
म्यूनिख। केंद्रीय तिब्बती प्रशासन (सीटीए) के सिक्योंग पेन्पा शेरिंग ने ०३ मई २०२४ को म्यूनिख में विश्व उग्यूर कांग्रेस की २०वीं वर्षगांठ के उद्घाटन समारोह को अतिथि वक्ता के रूप में संबोधित किया।
सिक्योंग ने स्वतंत्रता और न्याय की खोज में तिब्बतियों और उइगरों के बीच लंबे समय से चली आ रही साझेदारी पर प्रकाश डाला। उन्होंने इसके समर्थक में विश्व उग्यूर कांग्रेस के संस्थापक अध्यक्ष एरकिन अल्पटेकिन और परम पावन दलाई लामा के पूर्व विशेष दूत दिवंगत लोदी ग्यारी के बीच एक समिति बनाने के प्रयासों में ऐतिहासिक सहयोग को याद किया। इसके अलावा सिक्योंग ने साझा प्रयासों के लिए विश्व उग्यूर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष रेबिया कदीर और वर्तमान अध्यक्ष डोलकुन ईसा के साथ काम करने के अवसर के लिए भी आभार व्यक्त किया। सहयोग की अनिवार्यता पर ध्यान आकर्षित करने के लिए सिक्योंग ने कहा, ‘मैं उइगरों, मंगोलों, अब मंचू भी, तिब्बतियों, हांगकांगवासियों, चीन में लोकतंत्र समर्थक नेताओं और यदि आप चाहें तो ताइवान को भी शामिल कर सकते हैं, हम सभी कम्युनिस्ट चीन के क्रूर तूफान के खिलाफ एक ही नाव में सवार हैं।‘
इसी सुर में तिब्बती नेता ने यूरोप और अन्य देशों से अपनी अपील दोहराई कि वे तिब्बतियों और उइगरों को सहानुभूति के बजाय चीनी कम्युनिस्ट सरकार के अत्याचारों और आक्रामकता का मुकाबला करने में अपना भागीदार समझें। कोई भी चीन में अराजकता नहीं चाहता क्योंकि यह दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। चीन में अराजकता के दुनिया भर में गंभीर परिणाम होंगे।
हालांकि, अगर हमें चीन में सकारात्मक बदलाव लाना है तो हमें आंतरिक और बाहरी दोनों ताकतों की जरूरत है। इसमें हम आंतरिक ताकतें हैं।‘
अपना संबोधन समाप्त करने से पहले सिक्योंग ने कहा, ‘क्या हम यूरोप में सभी उइगरों, तिब्बतियों, हांगकांगवासियों, मंगोलों, ताइवानियों और लोकतंत्र समर्थक चीनी नेताओं की एक बड़ी रैली आयोजित कर सकते हैं? यदि आप ऐसा करने के लिए तैयार हैं तो हम आपके साथ जुड़ने या नेतृत्व संभालने के लिए तैयार हैं।‘