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१७ मई १९९५ से गायब ११वें पंचेन लामा गेधुन चोएक्यी न्यिमा
tibet.net / जिनेवा। तिब्बत के ११वें पंचेन लामा गेधुन चोएक्यी न्यिमा और उनके परिवार के अपहरण के २७ साल पूरे होने पर तिब्बत के लिए जर्मन संसदीय समूह ने उनकी सेहत और ठिकाने का पता लगाने के लिए अपनी आवाजें फिर से उठानी शुरू कर दी हैं। संसदीय समूह ने चीन से तिब्बत के ११वें पंचेन लामा की नजरबंदी और तिब्बती लोगों की धार्मिक स्वतंत्रता पर हमलों को समाप्त करने का आह्वान किया है। चीन ने छह साल के बच्चे गेधुन चोएक्यी न्यिमा को अगवा कर जघन्य अपराध किया है। इससे भी बदतर बात यह है कि दुनिया को बच्चे के वास्तविक स्थिति के बारे में पता नहीं है कि वह जीवित है या नहीं?
तिब्बत के लिए जर्मन संसदीय समूह के अध्यक्ष माननीय माइकल ब्रांड एमडीबी ने प्रेस बयान में कहा, ‘यह निर्धारित करने के लिए कोई विश्वसनीय जानकारी नहीं है कि ११वें पंचेन लामा गेधुन चोएक्यी न्यिमा जीवित हैं।‘ गेधुन चोएक्यी न्यिमा के भाग्य के बारे में अधिकृत जानकारी प्रदान करने से चीन के निरंतर इनकार पर प्रकाश डालते हुए माननीय माइकल ब्रांड ने ठोस कार्रवाई का आह्वान किया कि ‘दुनिया इसे देखने का प्रयास नहीं कर सकती कि (तिब्बत के ११वें पंचेन लामा का अपहरण) चीन द्वारा बिना प्रतिक्रिया के किए जा रहे अपराध का हिस्सा है।