भाषा
བོད་ཡིག中文English
  • मुख पृष्ठ
  • समाचार
    • वर्तमान तिब्बत
    • तिब्बत समर्थक
    • लेख व विचार
    • कला-संस्कृति
    • विविधा
  • हमारे बारे में
  • तिब्बत एक तथ्य
    • तिब्बत:संक्षिप्त इतिहास
    • तिब्बतःएक अवलोकन
    • तिब्बती राष्ट्रीय ध्वज
    • तिब्बती राष्ट्र गान (हिन्दी)
    • तिब्बत स्वायत्तशासी क्षेत्र
    • तिब्बत पर चीनी कब्जा : अवलोकन
    • निर्वासन में तिब्बती समुदाय
  • केंद्रीय तिब्बती प्रशासन
    • संविधान
    • नेतृत्व
    • न्यायपालिका
    • विधायिका
    • कार्यपालिका
    • चुनाव आयोग
    • लोक सेवा आयोग
    • महालेखा परीक्षक
    • १७ केंद्रीय तिब्बती प्रशासन आधिकारिक छुट्टियां
    • CTA वर्चुअल टूर
  • विभाग
    • धर्म एवं सांस्कृति विभाग
    • गृह विभाग
    • वित्त विभाग
    • शिक्षा विभाग
    • सुरक्षा विभाग
    • सूचना एवं अंतर्राष्ट्रीय संबंध विभाग
    • स्वास्थ विभाग
  • महत्वपूर्ण मुद्दे
    • तिब्बत जो मुद्दे सामना कर रहा
    • चीन-तिब्बत संवाद
    • मध्य मार्ग दृष्टिकोण
  • वक्तव्य
    • परम पावन दलाई लामा द्वारा
    • कशाग द्वारा
    • निर्वासित संसद द्वारा
    • अन्य
  • मीडिया
    • तस्वीरें
    • विडियो
    • प्रकाशन
    • पत्रिका
    • न्यूज़लेटर
  • तिब्बत समर्थक समूह
    • कोर ग्रुप फॉर तिब्बतन कॉज़ – इंडिया
    • भारत तिब्बत मैत्री संघ
    • भारत तिब्बत सहयोग मंच
    • हिमालयन कमेटी फॉर एक्शन ऑन तिबेट
    • युथ लिब्रेशन फ्रंट फ़ॉर तिबेट
    • हिमालय परिवार
    • नेशनल कैंपेन फॉर फ्री तिबेट सपोर्ट
    • समता सैनिक दल
    • इंडिया तिबेट फ्रेंडशिप एसोसिएशन
    • फ्रेंड्स ऑफ़ तिबेट
    • अंतरष्ट्रिया भारत तिब्बत सहयोग समिति
    • अन्य
  • संपर्क
  • सहयोग
    • अपील
    • ब्लू बुक

हिंसा किसी समस्या को हल नहीं कर सकती : दलाई लामा

August 12, 2011

11/08/2011

नई दिल्ली। तिब्बतियों के आध्यात्मिक गुरू दलाई लामा ने कहा कि हिंसा किसी समस्या को हल नहीं कर सकती। भारत इस धरती पर न केवल सबसे ब़डा लोकतंत्र वाला देश है, बल्कि धार्मिक सौहार्द का प्रतीक भी है। राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग द्वारा गुरूवार को आयोजित चौथे वार्षिक व्याख्यान में उन्होंने कहा कि संपन्न और विविधता से पूर्ण सदियों पुरानी भारतीय संस्कृति ने एक अनोखा परिवेश प्रस्तुत की है जिसमें लोगों ने शांति और सद्भाव से रहना सीख लिया है।

उन्होंने कहा कि भारत के लोग मूलत: धार्मिक प्रवृत्ति के, ईश्वर में विश्वास करने वाले और दयालु हैं। भारतीय संस्कृति के इन्हीं सद्गुणों के कारण वे देश को अपना गुरू मानते हैं। दुनिया मानवता से भरे व्यक्तियों की और देश उसके लोगों का होता है। दलाई लामा ने कहा कि भारत इस लोकतांत्रिक अनुभव का उचित उदाहरण है।

उन्होंने यह भी कहा कि लोकतंत्र लोक शासन की सर्वोत्तम व्यवस्था है और वह अपने लोगों के बीच और सारी दुनिया में इसे ही लागू देखना चाहते हैं। प्रेम, करूणा, दया, मानव मन और आत्मा की श्रेष्ठता में अपना पूर्ण विश्वास दोहराते हुए दलाई लामा ने कहा कि दुनिया के सभी धर्म लोगों को एक की रास्ते पर ले जाते हैं और मुख्य रूप से मानव मस्तिष्क को उन्नत करके पूर्णता का अहसास और खुशी प्रदान करते हैं।

उन्होंने कहा कि हिंसा किसी समस्या का हल नहीं है और इससे हमेशा क्रोध, कुंठा और अन्य समस्या उत्पन्न होती हैं, इसलिए सभी मुद्दे अहिंसात्मक और शांतिपूर्ण तरीके से हल किए जाने चाहिए। अल्पसंख्यक मामलों के केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने इस कार्यकम की अध्यक्षता की। राज्यमंत्री विंसेंट एच. पाला भी समारोह में मौजूद थे। बाद में समारोह में उपस्थित लोगों से बातचीत में दलाई लामा ने कहा कि “इस्लामी उग्रवाद” जैसे शब्दों का प्रयोग दुखद और सर्वथा गलत है, क्योंकि इस्लाम का हिंसा से कोई लेनादेना नहीं है। उन्होंने कहा कि समस्या उत्पन्न करने वाले लोग हर धर्म में मौजूद हैं, जिन्हें सही राह पर ले जाने की जरूरत है।


विशेष पोस्ट

परमपावन दलाई लामा ने तिब्बत पर 9वें विश्व सांसद सम्मेलन को संदेश भेजा

3 Jun at 7:22 am

स्वर्गीय हंगकर रिनपोछे की माता का लंबी बीमारी और दुःख के बाद निधन हो गया।

13 May at 10:44 am

सिक्योंग पेनपा त्सेरिंग ने जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज़ को हार्दिक बधाई दी।

9 May at 11:40 am

परम पावन 14वें दलाई लामा ने परम पावन पोप लियो XIV को हार्दिक शुभकामनाएं दीं

9 May at 10:26 am

दलाई लामा के उत्तराधिकार में चीन के हस्तक्षेप के प्रयासों का यूरोपीय संसद के प्रस्ताव में कड़ा विरोध

8 May at 9:05 am

संबंधित पोस्ट

परमपावन दलाई लामा ने तिब्बत पर 9वें विश्व सांसद सम्मेलन को संदेश भेजा

3 days ago

स्वर्गीय हंगकर रिनपोछे की माता का लंबी बीमारी और दुःख के बाद निधन हो गया।

3 weeks ago

सिक्योंग पेनपा त्सेरिंग ने जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज़ को हार्दिक बधाई दी।

4 weeks ago

परम पावन 14वें दलाई लामा ने परम पावन पोप लियो XIV को हार्दिक शुभकामनाएं दीं

4 weeks ago

दलाई लामा के उत्तराधिकार में चीन के हस्तक्षेप के प्रयासों का यूरोपीय संसद के प्रस्ताव में कड़ा विरोध

4 weeks ago

हमारे बारे में

महत्वपूर्ण मुद्दे
तिब्बत जो मुद्दे सामना कर रहा
मध्य मार्ग दृष्टिकोण
चीन-तिब्बत संवाद

सहयोग
अपील
ब्लू बुक

CTA वर्चुअल टूर

तिब्बत:एक तथ्य
तिब्बत:संक्षिप्त इतिहास
तिब्बतःएक अवलोकन
तिब्बती:राष्ट्रीय ध्वज
तिब्बत राष्ट्र गान(हिन्दी)
तिब्बत:स्वायत्तशासी क्षेत्र
तिब्बत पर चीनी कब्जा:अवलोकन
निर्वासन में तिब्बती समुदाय

केंद्रीय तिब्बती प्रशासन
संविधान
नेतृत्व
न्यायपालिका
विधायिका
कार्यपालिका
चुनाव आयोग
लोक सेवा आयोग
महालेखा परीक्षक
१७ केंद्रीय तिब्बती प्रशासन आधिकारिक छुट्टियां

केंद्रीय तिब्बती विभाग
धार्मीक एवं संस्कृति विभाग
गृह विभाग
वित्त विभाग
शिक्षा विभाग
सुरक्षा विभाग
सूचना एवं अंतर्राष्ट्रीय संबंध विभाग
स्वास्थ विभाग

संपर्क
भारत तिब्बत समन्वय केंद्र
एच-10, दूसरी मंजिल
लाजपत नगर – 3
नई दिल्ली – 110024, भारत
दूरभाष: 011 – 29830578, 29840968
ई-मेल: [email protected]

2021 India Tibet Coordination Office • Privacy Policy • Terms of Service