूलों में वितरित किया गया था, जिसका उद्देश्य तिब्बत में छात्रों को हान (यानी, चीनी) और तिब्बत संस्कृतियों के एकीकरण और वंश के बारे में जानकारी देना है।

पाठ्यपुस्तक चार अध्यायों में विभक्तय है। इसमें पहले अध्याय में छात्रों मे देशभक्ति की भावना को बढ़ावा देने से संबंधित सामग्री है। बीच के दो अध्यायों में जिंयांगजे काउंटी के इतिहास और भूगोल और नागरिकता पर पाठ शामिल किया गया है।

रिपोर्ट के अनुसार, और चौथे अध्याय में यह बताया गया है कि ‘तिब्बत की पुरानी व्यवस्था  बहुत ही दमनकारी थी और वर्तमान व्यावस्था उसकी तुलना में कहीं अधिक बेहतर है जिससे कई तिब्बतियों के जीवन को बेहतर बनाने में मदद मिली है।’

पाठ्यपुस्तक को तिब्बती और सरल चीनी- दोनों लिपियों में लिखे जाने की सूचना है।

इसके अलावा, रिपोर्ट में काउंटी के शिक्षा ब्यूरो के उप निदेशक गुओ शुबाओ के हवाले से कहा गया है कि‍ इस पाठ्यपुस्तक को शंघाई के छात्रों के बीच भी बांटा गया ताकि वे तिब्बत के इतिहास और वहां की संस्कृति से परिचित हों।

रिपोर्ट में कहा गया है कि जातीय समूहों के बारे में छात्रों के ज्ञान का विस्तार करने और शंघाई और तिब्बत के बीच संचार को बढ़ावा देने के लिए पुस्तक की प्रतियां शंघाई यांगजिंग हाईस्कूल को दान भी की गई हैं।

रिपोर्ट में कहा गया है कि ‘तिब्बत को विकसित करने और इसे चीन के बाकी हिस्सों के साथ मजबूती से जोड़े रखने के लिए’ चीन की केंद्र सरकार ने 1980 के दशक में चीनी प्रांतों से अधिकारियों और श्रमिकों को तिब्बती क्षेत्र में भेजने की एक योजना शुरू की थी।


विशेष पोस्ट

तिब्बत पर विश्व सांसदों का नौवां सम्मेलन टोक्यो घोषणा-पत्र, टोक्यो कार्य योजना और परम पावन १४वें दलाई लामा के ९०वें जन्मदिन के सम्मान में प्रस्ताव पारित करने के साथ संपन्न

5 Jun at 9:29 am

दीर्घायु प्रार्थना समारोह में शामिल हुए परम पावन दलाई लामा

4 Jun at 10:59 am

तिब्बत पर विश्व सांसदों के नौवें सम्मेलन के लिए दुनिया भर के सांसद टोक्यो पहुंचे

3 Jun at 3:17 pm

परमपावन दलाई लामा ने तिब्बत पर 9वें विश्व सांसद सम्मेलन को संदेश भेजा

3 Jun at 7:22 am

स्वर्गीय हंगकर रिनपोछे की माता का लंबी बीमारी और दुःख के बाद निधन हो गया।

13 May at 10:44 am

संबंधित पोस्ट

तिब्बत पर विश्व सांसदों का नौवां सम्मेलन टोक्यो घोषणा-पत्र, टोक्यो कार्य योजना और परम पावन १४वें दलाई लामा के ९०वें जन्मदिन के सम्मान में प्रस्ताव पारित करने के साथ संपन्न

2 weeks ago

दीर्घायु प्रार्थना समारोह में शामिल हुए परम पावन दलाई लामा

2 weeks ago

तिब्बत पर विश्व सांसदों के नौवें सम्मेलन के लिए दुनिया भर के सांसद टोक्यो पहुंचे

2 weeks ago

परमपावन दलाई लामा ने तिब्बत पर 9वें विश्व सांसद सम्मेलन को संदेश भेजा

2 weeks ago

स्वर्गीय हंगकर रिनपोछे की माता का लंबी बीमारी और दुःख के बाद निधन हो गया।

1 month ago

हमारे बारे में

महत्वपूर्ण मुद्दे
तिब्बत जो मुद्दे सामना कर रहा
मध्य मार्ग दृष्टिकोण
चीन-तिब्बत संवाद

सहयोग
अपील
ब्लू बुक

CTA वर्चुअल टूर

तिब्बत:एक तथ्य
तिब्बत:संक्षिप्त इतिहास
तिब्बतःएक अवलोकन
तिब्बती:राष्ट्रीय ध्वज
तिब्बत राष्ट्र गान(हिन्दी)
तिब्बत:स्वायत्तशासी क्षेत्र
तिब्बत पर चीनी कब्जा:अवलोकन
निर्वासन में तिब्बती समुदाय

केंद्रीय तिब्बती प्रशासन
संविधान
नेतृत्व
न्यायपालिका
विधायिका
कार्यपालिका
चुनाव आयोग
लोक सेवा आयोग
महालेखा परीक्षक
१७ केंद्रीय तिब्बती प्रशासन आधिकारिक छुट्टियां

केंद्रीय तिब्बती विभाग
धार्मीक एवं संस्कृति विभाग
गृह विभाग
वित्त विभाग
शिक्षा विभाग
सुरक्षा विभाग
सूचना एवं अंतर्राष्ट्रीय संबंध विभाग
स्वास्थ विभाग

संपर्क
भारत तिब्बत समन्वय केंद्र
एच-10, दूसरी मंजिल
लाजपत नगर – 3
नई दिल्ली – 110024, भारत
दूरभाष: 011 – 29830578, 29840968
ई-मेल: [email protected]

2021 India Tibet Coordination Office • Privacy Policy • Terms of Service