भाषा
བོད་ཡིག中文English
  • मुख पृष्ठ
  • समाचार
    • वर्तमान तिब्बत
    • तिब्बत समर्थक
    • लेख व विचार
    • कला-संस्कृति
    • विविधा
  • हमारे बारे में
  • तिब्बत एक तथ्य
    • तिब्बत:संक्षिप्त इतिहास
    • तिब्बतःएक अवलोकन
    • तिब्बती राष्ट्रीय ध्वज
    • तिब्बती राष्ट्र गान (हिन्दी)
    • तिब्बत स्वायत्तशासी क्षेत्र
    • तिब्बत पर चीनी कब्जा : अवलोकन
    • निर्वासन में तिब्बती समुदाय
  • केंद्रीय तिब्बती प्रशासन
    • संविधान
    • नेतृत्व
    • न्यायपालिका
    • विधायिका
    • कार्यपालिका
    • चुनाव आयोग
    • लोक सेवा आयोग
    • महालेखा परीक्षक
    • १७ केंद्रीय तिब्बती प्रशासन आधिकारिक छुट्टियां
    • CTA वर्चुअल टूर
  • विभाग
    • धर्म एवं सांस्कृति विभाग
    • गृह विभाग
    • वित्त विभाग
    • शिक्षा विभाग
    • सुरक्षा विभाग
    • सूचना एवं अंतर्राष्ट्रीय संबंध विभाग
    • स्वास्थ विभाग
  • महत्वपूर्ण मुद्दे
    • तिब्बत जो मुद्दे सामना कर रहा
    • चीन-तिब्बत संवाद
    • मध्य मार्ग दृष्टिकोण
  • वक्तव्य
    • परम पावन दलाई लामा द्वारा
    • कशाग द्वारा
    • निर्वासित संसद द्वारा
    • अन्य
  • मीडिया
    • तस्वीरें
    • विडियो
    • प्रकाशन
    • पत्रिका
    • न्यूज़लेटर
  • तिब्बत समर्थक समूह
    • कोर ग्रुप फॉर तिब्बतन कॉज़ – इंडिया
    • भारत तिब्बत मैत्री संघ
    • भारत तिब्बत सहयोग मंच
    • हिमालयन कमेटी फॉर एक्शन ऑन तिबेट
    • युथ लिब्रेशन फ्रंट फ़ॉर तिबेट
    • हिमालय परिवार
    • नेशनल कैंपेन फॉर फ्री तिबेट सपोर्ट
    • समता सैनिक दल
    • इंडिया तिबेट फ्रेंडशिप एसोसिएशन
    • फ्रेंड्स ऑफ़ तिबेट
    • अंतरष्ट्रिया भारत तिब्बत सहयोग समिति
    • अन्य
  • संपर्क
  • सहयोग
    • अपील
    • ब्लू बुक

तिब्बत संग्रहालय की ‘लॉन्ग लुक होमवार्ड’ ने ७००० आगंतुकों को आकर्षित किया, तिब्बती स्वतंत्रता संग्राम पर प्रकाश डाला

December 25, 2024

धर्मशाला। तिब्बत संग्रहालय की यात्रा प्रदर्शनी ‘लॉन्ग लुक होमवार्ड’ ने बेंगलुरु में विभिन्न स्थानों पर अत्यधिक सफलता के साथ प्रदर्शन किया। इस दौरान हजारों दर्शक इस प्रदर्शनी को देखने के लिए एकत्र हुए और तिब्बत के इतिहास, संस्कृति और भारत के साथ इसके स्थायी संबंध के बारे में सार्थक बातचीत में शामिल हुए। इंटरैक्टिव डिस्प्ले, शैक्षिक वार्ता और सांस्कृतिक प्रदर्शनों की शृंखला के माध्यम से प्रदर्शनी ने भारत-तिब्बत संबंधों, परम पावन १४वें दलाई लामा के जीवन और विरासत और स्वतंत्रता के लिए तिब्बती संघर्ष जैसे प्रमुख विषयों पर जानकारियां उपलब्ध कराई।

स्थानीय शैक्षणिक संस्थानों के सहयोग से शुरू की गई प्रदर्शनी प्रमुख चार स्थानों से गुजरी। इनमें छात्रों, संकाय सदस्यों, तिब्बती समुदाय के सदस्यों और सभी क्षेत्रों के आगंतुकों सहित लगभग ७,००० व्यक्ति शामिल हुए। प्रत्येक कार्यक्रम को तिब्बत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और आधुनिक दुनिया में इसकी चल रही यात्रा की समझ को गहरा करने के लिए डिज़ाइन किया गया था।

सचल प्रदर्शनी की शुरुआत दलाई लामा उच्च शिक्षा संस्थान (डीएलआईएचई) के तिब्बत सप्ताह के दौरान शैक्षणिक केंद्र में एक शुभारंभ कार्यक्रम के साथ हुई, जहां प्रदर्शनी ने छात्रों, कर्मचारियों और तिब्बती विद्वानों के एक उत्सुक समूह को आकर्षित किया। इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण भारत-तिब्बत संबंधों, परम पावन १४वें दलाई लामा की जीवनी और स्वतंत्रता और न्याय के लिए तिब्बती खोज पर विचारोत्तेजक पैनलों और वृत्तचित्रों की शृंखला थी। प्रदर्शनी ने इतिहास विभाग और उससे आगे के छात्रों को एक शैक्षणिक सेटिंग में तिब्बत के अनूठे इतिहास से जुड़ने का अवसर प्रदान किया, साथ ही बड़ी संख्या में भाग लेने वाले तिब्बती शोध विद्वानों के बीच बातचीत को भी बढ़ावा दिया। कार्यक्रम की सफलता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इसमें १५० छात्रों, ३० कर्मचारियों और २५ तिब्बती शोध विद्वानों की उत्साही भागीदारी रही। इन लोगों ने प्रदर्शनी की सामग्री से गहराई से अपने को जोड़ा।

प्रदर्शनी का अगला पड़ाव बैंगलोर विश्वविद्यालय था, जहां इसने तिब्बत संग्रहालय और विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के बीच सांस्कृतिक सहयोग के साथ अपने को जोड़ा। इस कार्यक्रम का उद्घाटन गणमान्य व्यक्तियों डॉ. जयकारा एस.एम. और मुख्य प्रतिनिधि अधिकारी जिग्मे सुल्त्रिम ने किया। इस कार्यक्रम में पारंपरिक तिब्बती सांस्कृतिक प्रदर्शनों के साथ-साथ विचारोत्तेजक वार्ताओं का एक समृद्ध मिश्रण प्रदर्शित किया गया। इस कार्यक्रम का एक मुख्य आकर्षण तिब्बत संग्रहालय के निदेशक तेनज़िन तोपधेन के नेतृत्व में संवादात्मक सत्र था, जिसमें उन्होंने तिब्बत की मुद्राशास्त्रीय विरासत और यह कैसे तिब्बती स्वतंत्रता को दर्शाता है, इस पर गहन चर्चा की। इस कार्यक्रम ने न केवल छात्रों को आकर्षित किया, बल्कि स्थानीय तिब्बती समुदाय का भी ध्यान आकर्षित किया। यही कारण रहा कि ५०० छात्र, ५० कर्मचारी सदस्य और ५० समुदाय के सदस्य इस प्रदर्शनी में शामिल हुए, जिससे एक विविध और संलग्न दर्शक वर्ग सुनिश्चित हुआ।

विश्वविद्यालय में प्रदर्शनी के समापन के बाद डीएलआईएचई ने तिब्बत सप्ताह के समापन को यादगार बनाते हुए एक समापन समारोह आयोजित किया। इस कार्यक्रम में भारत-तिब्बत मैत्री संघ(आईटीएफएस) की भागीदारी देखी गई, जिसमें आईटीएफएस के अध्यक्ष गोपी ने समारोह का संचालन किया। भारत में तिब्बती मुद्दे का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रमुख राजनयिक संगठनों में से एक के रूप में, आईटीएफएस की भागीदारी ने प्रदर्शनी को अतिरिक्त महत्व दिया, जिससे आगंतुकों को तिब्बती संघर्ष के राजनीतिक पहलुओं से जुड़ने का मौका मिला। आईटीएफएस सदस्यों, मेन-सी-खांग प्रतिनिधियों और तिब्बती प्रवासी सदस्यों सहित लगभग १५० आगंतुकों ने कार्यक्रम में भाग लिया, जिससे एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और राजनीतिक संवाद मंच के रूप में प्रदर्शनी की भूमिका और मजबूत हुई।

एक और महत्वपूर्ण प्रदर्शनी बैंगलोर तिब्बती युवा छात्रावास में नोबेल शांति पुरस्कार दिवस के वैश्विक उत्सव की उपलक्ष में आयोजित की गई। यहां प्रदर्शनी ने तिब्बती परंपराओं और मूल्यों पर ध्यान केंद्रित करते हुए एक अंतरंग और सांस्कृतिक रूप से व्यापक अनुभव प्रदान किया। इसने युवा छात्रावास के छात्रों, आईटीएफएस के सदस्यों और निर्वासित तिब्बतियों सहित लगभग ४५० आगंतुकों को आकर्षित किया। इस कार्यक्रम ने तिब्बती युवाओं को अपनी सांस्कृतिक विरासत पर विचार करने के लिए एक स्थान प्रदान किया, जिससे युवा पीढ़ियों के बीच गर्व और एकता की भावना को बढ़ावा मिला।

प्रदर्शनी का अंतिम चरण दयानंद सागर विश्वविद्यालय (डीएसयू) में आयोजित किया गया, जहां इंटरैक्टिव डिस्प्ले और एनिमेशन ने और भी बड़ी संख्या में दर्शकों को आकर्षित किया। डीएसयू में दो दिवसीय प्रदर्शनी को देखने के लिए ५००० से अधिक छात्र और संकाय सदस्य आए, जिन्होंने तिब्बत के राजनीतिक इतिहास, दलाई लामाओं के पुनर्जन्म की पहचान करने की प्रक्रिया और भारत और तिब्बत के बीच लंबे समय से चले आ रहे संबंधों के बारे में जानकारी हासिल की। आकर्षक मल्टीमीडिया के माध्यम से छात्रों को तिब्बती पहचान की आध्यात्मिक और राजनीतिक जटिलताओं के बारे में जानने का अवसर मिला, जिससे इस समृद्ध और जटिल संस्कृति के बारे में उनके ज्ञान में और वृद्धि हुई।

बेंगलुरु में प्रदर्शनी के समाप्त होने के साथ ही इसका प्रचार-प्रसार शैक्षणिक संस्थानों, सांस्कृतिक केंद्रों और तिब्बती समुदाय में व्यापक तौर पर हो गया। इस प्रदर्शनी ने भाग लेने वाले सभी लोगों पर अपना स्थायी प्रभाव छोड़ा। यह आयोजन तिब्बत की विरासत की स्थायी प्रासंगिकता और समकालीन वैश्विक संवादों में इसके निरंतर महत्व का एक शक्तिशाली अनुस्मारक के रूप में कार्य करता है।

‘लॉन्ग लुक होमवार्ड’ के माध्यम से तिब्बत संग्रहालय ने न केवल तिब्बत के अतीत को जीवंत किया है, बल्कि यह भी सुनिश्चित किया है कि भविष्य में यह वैश्विक बातचीत में संस्कृति, पहचान और राजनीति का सक्रिय हिस्सा बना रहे।


विशेष पोस्ट

सिक्योंग पेनपा त्सेरिंग ने वाराणसी में केंद्रीय उच्च तिब्बती अध्ययन संस्थान का दौरा किया, नामांकन में गिरावट पर चिंता व्यक्त की

11 Aug at 9:40 am

चिली में सार्वजनिक व्याख्यान “तिब्बत की प्रतिध्वनियाँ: निर्वासन में संस्कृति और परंपरा के माध्यम से पहचान को बनाए रखना” के माध्यम से तिब्बती संस्कृति और वकालत पर प्रकाश डाला गया

10 Aug at 10:51 am

सिक्योंग पेनपा त्सेरिंग ने जनसम्पर्क के साथ मैनपाट फेंडेलिंग तिब्बती बस्ती का दौरा समाप्त किया

7 Aug at 9:32 am

सिक्योंग पेनपा त्सेरिंग ने ओडिशा फुंटसोकलिंग तिब्बती बस्ती का दौरा किया, तिब्बती महिला संघ की 15वीं आम सभा में भाग लिया

4 Aug at 11:17 am

सिक्योंग पेनपा त्सेरिंग ने भंडारा में नोर्ग्येलिंग तिब्बती बस्ती के निवासियों को संबोधित किया

1 Aug at 10:50 am

संबंधित पोस्ट

तिब्बती राजनीतिक कैदियों की यातना के कारण मृत्यु (2000 – 2025)

2 months ago

VYK Do/Dont

5 months ago

स्पीकर खेन्पो सोनम तेनफेल ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जिमी कार्टर के निधन पर शोक व्यक्त किया

8 months ago

दिल्ली में तिब्बती संसदीय दल का तिब्बत के पक्ष में अभियान सफलतापूर्वक संपन्न

8 months ago

तिब्बती टोक्यो में मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा दिवस के उपलक्ष्य में अंतरराष्ट्रीय समुदाय में शामिल हुए

8 months ago

हमारे बारे में

महत्वपूर्ण मुद्दे
तिब्बत जो मुद्दे सामना कर रहा
मध्य मार्ग दृष्टिकोण
चीन-तिब्बत संवाद

सहयोग
अपील
ब्लू बुक

CTA वर्चुअल टूर

तिब्बत:एक तथ्य
तिब्बत:संक्षिप्त इतिहास
तिब्बतःएक अवलोकन
तिब्बती:राष्ट्रीय ध्वज
तिब्बत राष्ट्र गान(हिन्दी)
तिब्बत:स्वायत्तशासी क्षेत्र
तिब्बत पर चीनी कब्जा:अवलोकन
निर्वासन में तिब्बती समुदाय

केंद्रीय तिब्बती प्रशासन
संविधान
नेतृत्व
न्यायपालिका
विधायिका
कार्यपालिका
चुनाव आयोग
लोक सेवा आयोग
महालेखा परीक्षक
१७ केंद्रीय तिब्बती प्रशासन आधिकारिक छुट्टियां

केंद्रीय तिब्बती विभाग
धार्मीक एवं संस्कृति विभाग
गृह विभाग
वित्त विभाग
शिक्षा विभाग
सुरक्षा विभाग
सूचना एवं अंतर्राष्ट्रीय संबंध विभाग
स्वास्थ विभाग

संपर्क
भारत तिब्बत समन्वय केंद्र
एच-10, दूसरी मंजिल
लाजपत नगर – 3
नई दिल्ली – 110024, भारत
दूरभाष: 011 – 29830578, 29840968
ई-मेल: [email protected]

2021 India Tibet Coordination Office • Privacy Policy • Terms of Service