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प्रेयर ब्रेकफास्ट में पेलोसी, ट्रम्प ने तिब्बतियों एवं अन्य धार्मिक कैदियों के लिए प्रार्थना की

February 6, 2020

स्पीकर नैन्सी पेलोसी

savetibet.org, इंटरनेशनल कैंपेन फाॅर तिब्बत

आज 6 फरवरी की सुबह नेशनल प्रेयर ब्रेकफास्ट के दौरान शीर्ष अमेरिकी नेताओं ने तिब्बत में धार्मिक कैदियों के लिए में प्रार्थना की।  जबकि दूसरी ओर चीनी यातना और कैद से बच कर निकल आए एक तिब्बती भिक्षु  ने तिब्बती बौद्धों पर चीन के निर्मम उत्पीड़न के बारे में जागरुकता बढ़ाई।

राष्ट्रपति ट्रंप के साथ उनके पास में बैठे सदन की स्पीकर और कैलिफोर्निया से डेमोक्रेट नैन्सी पेलोसी  वाशिंगटन डीसी में वाशिंगटन हिल्टन के कार्यक्रम में पोडियम पर आए और ‘गरीब और सताए गए लोगों के लिए’प्रार्थना सभा का नेतृत्व किया।

सबसे पहले उन्होंने जिस समूह का उल्लेख किया, वह था तिब्बती बौद्ध।

ट्रंप आंखें बंद करके प्रार्थना में सिर झुकाए रहे, जबकि पेलोसी ने कहा, ‘आइए हम चीन में पंचेन लामा और चीन की कैद में बंद या अपने विश्वास का पालन करने के लिए गायब कर दिए गए सभी तिब्बती बौद्धों के लिए प्रार्थना करें।

 

पंचेन लामा और दलाई लामा

तिब्बती बौद्ध धर्म के सबसे महत्वपूर्ण धर्मगुरुओं में से एक पंचेन लामा 1995 से लापता हैं, जब चीनी सरकार ने उनका और उनके परिवार का अपहरण कर लिया था। वह उस समय केवल छह वर्ष के थे।

उनके स्थान पर चीन ने अपने स्वयं का एक नकली पंचेन लामा घोषित कर दिया, जो चीनी सरकार का तोता बनकर उसका समर्थन करता रहता है।

अब 84 वर्ष के हो चुके वर्तमान दलाई लामा के दुर्भाग्यवश निधन हो जाने के बाद चीन भविष्य में एक अवैध दलाई लामा को नियुक्त करने के लिए इस नकली पंचेन लामा का उपयोग करने की योजना बना रहा है।

पिछले हफ्ते पेलोसी ने प्रतिनिधि सभा में स्पीकर के नाते एक प्रमुख भूमिका निभाई जब सदन ने तिब्बतन पॉलिसी एंड सपोर्ट ऐक्ट पारित किया। यह ऐक्ट एक ऐसा सर्वसम्मत विधेयक है जो इस बात को अमेरिका की आधिकारिक नीति बनाता है कि कि केवल तिब्बती बौद्ध ही दलाई लामा के उत्तराधिकार का निर्धारण कर सकते हैं। इस नीति के अनुसार अमेरिका उन चीनी अधिकारियों पर कार्रवाई करेगा जो चीन की इच्छा वाले दलाई लामा को थोपे जाने में सहयोग या समर्थन करेंगे। टीपीएसए तिब्बतियों के लिए अमेरिकी समर्थन को नाटकीय रूप से मजबूत कर देगा।

तिब्बती राजनीतिक कैदी

अमेरिकी नेताओं ने चीन की इस बात के लिए भी आलोचना की है कि वह असली पंचेन लामा को अज्ञात वास में रखे हुए है।

उपराष्ट्रपति पेंस ने पिछले साल मंत्रिस्तरीय एडवांस रिलीजियस फ्रीडम के अपने भाषण के दौरान पंचेन लामा का मुद्दा उठाया था। उसी घटना के दौरान न्यमिा ल्हामों नामकी एक तिब्बती ने तिब्बत के लोगों की दुर्दशा के बारे में ओवल कार्यालय में सीधे ट्रंप से बात की थी। ल्हामो के चाचा एक तिब्बती लामा थे जिनकी कथित तौर पर चीनी अधिकारियों द्वारा जेल में हत्या कर दी गई थी।

चीन पर कांग्रेस के कार्यकारी आयोग के अध्यक्ष और मैसाट्रयूसेट्स से डेमोक्रेटिक रिप्रेजेंटेटिव जेम्स मैकगवर्न  ने भी पंचेन लामा को एक विचाराधीन कैदी के रूप में वर्णन किया है।

पंचेन लामा एक हाई-प्रोफाइल मामला है, लेकिन वह ही केवल तिब्बत के एकमात्र राजनीतिक कैदी नहीं है। कांग्रेस के कार्यकारी आयोग के अनुसार, वर्तमान में 500 से अधिक तिब्बती राजनीतिक कैदी हिरासत में बंद हैं।


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