
मुंबई: केंद्रीय तिब्बती प्रशासन (सीटीए) के एक निकाय- भारत तिब्बत समन्वय कार्यालय (आईटीसीओ)- ने तिब्बती मुद्दे के साथ ही इसके पक्ष में जनमत तैयार करने और इस मुद्दे के साथ एकजुटता को बढ़ावा देने के लिए शिक्षा, मीडिया, राजनीति और तिब्बत समर्थक समूहों के सदस्यों को शामिल करते हुए मुंबई में तिब्बत जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम का उद्देश्य तिब्बती मुद्दे के पक्ष में माहौल बनाना और इस मुद्दे के प्रति एकजुटता को मजबूत करना था। इसके लिए शहर भर में कार्यक्रम और बैठकें आयोजित की गईं।
जागरुकता पहल के तहत नवी मुंबई के श्री छत्रपति शिवाजी उच्च विद्यालय में ‘तिब्बत के लिए एक दिन’ कार्यक्रम आयोजित किया गया। ‘भारत के लिए तिब्बत क्यों मायने रखता है’ विषय पर आयोजित कार्यक्रम में प्रिंसिपल श्री कोंगेरे और संकाय सदस्यों के साथ लगभग 70 छात्रों ने भाग लिया। सत्र में मुख्य अतिथि श्री संतोष घरात ने भाग लिया। इस दौरान आईटीसीओ समन्वयक ताशी देकि ने अपने संबोधन में भारत और तिब्बत के बीच ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और भू-राजनीतिक संबंधों को लेकर अनछुए पहलुओं पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में तिब्बत की रणनीतिक प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला गया, जिसमें पर्यावरण संबंधी चिंताएं और तिब्बत के मुद्दे के लिए भारत के समर्थन का महत्व शामिल था। इस कार्यक्रम में छात्रों और शिक्षकों ने सक्रिय रूप से भाग लिया, जिससे सत्र अत्यधिक दिलचस्प और जानकारीपूर्ण बन गया।
इसी तरह, तिब्बत पक्षधरता अभियान को लेकर बॉलीवुड निर्माता श्री राज सत्यम और उनके भतीजे अनीश वज्जला के साथ महबूब स्टूडियो में एक और बैठक हुई। आईटीसीओ की समन्वयक ताशी देकि और श्री राज सत्यम ने हिंदी सिनेमा बिरादरी को तिब्बत के बारे में अधिक जागरूक बनाकर और उनके माध्यम से बड़े पैमाने पर लामबंदी करके भारतीय जनता तक पहुंचने के रचनात्मक तरीकों के बारे में चर्चा की।
समन्वयक ताशी देकि ने अभिनेता, फिल्म निर्माता और सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन के प्रस्तोता श्री शशि रंजन से अंधेरी पश्चिम के लोकंदवाला स्थित उनके कार्यालय में मुलाकात की।
राजनीतिक मोर्चे पर चले कार्यक्रमों में, महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के राष्ट्रीय महासचिव श्री संतोष रोहिदास घरात के साथ एक पक्षधरता बैठक आयोजित की गई। श्री घरात ने तिब्बती मुद्दे के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया और राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर जागरुकता बढ़ाने के लिए राजनीतिक पक्ष मजबूत करने के प्रयासों में अपनी भागीदारी का आश्वासन दिया।
समन्वयक ताशी देकि ने मुंबई से कांग्रेस सांसद वर्षा एकनाथ गायकवाड़ से उनके कार्यालय में शिष्टाचार भेंट की। चर्चा में सांसदों को तिब्बत से संबंधित मुद्दों से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित करने पर ध्यान केंद्रित किया गया। श्रीमती गायकवाड़ ने तिब्बती सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण और मानवाधिकारों को बढ़ावा देने वाली पहलों का समर्थन करने की इच्छा व्यक्त की, जिससे तिब्बती मुद्दे के लिए मजबूत राजनीतिक समर्थन का संकेत मिलता है। समन्वयक ने मुंबई में तिब्बती शरणार्थी बाजार के सामने आने वाली चुनौतियों पर भी बात की। इस बैठक के दौरान शहर में तिब्बती स्वेटर विक्रेता समुदाय के प्रतिनिधि भी उनके साथ थे। इस संवाद के दौरान मुंबई में तिब्बती शरणार्थियों की आजीविका और अधिकारों को बनाए रखने के लिए निरंतर समर्थन की आवश्यकता को रेखांकित किया गया।
इस तरह समन्वयक ताशी देकि के नेतृत्व में मुंबई में तिब्बत जागरुकता कार्यक्रम के माध्यम से विविध क्षेत्रों में समर्थन जुटाने में एक महत्वपूर्ण कदम का आगाज हुआ। शैक्षणिक संस्थानों, मीडिया पेशेवरों, राजनीतिक हस्तियों और तिब्बत समर्थक समूहों की भागीदारी से तिब्बत पक्षधरता अभियान को मजबूत करने के लिए सहयोगी प्रयास किया गया।
प्रतिभागियों की सकारात्मक प्रतिक्रिया भविष्य के काय्रक्रमों और साझेदारियों की संभावना को दर्शाती है। इससे आगे कार्यक्रम की गति को बनाए रखने के लिए प्रमुख समर्थकों के साथ आगे निरंतर बैठकें आयोजित करने और मीडिया आउटरीच को बढ़ाने और राजनीतिक पक्षधरता अभियान को चलाते रहने की आवश्यकता होगी। कार्यक्रम ने युवा पीढ़ी के बीच समर्थन को प्रेरित करने के लिए शिक्षा और जागरुकता प्रयासों को आगे बढ़ाते रहन की आवश्यकता को भी रेखांकित किया।



