भाषा
བོད་ཡིག中文English
  • मुख पृष्ठ
  • समाचार
    • वर्तमान तिब्बत
    • तिब्बत समर्थक
    • लेख व विचार
    • कला-संस्कृति
    • विविधा
  • हमारे बारे में
  • तिब्बत एक तथ्य
    • तिब्बत:संक्षिप्त इतिहास
    • तिब्बतःएक अवलोकन
    • तिब्बती राष्ट्रीय ध्वज
    • तिब्बती राष्ट्र गान (हिन्दी)
    • तिब्बत स्वायत्तशासी क्षेत्र
    • तिब्बत पर चीनी कब्जा : अवलोकन
    • निर्वासन में तिब्बती समुदाय
  • केंद्रीय तिब्बती प्रशासन
    • संविधान
    • नेतृत्व
    • न्यायपालिका
    • विधायिका
    • कार्यपालिका
    • चुनाव आयोग
    • लोक सेवा आयोग
    • महालेखा परीक्षक
    • १७ केंद्रीय तिब्बती प्रशासन आधिकारिक छुट्टियां
    • CTA वर्चुअल टूर
  • विभाग
    • धर्म एवं सांस्कृति विभाग
    • गृह विभाग
    • वित्त विभाग
    • शिक्षा विभाग
    • सुरक्षा विभाग
    • सूचना एवं अंतर्राष्ट्रीय संबंध विभाग
    • स्वास्थ विभाग
  • महत्वपूर्ण मुद्दे
    • तिब्बत जो मुद्दे सामना कर रहा
    • चीन-तिब्बत संवाद
    • मध्य मार्ग दृष्टिकोण
  • वक्तव्य
    • परम पावन दलाई लामा द्वारा
    • कशाग द्वारा
    • निर्वासित संसद द्वारा
    • अन्य
  • मीडिया
    • तस्वीरें
    • विडियो
    • प्रकाशन
    • पत्रिका
    • न्यूज़लेटर
  • तिब्बत समर्थक समूह
    • कोर ग्रुप फॉर तिब्बतन कॉज़ – इंडिया
    • भारत तिब्बत मैत्री संघ
    • भारत तिब्बत सहयोग मंच
    • हिमालयन कमेटी फॉर एक्शन ऑन तिबेट
    • युथ लिब्रेशन फ्रंट फ़ॉर तिबेट
    • हिमालय परिवार
    • नेशनल कैंपेन फॉर फ्री तिबेट सपोर्ट
    • समता सैनिक दल
    • इंडिया तिबेट फ्रेंडशिप एसोसिएशन
    • फ्रेंड्स ऑफ़ तिबेट
    • अंतरष्ट्रिया भारत तिब्बत सहयोग समिति
    • अन्य
  • संपर्क
  • सहयोग
    • अपील
    • ब्लू बुक

परमपावन दलाई लामा का विशेष सन्देश

March 30, 2020

परम पवन दलाई लामा।

dalailama.com

मेरे प्रिय भाईयों एवं बहनों,

विश्वभर से अनेक लोगों द्वारा बार-बार अनुरोध करने के प्रत्युत्तर में, मैं इन शब्दों को लिख रहा हूँ। आज हम सब कोरोना वायरस महामारी फैलने के कारण असामान्य रूप से एक कठिन दौर से गुजर रहे हैं। इसके अतिरिक्त, आज मानव जगत जलवायु परिवर्तन जैसे अन्य विभिन्न समस्याओं से जूझ रहा है। इस अवसर पर मैं, भारत सरकार सहित विश्व के अन्य सरकारों द्वारा इन समस्याओं के निवारण हेतु जो अभियान चलाये जा रहे हैं, उसके लिए सभी के प्रति अनुमोदन और आभार व्यक्त करता हूँ।

भारतीय पुरातन विद्या में यह उल्लिखित है कि समय के साथ इस दुनिया का निर्माण, स्थिति और विनाश होगा तथा हथियार एवं रोग इसके विनाश के कारणों में से एक होंगे। और ऐसा प्रतीत हो रहा है कि जो आज हम अनुभव कर रहे हैं वह उसके अनुरूप घटित हो रहा है। लेकिन, मनुष्य सहित सम्पूर्ण प्राणियों के समक्ष खड़े इन चुनौतियों के बावजूद हम सब सुख-दुःख के इस जीवन की गति को आगे बढ़ाने में सफल हुये हैं।

परिस्थितियां कितनी भी मुश्किल हों, हमें इन समस्याओं का सामना करने के लिए दृढ़ संकल्प एवं साहस के साथ तकनीक और मानवीय प्रतिभा का प्रयोग करना चाहिए। जब हमारे सेहत एवं कुशलक्षेम पर संकट आता है तो चिंता एवं भय का सताना स्वाभाविक है। तथापि, मुझे समस्याओं के विश्लेषण में नीचे दी गयी इस बुद्धिमत्तापूर्ण शिक्षा से अत्यन्त ढाढ़स मिलता है- ‘यदि (समस्या का) समाधान है, तो चिंता करने की क्या जरूरत है, और यदि समाधान नहीं है, तो चिंतित रहने से क्या लाभ।’

आज सभी लोग कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए अपना श्रेष्ठतम प्रयास कर रहे हैं। मैं, सभी देशों द्वारा इस खतरे को नियंत्रित करने के ठोस प्रयासों की प्रशंसा करता हूँ। विशेषकर, भारत सरकार द्वारा कोविड-19 से निपटने के लिए अन्य सार्क देशों के साथ मिलकर एक आपात्कालीन निधि बनाने तथा सूचना, ज्ञान एवं विशेषज्ञ इत्यादि के आदान-प्रदान हेतु एक इलेक्ट्रॉनिक प्लेटफॉर्म बनाने की पहल करने की सराहना करता हूँ। यह पहल भविष्य में भी ऐसे संकटों का सामना करने में एक मिसाल पेश करेगा।

मैं समझ सकता हूँ कि दुनिया भर में इस प्रकार के अपरिहार्य लॉकडाउन से अनेकों लोगों को जीविका के अभाव में अत्यन्त विपत्तियों का सामना करना पड़ रहा है। उन लोगों के लिए जिनका कोई स्थिर आय नहीं है, जीवन जीना एक दैनिक संघर्ष हो गया है। मैं आग्रहपूर्वक सभी संबन्धित लोगों से अपील करता हूँ कि समाज के कमजोर वर्ग की सहायता के लिए हर संभव प्रयास करें।

मैं उन सभी स्वास्थ्यकर्मियों- चिकित्सकों, नर्सों और अन्य सहयोगी कर्मियों के प्रति आभार व्यक्त करता हूँ जो अपने व्यक्तिगत जीवन को खतरे में डालकर लोगों की जिदगी बचाने के लिए अग्रपंक्ति में खड़े होकर कार्य कर रहे हैं। उनकी यह सेवा वास्तव में करुणा का क्रियान्वयन है।

मैं हृदय के अन्तःकरण से मेरे भाईयों एवं बहनों के लिए चिंतित हूँ जो इस विकट समय का सामना कर रहे हैं। मैं, इस महामारी के शीघ्र अन्त होने की प्रार्थना करता हूँ जिससे आपके जीवन में सुख और शांति पुनः लौट आये।


विशेष पोस्ट

हिमाचल प्रदेश में मानसून की बारिश से हुए नुकसान पर दुख व्यक्त किया गया

9 Sep at 10:50 am

केंद्रीय तिब्बती प्रशासन ने 65वां तिब्बती लोकतंत्र दिवस मनाया

3 Sep at 10:45 am

पैंसठवें तिब्बती लोकतंत्र दिवस पर निर्वासित तिब्बती संसद का वक्तव्य

2 Sep at 10:32 am

परम पावन दलाई लामा लद्दाख में डेढ़ महीने से अधिक के प्रवास के बाद सुरक्षित धर्मशाला लौटे

2 Sep at 9:56 am

तिब्बती लोकतंत्र दिवस की पैंसठवीं वर्षगांठ पर कशाग का वक्तव्य

2 Sep at 9:38 am

संबंधित पोस्ट

हिमाचल प्रदेश में मानसून की बारिश से हुए नुकसान पर दुख व्यक्त किया गया

6 days ago

केंद्रीय तिब्बती प्रशासन ने 65वां तिब्बती लोकतंत्र दिवस मनाया

2 weeks ago

पैंसठवें तिब्बती लोकतंत्र दिवस पर निर्वासित तिब्बती संसद का वक्तव्य

2 weeks ago

परम पावन दलाई लामा लद्दाख में डेढ़ महीने से अधिक के प्रवास के बाद सुरक्षित धर्मशाला लौटे

2 weeks ago

तिब्बती लोकतंत्र दिवस की पैंसठवीं वर्षगांठ पर कशाग का वक्तव्य

2 weeks ago

हमारे बारे में

महत्वपूर्ण मुद्दे
तिब्बत जो मुद्दे सामना कर रहा
मध्य मार्ग दृष्टिकोण
चीन-तिब्बत संवाद

सहयोग
अपील
ब्लू बुक

CTA वर्चुअल टूर

तिब्बत:एक तथ्य
तिब्बत:संक्षिप्त इतिहास
तिब्बतःएक अवलोकन
तिब्बती:राष्ट्रीय ध्वज
तिब्बत राष्ट्र गान(हिन्दी)
तिब्बत:स्वायत्तशासी क्षेत्र
तिब्बत पर चीनी कब्जा:अवलोकन
निर्वासन में तिब्बती समुदाय

केंद्रीय तिब्बती प्रशासन
संविधान
नेतृत्व
न्यायपालिका
विधायिका
कार्यपालिका
चुनाव आयोग
लोक सेवा आयोग
महालेखा परीक्षक
१७ केंद्रीय तिब्बती प्रशासन आधिकारिक छुट्टियां

केंद्रीय तिब्बती विभाग
धार्मीक एवं संस्कृति विभाग
गृह विभाग
वित्त विभाग
शिक्षा विभाग
सुरक्षा विभाग
सूचना एवं अंतर्राष्ट्रीय संबंध विभाग
स्वास्थ विभाग

संपर्क
भारत तिब्बत समन्वय केंद्र
एच-10, दूसरी मंजिल
लाजपत नगर – 3
नई दिल्ली – 110024, भारत
दूरभाष: 011 – 29830578, 29840968
ई-मेल: [email protected]

2021 India Tibet Coordination Office • Privacy Policy • Terms of Service