
ब्रुसेल्स। स्पेन के भूतपूर्व सांसदों के संघ के अध्यक्ष और महासचिव के निमंत्रण पर ब्रुसेल्स स्थित तिब्बत कार्यालय के प्रतिनिधि रिग्जिन जेनखांग और यूरोप स्थित तिब्बती सांसद थुप्टेन वांगचेन ने तिब्बत की गंभीर स्थिति पर चर्चा करने के लिए शुक्रवार, १० मई २०२४ को स्पेनिश संसद का दौरा किया। उनके साथ आईसीटी के कार्यकारी निदेशक वांगपो टेथोंग भी थे।
इस यात्रा ने तिब्बतियों की दुर्दशा के बारे में जागरुकता बढ़ाने और अंतरराष्ट्रीय मंच पर उनके अधिकारों के पक्ष में अभियान चलाने के महत्व को रेखांकित किया।
चर्चा के दौरान प्रतिनिधि जेनखांग ने मानवाधिकारों के सुनियोजित उल्लंघन और तिब्बती भाषा, धर्म और संस्कृति को चीन के अनुकूल करने के चीनी सरकार के सुनियोजित प्रयासों को रेखांकित किया। प्रतिनिधि ने तिब्बती लोगों की दृढ़ता और प्रतिकूल परिस्थितियों में भी अहिंसा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता पर भी प्रकाश डाला। इसके साथ ही उन्होंने मुद्दों के समाधान के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन की आवश्यकता पर बल दिया। जबकि सांसद थुप्टेन वांगचेन और वांगपो टेथोंग ने तिब्बत में धर्म की स्वतंत्रता और सामान्य रूप से यूरोप में तिब्बत मुद्दे के पक्ष में अभियान चलाने पर ध्यान केंद्रित किया।
स्पेनिश संसद के पूर्व सदस्यों ने तिब्बती मुद्दे में गहरी रुचि दिखाते हुए रचनात्मक संवाद में शामिल होकर अपने विचार रखे तथा तिब्बती लोगों के साथ उनके स्वतंत्रता संघर्ष के प्रति अपनी चिंता और एकजुटता व्यक्त की। उन्होंने तिब्बत की स्थिति के बारे में जागरुकता बढ़ाने के महत्व को स्वीकार किया और इस तरह की किसी भी पहल का समर्थन करने का वचन दिया।
कुल मिलाकर, प्रतिनिधि की स्पेनिश संसद की यात्रा भविष्य के सहयोग की नींव रखने वाली एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई है।
यह कार्यक्रम तिब्बत के एक अच्छे मित्र पूर्व सीनेटर रॉबर्ट नाहर के प्रयासों से संभव हुआ।

