
बोलजानो। निर्वासित तिब्बत सरकार के सिक्योंग पेन्पा शेरिंग ने गुरुवार को दक्षिण टायरॉल के बोलजानो स्वायत्त प्रांत के राष्ट्रपति कोम्पत्शेर से मुलाकात की। सिक्योंग की यह बोलजानो स्वायत्त प्रांत की दूसरी आधिकारिक यात्रा थी। सिक्योंग ने पिछली बार अक्तूबर २०२१ में दक्षिण टायरॉल की अपनी पहली औपचारिक यात्रा पर राष्ट्रपति कोम्पत्शेर से मुलाकातकी थी।
एक घंटे तक चली उनकी मुलाकात में तिब्बत की भयावह स्थिति पर ध्यान केंद्रित किया गया। बातचीत में तिब्बती लोगों के राजनीतिक, सामाजिक-सांस्कृतिक और आर्थिक अधिकारों में आई काफी गिरावट पर चिंता व्यक्त की गई। इस गिरावट के कारण तिब्बत दक्षिण सूडान और सीरिया के बाद पृथ्वी पर सबसे कम आजादी वाला देश बन गया है।
सिक्योंग ने तिब्बत में चीन के सरकारी औपनिवेशिक प्रणाली के आवासीय स्कूलों की भयावह वास्तविकता के बारे में राष्ट्रपति को जानकारी दी। चीन की तिब्बती नस्ल के चीनी हान नस्ल में विलय करने की नीति के तहत इन आवासीय स्कूलों में दस लाख से अधिक तिब्बती बच्चों को उनके परिवारों और उनकी सांस्कृतिक जड़ों से जबरन अलग करके रखा गया है।
इन चुनौतियों के बावजूद सिक्योंग ने तिब्बती भावना की संवेदनशील प्रकृति पर प्रकाश डाला। दक्षिण टायरॉल में सफल स्वायत्तता मॉडल से प्रेरणा लेते हुए इस मॉडल को सिक्योंग ने मानवता के लिए एक गहरा योगदान और तिब्बती लोगों के लिए विशेष रूप से सार्थक माना।
सिक्योंग ने राष्ट्रपति कोम्पत्शेर को सीटीए द्वारा आयोजित आगामी कार्यक्रम के भाग के लिए धर्मशाला में केंद्रीय तिब्बती प्रशासन का दौरा करने के लिए आमंत्रित भी दिया, जिसे राष्ट्रपति ने विनम्रतापूर्वक स्वीकार कर लिया।
सिक्योंग की विशिष्ट अपीलों का जवाब देते हुए राष्ट्रपति कोम्पत्शेर ने तिब्बत के अंदर बिगड़ती स्थिति को उजागर करने के लिए संसदीय पहल का नेतृत्व करने का आश्वासन दिया। इसके अलावा, उन्होंने दक्षिण टायरॉल और तिब्बत के बीच सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्धता जताई। इसके प्रतीक के तौर पर राष्ट्रपति ने बोलजानो में नए प्रांतीय पुस्तकालय की योजना का अनावरण किया।
इस योजना से अल्पसंख्यकों और स्वायत्तता के संरक्षण के लिए पुस्तकालय के प्रलेखन केंद्र (आर्काइव) में तिब्बत और तिब्बती आंदोलन से संबंधित दस्तावेजों और साक्ष्यों का संरक्षण सुनिश्चित किया जा सकेगा।
बैठक में सिक्योंग के साथ प्रतिनिधि थिनले चुक्की और डॉ. गुथर कोलोग्ना भी थे। बोलजानो प्रवास के दौरान सिक्योंग के सम्मान में स्थानीय तिब्बतियों ने रात्रिभोज का आयोजन किया।
इस अवसर पर उन्होंने स्थानीय तिब्बतियों से मुलाकात की। इस अवसर पर डॉ. गुंथर कोलोग्ना और तिब्बत के अन्य पुराने मित्र भी शामिल हुए। प्रतिष्ठित ईयूआरएसी अनुसंधान केंद्र में सिक्योंग ने स्थानीय शोधकर्ताओं के साथ बातचीत की।
इसमें आज की उथल-पुथल भरी दुनिया में सीटीए के मध्यम मार्ग दृष्टिकोण की प्रासंगिकता पर चर्चा हुई और मध्यम मार्ग के समर्थन में तिब्बत की ऐतिहासिक स्थिति के पक्ष में बातें हुईं। शोधकर्ताओं ने ईयूआरएसी और सीटीए के बीच सहयोग बढ़ाने की इच्छा व्यक्त की। बाद में सिक्योंग ने ईयूआरएसी की संचार टीम और ओआरएफ ऑस्ट्रियन टीवी सहित तीन प्रमुख समाचार मीडिया संस्थानों को साक्षात्कार दिए।